
मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिला और बालिका लाभार्थियों से संवाद का आयोजन, चुनौतियों पर चर्चा और समाधान के निर्देश
गोण्डा, 08 अक्टूबर। मंगलवार को गोण्डा के कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को योजनाओं के लाभ से अवगत कराना और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर विचार-विमर्श करना था। यह कार्यक्रम मिशन शक्ति 5.0 के तहत आयोजित किया गया, जिसमें गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं और बालिकाओं के साथ संवाद किया।
इस संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड और सामान्य), स्पॉन्सरशिप योजना, और पति की मृत्यु के बाद महिला पेंशन से लाभान्वित महिलाओं एवं बालिकाओं से सीधे संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने इस संवाद को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों और योजनाओं के प्रति जागरूक करने में मददगार साबित होंगे।
मिशन शक्ति अभियान: एक सशक्त पहल
महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2020 में शुरू किया गया मिशन शक्ति अभियान उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रमुख पहल है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देना है। वर्तमान में इस अभियान का पांचवां चरण (मिशन शक्ति 5.0) चल रहा है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के साथ-साथ समाज में उनकी सुरक्षा और सम्मान की भावना को मजबूत करने का कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा, “महिलाओं का सशक्तिकरण न केवल उनके जीवन को सुधारने में सहायक है, बल्कि यह पूरे समाज के विकास के लिए आवश्यक है। मिशन शक्ति का उद्देश्य महिलाओं को उनकी सुरक्षा, शिक्षा, रोजगार और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इस अभियान ने हजारों महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाया है और उन्हें एक नई दिशा दी है।”
महिलाओं और बालिकाओं के साथ संवाद: चुनौतियों का समाधान
इस संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने महिलाओं और बालिकाओं से सीधे उनकी समस्याओं और चुनौतियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। कई महिलाएं और बालिकाएं जिन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त किया है, अपनी कहानियों और अनुभवों को साझा करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुईं। जिलाधिकारी ने उनके अनुभवों को ध्यान से सुना और उन पर गहन विचार-विमर्श किया।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थी बालिकाओं ने बताया कि इस योजना ने उनकी शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे वे अपनी पढ़ाई बिना किसी बाधा के पूरी कर पा रही हैं। कुछ बालिकाओं ने इस योजना के तहत मिले लाभ के बारे में बात की और बताया कि इससे उनके परिवार को भी बड़ी राहत मिली है। जिलाधिकारी ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन मिल रहा है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड और सामान्य) के तहत लाभान्वित महिलाओं और बालिकाओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। इस योजना ने उन परिवारों की मदद की है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान अपने परिवार के मुख्य कमाने वाले को खो चुके हैं। महिलाओं ने बताया कि इस योजना से उन्हें आर्थिक सहारा मिला और वे अपने बच्चों की परवरिश और शिक्षा का प्रबंध कर पा रही हैं। जिलाधिकारी ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि सरकार ने उन परिवारों का ध्यान रखा है, जो महामारी के कारण प्रभावित हुए थे, और इस प्रकार की योजनाओं से उन परिवारों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है।
पति की मृत्यु के बाद महिला पेंशन योजना से लाभान्वित महिलाओं ने अपनी कहानियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि इस योजना ने उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है। जिलाधिकारी ने इन महिलाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस योजना से उन्हें सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिली है, जो उनके भविष्य को सुरक्षित करने में मददगार साबित हो रही है।
महिलाओं की चुनौतियाँ और उनके समाधान के लिए सुझाव
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि इन योजनाओं का लाभ सही समय पर और सही तरीके से पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाओं को इन योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है, इसलिए उन्हें योजनाओं के प्रति जागरूक करना और आवेदन करने में मदद करना आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी को समय पर मिले। उन्होंने यह भी कहा कि जिन महिलाओं या बालिकाओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए।
मिशन शक्ति अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम
जिलाधिकारी ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के तहत कई प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें यह सिखाया जा रहा है कि वे अपने जीवन के हर क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ सकती हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ: महिलाओं के जीवन में सुधार
इस कार्यक्रम में विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं और बालिकाओं की कहानियों ने यह सिद्ध किया कि इन योजनाओं ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्यु के बाद महिला पेंशन योजना जैसी योजनाओं ने न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने सभी लाभार्थियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह संवाद कार्यक्रम महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के प्रयास का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के संवाद से महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में संरक्षण अधिकारी चन्द्रमोहन वर्मा, परियोजना समन्वयक आशीष मिश्रा, नीलम सरोज, पंकज कुमार राव और सिद्धनाथ पाठक सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने भी महिलाओं और बालिकाओं की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए सुझाव दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे और उन्हें समाज में उनका अधिकार दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जाएंगे।
प्रभात भारत विशेष: मिशन शक्ति 5.0 का भविष्य
मिशन शक्ति 5.0 का यह कार्यक्रम महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार के संवाद कार्यक्रमों से न केवल महिलाओं की समस्याओं को समझने का अवसर मिलता है, बल्कि उनके समाधान के लिए कारगर कदम भी उठाए जाते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है कि महिलाएं और बालिकाएं समाज में सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर जीवन जी सकें।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन से यह स्पष्ट है कि मिशन शक्ति अभियान ने महिलाओं के जीवन में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।