
गोंडा 10 दिसंबर (अतुल यादव)। गोंडा नगर पालिका जो विवादों से लगातार घिरी रहती है जिसका विवादों से लंबा नाता है कई पालिकाध्यक्ष ने अनियमित ढंग से ना केवल कर्मचारियों को लाभ पहुंचाया बल्कि इनके द्वारा जिनकी नियुक्ति सवालों के घेरे में थी उनको नियमित करके सरकार को भी करोड़ों रुपए का चूना लगाया है इस नियुक्ति घोटाले की शुरुआत हुई थी 2006 से जब एक अधिशासी अधिकारी ने जिलाधिकारी के आदेश का हवाला देते हुए विभिन्न विभिन्न पत्रांक संख्या पर और अलग-अलग दिनांक में नियुक्ति पत्र जारी कर दिए और कई कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र पर तो पत्रांक संख्या की जगह मेमो लिखा हुआ है और यह सभी नियुक्ति पत्र की वैधता संदेह के घेरे में है
यह नियुक्ति पत्र अरविंद कुमार पांडे पुत्र सावन प्रसाद पांडे का है जिनकी नियुक्ति नजूल विभाग में चतुर्थ श्रेणी पद पर दैनिक भोगी कर्मचारी के रूप में की गई थी दिनांक 28 जुलाई 2006 को इनकी नियुक्ति की गई थी पत्रांक संख्या मेमो/ स्थानीय-2006 इस पत्र की वैधता पर सवालिया निशान खुद 2006 में जारी अन्य नियुक्ति प्रमाण पत्र उठाते हैं सूत्रों के अनुसार इन लोगों को वेतन मिल रहा है और वेतन मिलना ही अधिकारियों और मौजूदा अध्यक्ष के कर्तव्य निष्ठा पर सवालिया निशान खड़ा करता है
पूर्व और वर्तमान के नगर पालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारियों ने मिलीभगत कर कर्मचारियों को लगातार वेतन लाभ पहुंचाते रहें पूर्व में शासन स्तर पर दिनांक 6 दिसंबर 1991 को दैनिक वेतन आप वाह वर्क चार्ज श्रमिकों के नियोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था जिस पर पीएल पुनिया के हस्ताक्षर थे उसके अलावा 23 जुलाई 2012 को प्रवीण कुमार जो समय प्रमुख सचिव से नगरीय विकास के हस्ताक्षर से एक पत्र जारी हुआ जिसमें नगरिया स्थानीय निकायों में अनियमित ढंग से नियुक्त संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने के स्पष्ट आदेश थे इन सभी आदेशों को ना केवल इन अधिकारियों द्वारा दरकिनार कर दिया गया बल्कि अपने निजी लाभ के चलते इन 21 लोगों के वेतन निकलते रहे आज भी इनके वेतन लगातार निकल रहे हैं
बिना निजी लाभ के चलते कोई इतना बड़ा खतरा कैसे ले सकता है इन 21 कर्मचारियों को लाभ देने के लिए अधिकारियों ने हाईकोर्ट में ना केवल फर्जी काउंटर लगा दिया बल्कि 2019 के बाद से उसकी पैरवी भी करना भूल गए हमने वादा किया था कि अगले 21 दिन तक सभी 21 कर्मचारियों की पोल खोलेंगे अब अगले 20 दिन तक अगले 20 कर्मचारियों का काला चिट्ठा हम आपके सामने रखते रहेंगे