
अनुपस्थित लेखपालों को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश, जनता दर्शन के प्रार्थना पत्रों के समयबद्ध निस्तारण पर जोर
गोण्डा, 07 मार्च 2025। शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में तहसील तरबगंज एवं तहसील करनैलगंज के लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने राजस्व कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए अविवादित वरासत, धारा 24, कुर्रा बंटवारा, भूमि पैमाइश, दाखिल-खारिज, राजस्व मामलों में बयान, आइजीआरएस (जनसुनवाई पोर्टल) पर लंबित मामलों, फार्म रजिस्ट्री, चकरोड खाली कराने एवं भूमाफियाओं की रिपोर्ट देने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की स्थिति जानी।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने राजस्व प्रशासन की पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लेखपालों के कार्यों का गहन विश्लेषण किया। उन्होंने जनता दर्शन के दौरान प्राप्त शिकायतों के त्वरित निस्तारण पर विशेष जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसुनवाई में प्राप्त प्रार्थना पत्रों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि किसी लेखपाल या राजस्व निरीक्षक के द्वारा लापरवाही या अनुशासनहीनता की गई तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
अनुपस्थित लेखपालों और राजस्व निरीक्षकों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
बैठक के दौरान जब जिलाधिकारी ने लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों की उपस्थिति का जायजा लिया तो पाया कि कई लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक बिना सूचना के बैठक से अनुपस्थित थे। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी ने अनुपस्थित लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों को स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि अनुपस्थित कर्मियों द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया जाता है तो उनके वेतन रोके जाने की कार्यवाही की जाएगी।
जनता दर्शन के मामलों के निस्तारण में लापरवाही पर कार्रवाई होगी
जिलाधिकारी ने कहा कि जनता दर्शन में आने वाली शिकायतों का समयबद्ध एवं प्रभावी निस्तारण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी लेखपाल या राजस्व निरीक्षक ने जनता दर्शन में प्रस्तुत मामलों के निस्तारण में लापरवाही बरती या गलत रिपोर्टिंग की तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनता दर्शन के प्रकरणों का गहन परीक्षण करें और प्रत्येक मामले का ईमानदारी और निष्पक्षता से निस्तारण करें।
भूमि विवादों के त्वरित निस्तारण पर जोर
बैठक में जिलाधिकारी ने भूमि विवादों के शीघ्र निस्तारण को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के भूमि विवाद को लंबित नहीं रखा जाना चाहिए और मामलों का समाधान संपूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्षता से किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या पक्षपात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चकरोड एवं सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को मुक्त कराने के निर्देश
जिलाधिकारी ने चकरोड और सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जों को हटाने के लिए लेखपालों को विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन-जिन ग्रामों में सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण हुआ है, वहां तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए और उन्हें अतिक्रमणमुक्त कराया जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि किसी लेखपाल या राजस्व निरीक्षक की लापरवाही से कोई सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाई तो जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आईजीआरएस और दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा
बैठक में जिलाधिकारी ने आईजीआरएस (जनसुनवाई पोर्टल) पर लंबित मामलों एवं दाखिल-खारिज प्रकरणों की समीक्षा भी की। उन्होंने पाया कि कुछ मामलों का अभी तक निस्तारण नहीं हुआ है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राजस्व संबंधी मामलों का समयबद्ध निस्तारण अत्यंत आवश्यक है और किसी भी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
वरासत एवं भूमि पैमाइश मामलों का शीघ्र निस्तारण
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अविवादित वरासत के मामलों का निस्तारण तेजी से किया जाए ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि जिन किसानों की भूमि की पैमाइश लंबित है, उसे तत्काल प्रभाव से पूरा किया जाए।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी तरबगंज राजीव मोहन सक्सेना, उप जिलाधिकारी करनैलगंज भारत भार्गव, तहसीलदार करनैलगंज अल्पिका वर्मा, तहसीलदार तरबगंज अनुराग पांडेय, नायब तहसीलदार संतोष कुमार यादव (नवाबगंज), नायब तहसीलदार राम प्रताप पांडेय, नायब तहसीलदार कटराबाजार अनु सिंह एवं नायब तहसीलदार जयशंकर सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने दी सख्त चेतावनी
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपने कार्यों में लापरवाही बरतता है, जनता के प्रकरणों को नजरअंदाज करता है या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लेखपालों को निर्देश दिया कि वे जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करें और किसानों तथा ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करने दें।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्व प्रशासन की दक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करना था। बैठक में अनुपस्थित लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों पर कार्रवाई के निर्देश देकर जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि राजस्व कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन में प्राप्त मामलों के शीघ्र समाधान, भूमि विवादों के त्वरित निस्तारण, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने और दाखिल-खारिज एवं वरासत मामलों में तेजी लाने के निर्देश देकर जिलाधिकारी ने जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को प्राथमिकता दी। यह बैठक जिलाधिकारी की पारदर्शिता, सुशासन और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण साबित हुई।