
रेलवे ट्रैक पर पहुंची अनियंत्रित कार, 30 मिनट तक रोकी गई सुपरफास्ट ट्रेन
गोंडा 5 अक्टूबर – गोंडा जिले में एक बड़ा हादसा टल गया जब एक अनियंत्रित कार अचानक रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई और ट्रैक पर करीब 50 मीटर तक दौड़ती चली गई। यह घटना लखनऊ-गोंडा रेल मार्ग के कटरा सहबाजपुर रेलवे क्रॉसिंग पर हुई, जहां पर रेलवे ट्रैक पर कार पहुंचने से काफी हड़कंप मच गया। इस अप्रत्याशित स्थिति के कारण रेलवे प्रशासन को सुपरफास्ट ट्रेन को लगभग 30 मिनट तक रोकना पड़ा।
यह घटना तब घटी जब क्रॉसिंग पर अचानक भीषण जाम लग गया। जाम के कारण एक कार चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और कार का स्टेरिंग अचानक मुड़ गया। कार रेलवे ट्रैक की ओर मुड़कर ट्रैक पर जा पहुंची और बिना रुके लगभग 50 मीटर तक ट्रैक पर दौड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह दृश्य देखकर आसपास मौजूद लोग चौंक गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना के तुरंत बाद लोगों ने पुलिस और रेलवे अधिकारियों को सूचित किया, जिससे रेल संचालन को तुरंत रोका गया और बड़े हादसे से बचा जा सका।
घटना के दौरान रेलवे ट्रैक पर सुपरफास्ट ट्रेन के आने का समय था, लेकिन रेलवे अधिकारियों की सतर्कता के कारण ट्रेन को समय पर रोका जा सका। अगर ट्रेन को समय पर नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। कार के रेलवे ट्रैक पर आ जाने से न केवल ट्रेन संचालन प्रभावित हुआ, बल्कि रेलवे क्रॉसिंग पर यातायात भी बुरी तरह से जाम हो गया। इस घटना के कारण दोनों ओर से आने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कटरा सहबाजपुर रेलवे क्रॉसिंग पर पहले से ही यातायात की समस्या चल रही थी। बताया जा रहा है कि रेलवे क्रॉसिंग पर बार-बार बंद हो रही बैरियर के कारण वाहनों का जाम लग गया था। इसी बीच, अनियंत्रित होकर एक कार ने अपना रास्ता बदल लिया और सीधे रेलवे ट्रैक पर जा पहुंची। ट्रैक पर पहुंचते ही कार चालक को अहसास हुआ कि स्थिति गंभीर हो सकती है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रैक पर आ रही ट्रेन को रोक दिया, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
घटना के कारण करीब 30 मिनट तक सुपरफास्ट ट्रेन को रोके रखना पड़ा, जिससे रेलयात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा। ट्रेन में सवार यात्रियों को समझने में थोड़ी देर लगी कि आखिरकार ट्रेन को अचानक क्यों रोक दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ने की अनुमति दी। इस देरी के कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से पीछे हो गई, जिससे यात्रियों में भी नाराजगी देखी गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और रेलवे अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। कार को ट्रैक से हटाने के लिए विशेष उपकरणों की व्यवस्था की गई, ताकि ट्रैक को जल्द से जल्द साफ किया जा सके। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि जाम के कारण चालक ने अपनी गाड़ी का संतुलन खो दिया था, जिससे यह घटना घटी। पुलिस और रेलवे प्रशासन द्वारा इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
कार को रेलवे ट्रैक से हटाने के बाद रेलवे प्रशासन ने तुरंत रेल सेवा बहाल की। हालांकि इस दौरान लगभग 50 मिनट तक सुपरफास्ट ट्रेन रुकी रही, लेकिन बड़ा हादसा टल जाने से सभी ने राहत की सांस ली। रेलवे क्रॉसिंग पर जमा हुए वाहनों के जाम को भी पुलिस ने धीरे-धीरे नियंत्रित किया, और यातायात सामान्य करने में सफलता प्राप्त की। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने क्रॉसिंग पर यातायात की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे रेलवे क्रॉसिंग पर सतर्क रहें और नियमों का पालन करें। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ट्रैक पर कोई भी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। साथ ही, क्रॉसिंग पर बार-बार जाम की स्थिति से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने की भी बात कही जा रही है।
गोंडा जिले की इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रेलवे ट्रैक और क्रॉसिंग पर सतर्कता की कितनी आवश्यकता है। अगर समय रहते ट्रेन को न रोका जाता, तो यह घटना बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थी। स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की मुस्तैदी से जान-माल की हानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है, जो बताती है कि सड़क और रेल यातायात में बेहतर समन्वय की आवश्यकता है।