
लखनऊ (विजय प्रताप पांडे) 21 अक्टूबर।उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में संगठित अपराध और माफियाओं के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया है, जिसमें कई बेहतरीन और साहसी पुलिस अधिकारियों की अहम भूमिका रही है। इन अधिकारियों ने न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए, बल्कि राज्य को अपराध मुक्त करने के लिए कई मुठभेड़ों में अपनी जान की बाजी भी लगाई। इस लेख में हम ऐसे ही 10 सबसे काबिल और बहादुर अधिकारियों के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिन्होंने उत्तर प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
1. प्रशांत कुमार (डीजीपी – पुलिस महानिदेशक)
परिचय: प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश पुलिस के वर्तमान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हैं। वह अपने सख्त रवैये और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई बड़े माफियाओं और संगठित अपराधियों के खिलाफ निर्णायक मुठभेड़ें की हैं।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: प्रशांत कुमार का जन्म बिहार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार से ही प्राप्त की और उसके बाद आईपीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर यूपी कैडर में शामिल हुए। उनके करियर का सफर अपराधियों के खिलाफ उनके साहसिक कदमों से भरा हुआ है।
योगदान और उपलब्धियां: प्रशांत कुमार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 300 से अधिक बदमाशों का सामना किया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट किया। उन्होंने माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की और राज्य में कई हाई-प्रोफाइल माफियाओं का सफाया किया। उनके नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों ने उत्तर प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें तीन बार पुलिस वीरता पदक से नवाजा जा चुका है, जो उनकी बहादुरी और कड़ी मेहनत का प्रतीक है।
2. अमिताभ यश (एडीजी – एसटीएफ)
परिचय: अमिताभ यश का नाम उत्तर प्रदेश पुलिस के सबसे प्रमुख और चर्चित अधिकारियों में आता है। वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की नीतियों ने उन्हें अपराधियों के बीच एक खौफनाक नाम बना दिया है।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: अमिताभ यश ने दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी कानपुर से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। वह 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और अपनी कड़ी मेहनत और अद्वितीय नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
योगदान और उपलब्धियां: अमिताभ यश ने अपने करियर में उत्तर प्रदेश के कई कुख्यात माफियाओं और अपराधियों का सफाया किया है। एसटीएफ के नेतृत्व में, उन्होंने 150 से अधिक अपराधियों को खत्म किया है। उनका सबसे बड़ा योगदान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध के खिलाफ है। कई बड़े माफियाओं और गैंगस्टरों को नष्ट करने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनके नेतृत्व में एसटीएफ ने राज्य में कई बड़े अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिससे अपराध की दर में काफी कमी आई है।
3. दीपक कुमार (आईजी – आगरा रेंज)
परिचय: दीपक कुमार उत्तर प्रदेश पुलिस के सबसे सख्त और तेज-तर्रार अधिकारियों में से एक हैं। वह वर्तमान में अलीगढ़ रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात हैं। उन्होंने अपने करियर में कई खतरनाक अपराधियों को मुठभेड़ों में ढेर किया है और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: दीपक कुमार 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और बिहार के बेगूसराय से आते हैं। उन्होंने बीए ऑनर्स के साथ एलएलबी की पढ़ाई भी की है। वह अपनी बेहतरीन रणनीतिक क्षमताओं और अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैये के लिए जाने जाते हैं।
योगदान और उपलब्धियां: दीपक कुमार ने अब तक 56 से अधिक बदमाशों को मुठभेड़ों में ढेर किया है। उन्होंने अयोध्या, बांदा, और लखनऊ में भी अपनी सेवाएं दी हैं, जहां उन्होंने कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। दीपक कुमार का नाम उन अधिकारियों में गिना जाता है, जिन्होंने माफियाओं के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है और अपराधियों के मन में खौफ पैदा किया है।
4. अनंत देव तिवारी ( रिटायर्ड एसएसपी)
परिचय: अनंत देव तिवारी उत्तर प्रदेश के सबसे बहादुर आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं। वह 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और अपने करियर में कई बड़े और खतरनाक माफियाओं को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: अनंत देव तिवारी का चयन पहले पीसीएस के रूप में 1987 में हुआ था। बाद में उन्होंने 2006 में स्टेट कैडर से पदोन्नत होकर आईपीएस अधिकारी का पद ग्रहण किया। उनकी शिक्षा और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें राज्य के सबसे सफल पुलिस अधिकारियों में से एक बना दिया है।
योगदान और उपलब्धियां: अनंत देव तिवारी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की उस टीम का नेतृत्व किया, जिसने 150 से अधिक अपराधियों को मुठभेड़ों में ढेर किया है। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि कुख्यात माफिया ददुआ और ठोकिया को मार गिराना है। यह दोनों अपराधी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बन चुके थे, और तिवारी के नेतृत्व में उनके खिलाफ सफलतापूर्वक कार्रवाई की गई। उनके साहसिक कदमों ने राज्य के अपराधियों के मन में डर पैदा किया है और कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है।
5. नवनीत सिकेरा (एडीजी – पीटीएस उन्नाव)
परिचय: नवनीत सिकेरा उत्तर प्रदेश के सबसे चर्चित और करिश्माई आईपीएस अधिकारियों में गिने जाते हैं। वह वर्तमान में लखनऊ रेंज के आईजी के पद पर तैनात हैं और उन्होंने अपने करियर में कई अपराधियों को मुठभेड़ों में खत्म किया है।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: नवनीत सिकेरा ने हिंदी माध्यम स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और बाद में आईआईटी दिल्ली से बीटेक की पढ़ाई की। वह यूपीएससी में टॉप रैंक धारक रहे हैं, लेकिन उन्होंने आईएएस के बजाय आईपीएस बनने का निर्णय लिया। उनका यह फैसला उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए वरदान साबित हुआ है।
योगदान और उपलब्धियां: नवनीत सिकेरा ने 60 से अधिक बदमाशों को मुठभेड़ों में खत्म किया है। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई संगठित अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए उन्होंने विशेष अभियान चलाए, जिसमें अपराधियों को कठोर सजा दी गई। उनका नाम उत्तर प्रदेश पुलिस के सबसे साहसी और प्रभावशाली अधिकारियों में शुमार किया जाता है।