
गोंडा 23 दिसंबर।जनपद में वित्त एवं लेखाधिकारी के रूप में नवनियुक्त सिद्धार्थ दीक्षित ने अपने कार्यभार संभालने के साथ ही प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव और सुधार का वादा किया है। सिद्धार्थ दीक्षित की नियुक्ति पूर्व में कानपुर मंडल में संयुक्त विकास आयुक्त के कार्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर हुई थी। उनके व्यापक अनुभव और कुशलता ने उन्हें गोंडा जैसे महत्वपूर्ण जिले में तैनात किया है।
सिद्धार्थ दीक्षित ने अपने शैक्षणिक सफर में के.आई.ई.टी. से बी.टेक की पढ़ाई की है, जो उनकी तकनीकी और प्रबंधकीय क्षमता को दर्शाता है। उनके शिक्षण और अनुभव का तालमेल यह संकेत देता है कि वह वित्तीय और प्रशासनिक कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से संभालने में सक्षम होंगे।
अपने अनुभव के आधार पर, उन्होंने कहा, “शासन ने मुझे यहां जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भेजा है, वह मेरी प्राथमिकता में है। मैं यहां की व्यवस्था को सुधारने और इसे बेहतर बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाऊंगा।” सिद्धार्थ दीक्षित का यह बयान गोंडा के प्रशासनिक क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जगाता है।
प्राथमिकताएं और सुधार की दिशा
सिद्धार्थ दीक्षित ने गोंडा के बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त और लेखा विभाग में बदलाव लाने की अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, “बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त एवं लेखा से संबंधित व्यवस्था में जल्द ही बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट है कि वह विभाग में पारदर्शिता और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।
गोंडा के वित्त और लेखा विभाग में पिछले कुछ वर्षों में अनियमितताओं और वित्तीय मामलों में भ्रष्टाचार की शिकायतें आती रही हैं। सिद्धार्थ दीक्षित ने ऐसे मुद्दों को प्राथमिकता से हल करने की बात कही है। उनका उद्देश्य वित्तीय प्रक्रिया को डिजिटलाइज करना, पारदर्शिता बढ़ाना, और सभी स्तरों पर जवाबदेही सुनिश्चित करना है।
सिद्धार्थ दीक्षित ने स्पष्ट किया है कि वह कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे ताकि उन्हें आधुनिक तकनीकों और प्रक्रियाओं से परिचित कराया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने की योजना बनाई है कि स्कूलों को समय पर फंड जारी किया जाए और छात्रवृत्ति, स्कूली यूनीफॉर्म, और मिड-डे मील जैसी योजनाओं में किसी भी प्रकार की वित्तीय बाधा न आए।
नवीन दृष्टिकोण का महत्व
उनका यह मानना है कि शिक्षा विभाग में वित्तीय प्रक्रियाओं को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने से न केवल प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। उनकी यह प्रतिबद्धता गोंडा जिले के प्रशासनिक ढांचे को सशक्त बनाने और विभाग में विश्वास बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
सिद्धार्थ दीक्षित का यह कदम गोंडा में न केवल प्रशासनिक सुधार की नई दिशा तय करेगा, बल्कि जिले के विकास के लिए भी एक नई उम्मीद की किरण साबित हो सकता है। उनके विजन और कार्यशैली से यह स्पष्ट है कि वह गोंडा में अपने कार्यकाल के दौरान उल्लेखनीय परिवर्तन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रभात भारत विशेष
गोंडा के वित्त एवं लेखाधिकारी के रूप में सिद्धार्थ दीक्षित की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके अनुभव, शिक्षण, और संकल्प से यह उम्मीद की जा सकती है कि वह जिले के वित्तीय और प्रशासनिक ढांचे में सुधार लाएंगे। उनके नेतृत्व में, गोंडा के बेसिक शिक्षा विभाग में जल्द ही सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो जिले के विकास और जनता की उम्मीदों को पूरा करने में सहायक होंगे।