
गोंडा 11 अगस्त (अतुल कुमार यादव)। इटियाथोक विकासखंड के लोहशीशा गांव के ग्रामीणों द्वारा सड़क निर्माण में अनियमितता की शिकायत की जांच करने गए सदर एसडीएम न्यायिक कुलदीप सिंह बरसात हो जाने के कारण खुद कीचड़ में फंस गए। जिसके बाद उन्होंने अपनी पैंट को उपर चढ़ाया और जूता हाथ में लेकर करीब एक किलोमीटर तक कच्चे रास्ते के बीच कीचड़ में चलकर सड़क निर्माण की बारीकी से हकीकत परखी। यह नजारा देखकर ग्रामीणों को यह एहसास जरूर हुआ कि ऐसे अधिकारी हो जाए तो व्यवस्था स्वयं सुधर जाएगी। ऐसे में अब एसडीएम साहब का जूता हाथ में लेकर कीचड़ के रास्ते गांव से जाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिसको लेकर अब क्षेत्र के लोग एसडीएम के द्वारा विषम परिस्थितियों के बावजूद आने जांच कार्य को पूरा किए जाने को लेकर तारीफ की रही है।
इटियाथोक विकासखंड के लोहशीशा गांव के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही सड़क में अनियमितता बरते जाने की शिकायत की थी। जिसपर जिला अधिकारी मार्कण्डेय शाही ने प्रकरण मे जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए थे। इसमें एसडीएम सदर न्यायिक कुलदीप सिंह तथा ग्रामीण अभियंत्रण सेवा व लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता शामिल थे। मंगलवार को जब यह टीम सड़क की जांच करने पहुंची तो बारिश होने लगी। करीब एक किलोमीटर सड़क पर सिर्फ अभी मिट्टी पटाई का कार्य संपन्न हुआ था। जिसके बाद बरसात हो जाने के कारण सड़क पर हर तरफ कीचड़ हो गया। जिसके बाद एसडीएम सदर कुलदीप सिंह व उनकी टीम जांच करने के दौरान रास्ते मे फंस गई। शिकायत के बाद जांच को एहमियत देने के लिए एसडीएम ने जूते हांथ में पकड़कर कीचड़ भरे मार्ग पर चलते हुए अपने कार्य को पूरा किया है जिसको लेकर अब क्षेत्र के लोग एसडीएम के द्वारा विषम परिस्थितियों के बावजूद आने जांच कार्य को पूरा किए जाने को लेकर तारीफ की रही है।
दरअसल जांच के लिए जिलाधिकारी द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया था। उसी प्रकरण में एसडीएम सदर जांच करने गए थे। यह एक करोड़ 39 लाख का प्रोजेक्ट है। इसमें 19 लाख की पहली किस्त आई थी। टेंडर होने के बाद ठेकेदार ने काम शुरू किया। बाद में कुछ दिनों तक क़िस्त ना आने के कारण ठेकेदार ने सड़क बनाने से हाथ खड़े कर दिए । दूसरी किस्त आने पर अब तब काम शुरू हुआ करीब 9 सौ मीटर सड़क पिच बनकर तैयार हो गई है। 11 सौ मीटर सड़क में सिर्फ मिट्टी का कार्य हुआ है । वर्तमान समय में पूरा बजट आ गया है । ग्रामीणों को शक था कि पैसा निकल गया है, काम नहीं हुआ है। लेकिन अभी भुगतान नहीं हुआ है। बरसात होने के कारण इस समय सड़क का निर्माण नहीं कराया जा सकता है।