
गोंडा 4 अप्रैल। जिले के विशम्भरपुर ग्राम में वर्षों से लंबित खंडज मार्ग के नवीनीकरण और पुनः खोलवाने से जुड़ा तीन साल पुराना विवाद आखिरकार सुलझ गया है। यह सफलता जिला प्रशासन के कुशल नेतृत्व और विशेष रूप से जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सतर्कता और तत्परता का प्रतिफल है। प्रशासनिक संवेदनशीलता और प्रभावशाली कार्यशैली का परिचय देते हुए उन्होंने जिस तरह इस मामले को प्राथमिकता दी, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। अब विशम्भरपुर के निवासियों को जर्जर सड़क से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा और उन्हें आवागमन में बड़ी राहत मिलने जा रही है।
तीन साल से अधर में लटका था विकास का रास्ता
विशम्भरपुर का यह खंडज मार्ग गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने का प्रमुख जरिया था। वर्षों पूर्व निर्मित यह मार्ग धीरे-धीरे जर्जर हो गया और कई स्थानों पर पूरी तरह टूट चुका था। वर्ष 2022 में इसे फिर से दुरुस्त करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन प्रशासनिक जटिलताओं, तकनीकी स्वीकृति में देरी, और ठेकेदारों के बीच विवाद जैसे कारणों से काम शुरू नहीं हो पाया। इसी बीच ग्रामीणों को स्कूल जाने, बाजार पहुँचने और आपात स्थितियों में अस्पताल पहुँचने में भीषण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। रास्ते के खराब हालात ने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया था।
जिलाधिकारी की सक्रियता से आया बदलाव
जिलाधिकारी नेहा शर्मा को जब इस मुद्दे की जानकारी हुई, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने संबंधित विभागों के साथ बैठकें कीं, फाइलों की समीक्षा की और तीन साल से लंबित मामले को प्राथमिकता में रखते हुए समाधान की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने न केवल सड़क की मरम्मत का आदेश दिया, बल्कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समयसीमा को लेकर भी सख्त निर्देश दिए। उनके द्वारा की गई व्यक्तिगत निरीक्षण और निगरानी के चलते मामला तेजी से आगे बढ़ा और अंततः सफलतापूर्वक निस्तारित हुआ।
स्थानीय जनता के आंदोलनों का असर
ग्रामीणों ने कई बार अपनी समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। लेकिन अपेक्षित समाधान नहीं मिल रहा था। जिलाधिकारी ने न केवल जनसमस्याओं को गंभीरता से लिया, बल्कि वास्तविक समाधान की दिशा में कार्य भी किया। यह उनकी प्रशासनिक प्रतिबद्धता और जनता के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
निर्माण कार्य से जुड़े निर्देश और योजना
अब जब सभी औपचारिकताएँ पूरी हो चुकी हैं, णवत्तापूर्ण हो और निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण किया जाए। नवनिर्मित खंडज मार्ग में जलनिकासी की समुचित व्यवस्था, ठोस निर्माण सामग्री का प्रयोग और ग्रामीण परिवेश के अनुकूल ढांचा तैयार किया जाएगा, जिससे यह सड़क वर्षों तक टिकाऊ बनी रहे।
नागरिकों में उल्लास और प्रशासन के प्रति विश्वास
इस निर्णय से विशम्भरपुर के नागरिकों में जबरदस्त उत्साह है। उन्होंने जिलाधिकारी नेहा शर्मा का आभार प्रकट किया और कहा कि वर्षों बाद किसी अधिकारी ने उनकी समस्या को गंभीरता से लिया। व्यापारी, किसान, छात्र, और महिलाएँ सभी इस निर्णय से प्रसन्न हैं। इस विकास कार्य के चलते अब न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। यह एक उदाहरण है कि जब प्रशासन इच्छाशक्ति के साथ काम करे तो वर्षों से अटके हुए मसले भी हल हो सकते हैं।