
करनैलगंज, गोण्डा। शनिवार को नगर के गांधीनगर निवासी डाक्टर रमेश कुमार को जैसे ही दिल्ली एयरपोर्ट पर यूक्रेन में करीब एक हफ्ते से फंसे डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे बेटे सुयस के विमान के लैंड करने की खबर मिली तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। नगर के तमाम लोग व रिश्तेदार सुयस की सकुशल घर वापसी पर शुभकामनाएं देते नजर आये।सुयश के वापस लौटने पर करनैलगंजके उप ज़िलाधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य प्रसाशनिक अधिकारियों ने रास्ते में ही सुयश का फूल मालाओं से स्वागत किया पिता डाक्टर रमेश गुप्ता ने बताया कि युद्ध की दहशत तो पहले से ही थी। मगर विगत एक सप्ताह से हालात बद से बदतर हो गये थे। जिस फ्लैट में सुयस रहते थे उसी के सामने बंकर बनाया गया था। इनका फ्लैट क्यू सिटी से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर था। जैसे ही खतरे का आभास होता और सायरन बजता सभी बंकर में चले जाते। ऐसे में नींद भी ठीक से नहीं ले पा रहा था। 4 मार्च को जब सुयस को रोमानिया वार्डर पर लाया गया तो वापसी की उम्मीद जगी। सेलसिया हवाई अडडे से दिल्ली के लिये उड़ान भरने के बाद सुबह 4 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान ने लैंड किया। जहां से सरकार द्वारा वाहन उपलब्ध कराया गया। जिसमें करीब आधा दर्जन छात्रों को उनके घर छोड़ते हुए घर वापसी हो रही है। सुयस की मां ने बताया कि अब मेरा बेटा दहशत के माहौल से निकल चुका है। अब वह अपने वतन की आजाद धरती पर सांस ले पा रहा है।