गोंडा 28 दिसंबर। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी लखनऊ में शनिवार को गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। बारिश के साथ तेज हवाओं और कुछ क्षेत्रों में ओले गिरने के भी संकेत हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि यह परिवर्तन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं के मिलने के कारण हो रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिर सकते हैं। राजधानी लखनऊ में भी मौसम का यह बदलाव दिन और रात दोनों के तापमान को प्रभावित करेगा। दिन का अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है।
तापमान और बारिश का असर
शुक्रवार को लखनऊ में दिन का अधिकतम तापमान मामूली बढ़त के साथ 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार को गरज-चमक के साथ बारिश के बाद अगले 48 घंटों में तापमान की स्थिति सामान्य हो जाएगी।
पश्चिमी यूपी में बारिश के चलते अधिकतम तापमान गिरकर 15 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। हालांकि, रात के तापमान में मामूली कमी दर्ज की गई है। यह स्थिति ठंड को और अधिक बढ़ा सकती है। इस बार मौसम में बदलाव अचानक हुआ है, जिससे लोग पहले से ही सतर्क हो गए हैं।
तेज हवा और ओले गिरने की संभावना
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण लखनऊ सहित कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में यह प्रभाव अधिक देखा जा सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की हवाओं का मिलन इस विक्षोभ को अधिक ताकतवर बना रहा है, जिससे बारिश का दायरा भी व्यापक हो गया है।
लखनऊ की वायु गुणवत्ता में सुधार और मौसम का दीर्घकालिक प्रभाव
शुक्रवार को राजधानी लखनऊ की हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार दर्ज किया गया। शहर के छह वायु प्रदूषण मापक स्टेशनों में से किसी की भी हवा को लाल (खतरनाक) श्रेणी में नहीं पाया गया।
- नारंगी श्रेणी: अलीगंज और तालकटोरा
- पीली श्रेणी: गोमतीनगर, बीबीएयू, कुकरैल, और लालबाग
यह सुधार मौसम में बदलाव के कारण हुआ है। बारिश और तेज हवाओं के चलते प्रदूषकों का घनत्व कम हो गया, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई। मौसम विभाग का मानना है कि आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण के स्तर में और गिरावट आ सकती है।
मौसम परिवर्तन का प्रभाव
पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही बारिश से किसान और आम जनता दोनों प्रभावित होंगे। एक ओर, रबी की फसलों को इससे नुकसान हो सकता है, तो दूसरी ओर, शहरों में जलभराव और ठंड बढ़ने की संभावना है। ठंड बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो खुले में काम करते हैं या पर्याप्त गर्म कपड़ों का उपयोग नहीं कर पाते।
मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी
अतुल कुमार सिंह ने चेतावनी दी है कि तेज हवा और बारिश के दौरान सतर्क रहना जरूरी है। खासकर सर्द हवाएं लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। मौसम विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के उपाय करें।
आने वाले दिनों की स्थिति
शनिवार के बाद अगले 48 घंटों में तापमान फिर से सामान्य हो जाएगा। हालांकि, रात के समय ठंड का असर बढ़ सकता है। लोगों को मौसम में अचानक बदलाव के कारण अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण लखनऊ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। बारिश और ओले के साथ तापमान में गिरावट के चलते आम जनता और किसानों को सतर्क रहना जरूरी है। साथ ही, वायु गुणवत्ता में सुधार के कारण पर्यावरण के लिहाज से यह बदलाव सकारात्मक संकेत भी दे रहा है। अगले कुछ दिनों में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है, लेकिन तब तक सतर्कता ही सुरक्षित रहने का उपाय है।

