
मौसम विभाग की चेतावनी और जिला प्रशासन की तैयारियां
लखनऊ 17 दिसम्बर। उत्तर भारत के कई जिलों में ठंड का असर तेज़ी से बढ़ने के साथ-साथ घने कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। इसी के चलते गोंडा जिले सहित कई अन्य जनपदों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। घने कोहरे के कारण यातायात में व्यवधान, दुर्घटनाओं की संभावना और जनजीवन पर असर पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग द्वारा जारी इस चेतावनी में विशेष रूप से देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं जैसे जिलों को शामिल किया गया है। इन जिलों में घना कोहरा रहने की संभावना के चलते सभी नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
जिला प्रशासन की चेतावनी और दिशानिर्देश
गोंडा जिला प्रशासन ने येलो अलर्ट के तहत आम जनता के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। प्रशासन द्वारा निम्नलिखित दिशा-निर्देश दिए गए हैं:
1. वाहन धीमी गति से चलाएं: कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो सकती है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
2. फॉग लाइट का उपयोग करें: वाहन चालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हेडलाइट के बजाय फॉग लाइट का उपयोग करें ताकि रास्ता बेहतर तरीके से दिख सके।
3. सुरक्षित दूरी बनाए रखें: सभी वाहनों के बीच उचित दूरी रखने की सलाह दी गई है ताकि अचानक ब्रेक लगाने पर दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
4. सार्वजनिक परिवहन का विशेष ध्यान: बस चालकों, ट्रक चालकों और ऑटो चालकों को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे सावधानी से वाहन चलाएं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
कोहरे का असर जनजीवन पर
कोहरा केवल यातायात पर ही नहीं बल्कि जनजीवन के अन्य पहलुओं पर भी असर डालता है। स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को सुबह के समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, कामकाजी लोगों के लिए दफ्तर या अन्य स्थानों पर समय से पहुंचना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
किसानों के लिए भी चेतावनी: खेतों में काम कर रहे किसानों को भी कोहरे के बीच काम करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। ठंड और कोहरे का असर फसलों पर भी पड़ सकता है, जिसके लिए कृषि विभाग ने सलाह जारी की है।
कोहरे का वैज्ञानिक कारण
घना कोहरा बनने के पीछे मुख्य रूप से तापमान में गिरावट और वायुमंडल में नमी की अधिकता होती है। जब रात के समय तापमान काफी कम हो जाता है और हवा में मौजूद नमी ठंड के कारण संघनित होकर छोटे-छोटे पानी के कणों में बदल जाती है, तो यह कोहरे का रूप ले लेती है। सर्दियों में यह प्रक्रिया अधिक होती है, खासकर जब हवाएं शांत होती हैं।
मौसम विभाग की कोहरा श्रेणियां
मौसम विभाग कोहरे को तीन श्रेणियों में बांटता है:
1. हल्का कोहरा: जब दृश्यता 1 किलोमीटर से अधिक होती है।
2. मध्यम कोहरा: जब दृश्यता 200 से 500 मीटर के बीच रहती है।
3. घना कोहरा: जब दृश्यता 50 से 200 मीटर के बीच होती है।
गोंडा और अन्य जिलों में जारी येलो अलर्ट का मतलब है कि यहां घना कोहरा रहने की संभावना है, जिसमें दृश्यता 50 से 200 मीटर के बीच रह सकती है।
सावधानियां और उपाय
घने कोहरे के बीच खुद को सुरक्षित रखने के लिए आमजन को निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
1. बेवजह यात्रा से बचें: कोहरे के समय बिना किसी ज़रूरत के यात्रा करने से बचें।
2. सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें: यदि संभव हो तो निजी वाहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें।
3. गरम कपड़े पहनें: कोहरे के साथ-साथ ठंड का असर भी तेज होता है, इसलिए खुद को गरम कपड़ों में रखें।
4. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान: ठंड और कोहरे के चलते बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल अधिक सावधानी से करें।
5. घर के बाहर रोशनी रखें: जिन स्थानों पर कोहरा अधिक रहता है, वहां घर के बाहर पर्याप्त रोशनी रखने की सलाह दी जाती है ताकि आने-जाने वाले राहगीरों को सुविधा हो।
स्वास्थ्य पर कोहरे का असर
कोहरा केवल यातायात ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। कोहरे में प्रदूषक कण (पार्टिकुलेट मैटर) भी मिल जाते हैं, जो सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकते हैं। अस्थमा और सांस से संबंधित बीमारियों के मरीजों के लिए यह घातक हो सकता है।
- सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल करें।
- गर्म पानी पीते रहें।
- खुली हवा में व्यायाम करने से बचें।
- प्रशासन की तैयारियां और जनसहयोग की अपील
गोंडा जिला प्रशासन ने सभी विभागों को सतर्क कर दिया है। अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं का इलाज समय पर किया जा सके। यातायात पुलिस को भी सड़कों पर विशेष पेट्रोलिंग करने को कहा गया है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आम जनता से भी अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें।
प्रभात भारत विशेष
गोंडा में जारी येलो अलर्ट एक चेतावनी है कि आने वाले दिनों में कोहरे का प्रकोप बढ़ सकता है। ऐसे में सावधानी ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है। कोहरे के समय सतर्कता और प्रशासन की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन कर हम खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।