
गोंडा, 09 अक्टूबर। जिले में इस बार दुर्गा महाष्टमी का पर्व विशेष रूप से मनाया जाने वाला है। हर वर्ष की तरह इस बार भी जिले में दुर्गा महाष्टमी के मौके पर विशेष आयोजन की तैयारी की जा रही है, लेकिन इस बार का आयोजन एक नई पहल और थीम के साथ हो रहा है। शक्ति वंदन 2.0 नामक इस कार्यक्रम की थीम ‘शक्ति सारथी’ रखी गई है। यह पहल महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण, और सुरक्षित यात्रा के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। कार्यक्रम का आयोजन शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह कॉलेज के प्रांगण में किया जाएगा, जो जिले में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सशक्त माहौल तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अनोखी पहल: ‘शक्ति सारथी’ थीम
गोंडा जिले की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस अनोखी पहल की शुरुआत की है। उनका उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करना है। नेहा शर्मा का मानना है कि जिले में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है, और इस दिशा में ‘शक्ति सारथी’ जैसी पहल एक अहम भूमिका निभाएगी।
जिले में महिलाओं के लिए परिवहन के साधनों में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले ऑटो और ई-रिक्शा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने 1000 ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को ‘शक्ति सारथी’ के रूप में प्रशिक्षित किया है। इन चालकों को महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनाया गया है और उन्हें इस बात का प्रशिक्षण दिया गया है कि वे अपने वाहनों में यात्रा कर रही महिलाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल प्रदान करें।
यह पहल गोंडा जिले के परिवहन क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम है। वर्तमान समय में, अधिकतर महिलाएं ऑटो और ई-रिक्शा जैसे सस्ती और सुलभ परिवहन साधनों का उपयोग करती हैं। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि यह पहल केवल एक शुरुआत है और आने वाले समय में इसे और भी विस्तारित किया जाएगा। इसके तहत और अधिक चालकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा का माहौल पूरे जिले में बन सके।
महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
‘शक्ति सारथी’ थीम न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर केंद्रित है, बल्कि यह उन्हें सशक्त करने के भी उपायों का प्रतीक है। इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं के अधिकारों, उनके सुरक्षा उपायों, और समाज में उनके योगदान को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल महिलाओं की यात्रा को सुरक्षित बनाना नहीं है, बल्कि उनके जीवन के हर क्षेत्र में उन्हें मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना भी है। इस पहल के माध्यम से, प्रशासन यह संदेश देना चाहता है कि महिलाओं का सशक्तिकरण समाज की जिम्मेदारी है, और इसके लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी।
जीरो वेस्ट इवेंट: पर्यावरण संरक्षण का भी रखा गया ध्यान
शक्ति वंदन 2.0 का आयोजन एक और महत्वपूर्ण पहलू से खास है, वह है इसे जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में आयोजित करना। कार्यक्रम स्थल पर उत्पन्न होने वाले कचरे का समुचित निस्तारण किया जाएगा। इस पहल के जरिए जिला प्रशासन पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता दिखा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान न केवल प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग कम किया जाएगा, बल्कि जो भी कचरा उत्पन्न होगा उसका सही तरीके से निपटान किया जाएगा। इस प्रकार का आयोजन यह दर्शाता है कि जिले में विकास और पर्यावरण संरक्षण को समान महत्व दिया जा रहा है।
गोंडा जिले की प्रगति की झलक: विकास कार्यों की प्रदर्शनी
शक्ति वंदन 2.0 के दौरान गोंडा जिले में हुए विकास कार्यों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर एक विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें जिले में हुए विकास कार्यों और बदलते गोंडा की तस्वीर प्रस्तुत की जाएगी।
इस प्रदर्शनी के जरिए लोगों को यह जानकारी दी जाएगी कि गोंडा जिले ने पिछले कुछ वर्षों में किन-किन क्षेत्रों में प्रगति की है। इसमें प्रमुख विकास परियोजनाओं, सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े कार्यों को दर्शाया जाएगा।
इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोगों को जिले में हुए विकास कार्यों के प्रति जागरूक करना और यह बताना है कि गोंडा अब एक तेजी से विकसित होने वाला जिला बनता जा रहा है।
परंपराओं का निर्वाह: विकेंद्रीकृत कन्या पूजन
गोंडा में हर वर्ष दुर्गा महाष्टमी के मौके पर सामूहिक कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है। 2023 में इस कार्यक्रम में 11,888 कन्याओं का सामूहिक पूजन थॉमसन के मैदान में किया गया था। लेकिन इस बार जिला प्रशासन ने इस परंपरा को विकेंद्रीकृत करने का निर्णय लिया है।
इस वर्ष कन्या पूजन परिषदीय स्कूलों में आयोजित किया जाएगा। इन स्कूलों में आयोजित पूजन को डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम स्थल पर लाइव दिखाया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य परंपराओं को अधिक व्यापक रूप से मनाना और समाज के विभिन्न वर्गों को इसमें शामिल करना है।
परिषदीय स्कूलों में कन्या पूजन के आयोजन से यह सुनिश्चित होगा कि अधिक से अधिक लोग इस धार्मिक आयोजन में भाग लें और कन्या पूजन की महत्ता को समझें। यह कदम सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
महिला सशक्तिकरण के लिए प्रेरणास्रोत: 9 महिलाओं का सम्मान
शक्ति वंदन 2.0 के अंतर्गत, गोंडा जिले की 9 ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। इन महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कार्य, और अन्य क्षेत्रों में अपने असाधारण योगदान से समाज में एक प्रेरणादायक भूमिका निभाई है।
इन महिलाओं के सम्मान का उद्देश्य अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करना है कि वे अपने जीवन में कुछ बड़ा करें और समाज में अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग रहें। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि ये महिलाएं आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणास्रोत बनें, ताकि और भी महिलाएं सशक्त बन सकें।
सुरक्षित और सशक्त समाज की ओर कदम
शक्ति वंदन 2.0 कार्यक्रम गोंडा जिले में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल महिलाओं को सुरक्षित यात्रा के साधन उपलब्ध कराएगी, बल्कि उन्हें समाज में एक सशक्त स्थान भी दिलाएगी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा का यह प्रयास समाज में महिलाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। यह कार्यक्रम भविष्य में गोंडा जिले को एक सुरक्षित और प्रगतिशील समाज बनाने में अहम भूमिका निभाएगा, जहां महिलाएं बिना किसी भय के अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकेंगी और समाज में समानता का अनुभव कर सकेंगी।
शक्ति वंदन 2.0 जैसे आयोजन देशभर में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करेंगे, और अन्य जिलों में भी इस तरह की पहल को बढ़ावा मिलेगा।