
रिपोर्ट- अतुल कुमार यादव
गोंडा– शहर के गली मोहल्लों से निकलने वाले कूड़ा कचरा से अब लोगों को जल्द छुटकारा मिल जाएगा। शासन ने कचरा संग्रहण केंद्र मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर के लिए तीन करोड़ रुपये अवमुक्त किए हैं। जिससे गोंडा में कचरा संग्रहण केन्द्र बनाया जाएगा। इसके लिए नगर पालिका प्रशासन ने भूमि की तलाश शुरू कर दी है। भूमि मिलते ही एमआरएफ सेंटर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (कचरा संग्रहण केंद्र) में शहर भर से नगर पालिका परिषद की गाड़ियां कचरा लेकर आएंगी। जहां मशीन के पट्टे पर गीला, सूखा कचरा अलग-अलग डाल दिया जाएगा। गीला कचरा वैसे के वैसा ही पट्टे के माध्यम से आगे जाएगा। मशीन से दबाव डालकर कचरा पूरी तरह सूखा दिया जाएगा। उसके बाद कचरा टैंकरनुमा कैप्सूल में चला जाएगा। वहीं सूखा कचरा पहले पीछे की ओर जाएगा।
वहां उपयोग होने वाले सामान अथवा कबाड़ को अलग कर लिया जाएगा। घर-घर से कचरा उठाने वाले सफाई कर्मी गली मोहल्लों के मोड़ पर पहुंचने वाले नपाप की गाड़ियों में कचराएकत्र करेंगे। इसके बाद यह गाड़ियां कचरे को एमआरएफ सेंटर तक पहुंचाएंगी। इसके लिए नपाप दो जेसीबी समेत छोटी बड़ी मिलाकर 15 गाड़ियां लगाएगी। जिससे कचरे की ढुलाई की जाएगी।
नगर पालिका प्रशासन ने एमआरएफ सेंटर के लिए चार एकड़ भूमि का अधिग्रहण करेगी। नगर पालिका क्षेत्र की सीमा से बाहर शहर से पांच किलोमीटर की दूरी पर चार एकड़ भूमि की तलाश की जा रही है। चार एकड़ में कचरा संग्रहण के साथ ही उसके निस्तारण के लिए प्लांट लगेगा। इसमें एक एकड़ भूमि में प्लांट लगाया जाएगा। इसके अलावा तीन एकड़ भूमि में कचरा डंप करने की व्यवस्था की जाएगी।