
गोंडा 26 जनवरी। रविवार को एक मामूली घटना ने खरगूपुर-इटियाथोक मार्ग पर बड़ी सनसनी फैला दी। खरगूपुर के देवरिया कला गांव के पास, दोपहर के समय बाइक में शार्टसर्किट से आग लगने के बाद वह आग का गोला बन गई। यह हादसा ऐसा था कि राहगीरों के साथ-साथ खुद बाइक सवार भी सकते में आ गए। बाइक सवार ने अपनी सूझबूझ और तेजी से भागकर जान तो बचा ली, लेकिन उनकी बाइक देखते ही देखते राख में तब्दील हो गई।
खरगूपुर क्षेत्र के बनघुसरा गांव निवासी शिव नारायन तिवारी और राजन तिवारी रविवार को अपने दैनिक कार्य के लिए बाइक से इटियाथोक जा रहे थे। खरगूपुर-इटियाथोक मार्ग पर स्थित देवरिया कला गांव के पास, बाबू बच्चा सिंह इंटर कॉलेज से लगभग 100 मीटर की दूरी पर यह हादसा हुआ। बताया गया है कि यात्रा के दौरान उनकी बाइक अचानक बंद हो गई। शिव नारायन तिवारी ने बाइक को स्टार्ट करने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही उन्होंने ऐसा किया, बाइक में अचानक शार्टसर्किट हो गया।
शार्टसर्किट के कारण उठी चिंगारी ने पलभर में बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते बाइक से आग की लपटें उठने लगीं। शिव नारायन तिवारी और उनके साथी राजन तिवारी ने तत्काल बाइक से दूर भागकर अपनी जान बचाई। हालांकि, इस हादसे में किसी प्रकार की शारीरिक क्षति नहीं हुई, लेकिन उनकी बाइक पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।
घटना के समय आसपास के ग्रामीण खेतों और सड़क के पास मौजूद थे। उन्होंने जैसे ही बाइक को जलते देखा, तुरंत मदद के लिए दौड़े। कुछ लोगों ने पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि वह देखते ही देखते पूरी बाइक को अपने आगोश में ले चुकी थी।
ग्राम प्रधान हरचंदपुर, महेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि उनके भाई शिव नारायन तिवारी और भतीजे राजन तिवारी इटियाथोक किसी काम से जा रहे थे। उन्हें स्कूल के पास बाइक जलने की सूचना मिली। प्रधान ने बताया कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण थी लेकिन अच्छी बात यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक में आग लगने का कारण शार्टसर्किट बताया जा रहा है। हालांकि, बाइक के स्वामी शिव नारायन तिवारी ने कहा कि उनकी बाइक बिल्कुल ठीक थी और नियमित रूप से सर्विसिंग भी कराई जाती थी। फिर भी अचानक इस तरह की घटना होना काफी चौंकाने वाला है।
गांव के एक स्थानीय निवासी सुरेश यादव ने कहा, “हम खेत में काम कर रहे थे, तभी अचानक आग लगने की आवाज सुनी। भागकर जब वहां पहुंचे तो बाइक पूरी तरह जल रही थी। आग इतनी तेज थी कि कुछ भी करने का मौका नहीं मिला।” वहीं, एक अन्य ग्रामीण गंगाराम सिंह ने बताया कि यह हादसा दिखाता है कि वाहनों की समय-समय पर जांच और मेंटेनेंस कितनी जरूरी है।
यह घटना उन सभी बाइक चालकों और वाहन मालिकों के लिए एक सबक है, जो अपने वाहनों की नियमित जांच को नजरअंदाज करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहनों में शार्टसर्किट अक्सर इलेक्ट्रिक वायरिंग की खराबी या बैटरी के अनियमित रखरखाव के कारण होता है।
1. वाहन की समय-समय पर सर्विसिंग कराएं।
2. बैटरी और वायरिंग की जांच करते रहें।
3. अचानक बंद होने वाली स्थिति में गाड़ी को तुरंत मैकेनिक को दिखाएं।
4. किसी भी तरह की तकनीकी खराबी को हल्के में न लें।
हालांकि, इस घटना में जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह गोंडा के निवासियों के लिए एक चेतावनी की तरह है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्कता और जिम्मेदारी का पालन करना आवश्यक है। जिला प्रशासन और परिवहन विभाग को चाहिए कि वह इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेकर आवश्यक कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।