
गोंडा, 3 दिसंबर। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हो रहे अत्याचार को लेकर गोंडा जिले में आज विभिन्न हिंदू संगठनों के नेतृत्व में विशाल आक्रोश धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और गांधी पार्क ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ जैसे नारों से गूंज उठा। प्रदर्शन का उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने और इसे तुरंत बंद कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग करना था। प्रदर्शनकारियों ने इस संबंध में राष्ट्रपति महोदया को संबोधित ज्ञापन भी स्थानीय मजिस्ट्रेट को सौंपा।
हिंदू समाज के लिए एकजुटता का आह्वान
धरना प्रदर्शन में हिंदू संगठनों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। जनसभा में मौजूद नेताओं और वक्ताओं ने हिंदू समाज को एकजुट रहने का आह्वान किया। आरएसएस और भाजपा नेताओं ने कहा कि “अगर बाटेंगे तो काटेंगे, और अगर एकजुट रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिंदुओं को संगठित होकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।

प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि यदि हिंदू समाज एकजुट होता, तो आज बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार की ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यह अत्याचार बंद नहीं हुआ, तो हिंदू समाज और व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगा।
बांग्लादेश हिंदू रक्षा समिति के संयोजक का बयान
बांग्लादेश हिंदू रक्षा समिति के संयोजक राकेश कुमार उर्फ गुड्डू वर्मा ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं 5 अगस्त से लगातार बढ़ रही हैं। वहां के हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, उनकी संपत्ति जब्त की जा रही है, और उन्हें धार्मिक रूप से दबाने का प्रयास किया जा रहा है। यह स्थिति असहनीय है। हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं।”
गुड्डू वर्मा ने आगे कहा कि यह पहली बार नहीं है जब हिंदू समाज ने बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, “इससे पहले भी हमने जन आक्रोश रैली का आयोजन किया था। लेकिन अब हमने राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन सौंपकर उनसे अपील की है कि इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया जाए। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारी मांगों पर ध्यान देगा।”

प्रदर्शन में हजारों की भागीदारी
गांधी पार्क में हुए इस धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं, युवा, बुजुर्ग, और बच्चे भी शामिल थे, जो बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आक्रोशित थे। उन्होंने कहा कि यह केवल बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं का नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज का मुद्दा है। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति से अपील की कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए भारत सरकार कड़े कदम उठाए।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
धरना प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। गांधी पार्क और उसके आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। पुलिस और प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें
धरना प्रदर्शन में भाग लेने वाले हिंदू संगठनों और नागरिकों ने अपनी प्रमुख मांगें इस प्रकार रखीं:
1. बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया जाए।
2. भारत सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए कि वह हिंदुओं के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न को तुरंत रोके।
3. बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
4. बांग्लादेश में हिंदुओं की संपत्ति और पूजा स्थलों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
‘जय श्री राम’ के नारों से गूंजा गांधी पार्क
धरना प्रदर्शन के दौरान पूरे गांधी पार्क में ‘भारत माता की जय’, ‘जय श्री राम’, और ‘जय भोलेनाथ’ के नारे गूंजते रहे। प्रदर्शनकारी तख्तियां और बैनर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था: ‘बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए न्याय’, ‘हिंदू एकजुट हो’, और ‘अत्याचार बंद करो’।
भाजपा और आरएसएस नेताओं का समर्थन
धरना प्रदर्शन में शामिल भाजपा और आरएसएस नेताओं ने कहा कि हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को अब और सहन नहीं किया जाएगा। भाजपा के एक स्थानीय विधायक ने कहा, “हिंदुओं की रक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम हर मंच पर इस मुद्दे को उठाएंगे।” उन्होंने कहा कि यह समय हिंदू समाज को एकजुट होकर अपने अधिकारों और अस्तित्व के लिए खड़े होने का है।
जनता की प्रतिक्रिया
प्रदर्शन में शामिल स्थानीय निवासी भी काफी आक्रोशित थे। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम चाहते हैं कि सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए। हमें न्याय चाहिए। यह लड़ाई सिर्फ बांग्लादेश के हिंदुओं की नहीं है, यह पूरी दुनिया के हिंदू समाज की है।”
प्रभात भारत विशेष
गोंडा में हुए इस विशाल आक्रोश धरना प्रदर्शन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि हिंदू समाज बांग्लादेश में अपने समुदाय के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर चुप नहीं बैठेगा। राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शनकारियों ने उम्मीद जताई कि भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर गंभीर कदम उठाएंगे। इस आयोजन ने हिंदू संगठनों को एकजुटता का नया मंच दिया और यह दिखाया कि जब समाज एकजुट होता है, तो वह अपनी आवाज बुलंद कर सकता है।
