
गोंडा सहित नौ जिलों में बढ़ेगी सिंचाई सुविधा नहर परियोजना के लोकार्पण होने के बाद।
ब्यूरो रिपोर्ट- अतुल कुमार यादव
लखनऊ – विकास कार्यों को गतिमान बनाने के लिए तैयार सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन कर इसे देश को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को बलरामपुर आएंगे। पीएमओ से मिले प्रस्तावित कार्यक्रम के बाद प्रशासनिक अमला लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों में जुट गया है। प्रधानमंत्री बलरामपुर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सरयू परियोजना देश को समर्पित कर बटन दबा कर श्रावस्ती में नदी का गेट खोलेंगे। लोकार्पण कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी देश भर में होगा।
आजाद भारत में 78.68 करोड़ की लागत से 1978 में दो जिलों में सिंचाई के लिए राज्य सरकार ने छोटे स्तर पर इस परियोजना को शुरू किया था। चार साल बाद 1982 में इसे विस्तारित करते हुए नौ जिलों को इससे जोड़ दिया गया। बाद में इसका नाम परिवर्तित कर सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना कर दिया गया। नाम परिवर्तन के साथ साथ इसकी लागत भी पुनरीक्षित कर 78.68 करोड़ से बढ़ कर 2021 तक 9802.68 करोड़ रुपये हो गई। साथ ही सिंचित क्षेत्र की क्षमता भी 3.12 लाख हेक्टेअर से बढ़ कर 14.04 लाख हेक्टेअर पहुंच गयी। सरयू नहर खंड से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि परियोजना से जुड़े सभी कार्य अब पूर्ण हो चुके हैं। इस परियोजना का लोकार्पण कर इसे राष्ट्र को समर्पित किए जाने के लिए बीते काफी समय से प्रधानमंत्री का कार्यक्रम फाइनल करने की कोशिश चल रही थी। बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सात दिसंबर की पीएम के प्रस्तावित बलरामपुर कार्यक्रम की जानकारी दी गयी है। इसको लेकर विभागीय स्तर से भी तैयारियां शुरू हो गयी है।
परियोजना पर 9802.68 करोड़ का खर्च। 👇👇
सरयू नहर परियोजना के लिए घाघरा, राप्ती, बाणगंगा, सरयू व रोहिणी नदी को आपस में जोड़ा गया है। इस परियोजना की पुनरीक्षित लागत 9802.68 करोड़ रुपये है। परियोजना पर मार्च 2021 तक 9562.68 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस परियोजना के लिए कुल 25027.72 हेक्टेअर भूमि की आवश्यकता थी। इसके सापेक्ष 25021.497 हेक्टेअर भूमि विभाग ने पहले ही खरीद लिया है।
गोंडा सहित नौ जिलों में बढ़ेगी सिंचाई सुविधा।👇👇
सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के तहत सरयू लिंक चैनल, सरयू मुख्य नहर तथा उसकी समस्त शाखाएं राप्ती लिंक नहर व राप्ती मुख्य नहर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, गोरखपुर व महराजगंज में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा। इस परियोजना के तहत रेलवे ब्रिज का भी निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है।
अजय कुमार अधिशासी अभियंता सरयू नहर खंड/नोडल ने बताया किसरयू नहर परियोजना का कार्य पूरा हो चुका है। अब इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी से करा परियोजना देश को समर्पित किए जाने के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारी चल रही है। जल्दी ही लोकार्पण कार्यक्रम की अधिकृत तिथि की घोषणा की जाएगी।