मुंबई के सिद्दीकी बाबा मर्डर केस में बहराइच के आरोपियों पर बड़ी कार्यवाही की तैयारी, प्रॉपर्टी की जांच शुरू, बुलडोजर कार्रवाई संभव
बहराइच 13 अक्टूबर। मुंबई के सिद्दीकी बाबा की हत्या के बाद से ही पुलिस और प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। हत्या के मामले के दो प्रमुख आरोपियों, बहराइच के गंडारा निवासी धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा, के खिलाफ अब प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इन दोनों आरोपियों के घर और संपत्तियों की जांच की जा रही है, और खबर है कि इनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चल सकता है।
मामले का संक्षिप्त विवरण
मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी। बाबा सिद्दीकी को गोली मारकर हत्या करने के आरोप में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से दो आरोपी उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा की पहचान मुख्य शूटरों के रूप में हुई है। इस घटना के बाद से ही बहराइच पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया है। धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शिवकुमार गौतम अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
प्रॉपर्टी की जांच और बुलडोजर की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, बहराइच प्रशासन ने अब आरोपियों की संपत्तियों पर कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। जिला प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारी इन दोनों आरोपियों की संपत्तियों की जांच में जुट गए हैं। राजस्व विभाग के लेखपाल उनके घर और जमीनों का आकलन कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उनकी संपत्तियां अवैध तरीके से तो नहीं हासिल की गई हैं। अधिकारियों के मुताबिक, यदि इनकी संपत्तियों में किसी भी तरह की अनियमितता पाई जाती है, तो उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी, जिसमें बुलडोजर का इस्तेमाल भी शामिल है।
धर्मराज और शिवकुमार का परिवार
धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम दोनों ही सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके परिवार वाले अभी भी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपियों के घर के आसपास अब सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि, पुलिस ने उनके परिवार से पूछताछ शुरू कर दी है ताकि इस मामले में और जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उनके परिवार को इनकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में पहले से कोई जानकारी थी या नहीं।
संपत्तियों का आकलन: लेखपाल की भूमिका
बहराइच के गंडारा गांव में जिला प्रशासन ने आरोपियों की संपत्तियों की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है। राजस्व विभाग के लेखपाल और अन्य अधिकारी उनकी संपत्तियों का आकलन करने में जुट गए हैं। इनकी संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इन संपत्तियों के अधिग्रहण में किसी प्रकार की अवैधता थी। अधिकारियों ने बताया कि इस जांच में सभी संपत्तियों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो उन पर कार्रवाई करने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अवैध संपत्ति पर बुलडोजर कार्रवाई
अगर जांच के दौरान आरोपियों की संपत्तियों में कोई भी अवैध गतिविधि या अवैध कब्जा पाया जाता है, तो बहराइच प्रशासन द्वारा उन पर बुलडोजर चलाने की योजना बनाई जा रही है। प्रशासन का यह कदम प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश देने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पहले भी कई मामलों में अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई हो चुकी है, और अब इस हत्याकांड में भी ऐसी ही कार्रवाई की संभावना बढ़ती जा रही है।
शिवकुमार गौतम की गिरफ्तारी के प्रयास
शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक उसे पकड़ा नहीं जा सका है। पुलिस को शक है कि शिवकुमार गौतम ने किसी सुरक्षित स्थान पर शरण ली हुई है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद मामले में कई और महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं। उसके पकड़े जाने के बाद इस हत्याकांड की साजिश के पीछे के असली कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है।
परिवार पर बढ़ता दबाव
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे आरोपियों के परिवारों पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। पुलिस और प्रशासन का परिवार पर यह दबाव है कि वे शिवकुमार गौतम के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी दें। पुलिस ने आरोपियों के परिवारों से भी बातचीत शुरू कर दी है ताकि उनके संबंधों और आर्थिक स्रोतों का पता लगाया जा सके। अगर परिवार को आरोपियों की आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी थी और उन्होंने पुलिस को नहीं बताया, तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
संपत्तियों का ब्योरा
आरोपियों की संपत्तियों का ब्योरा खंगाला जा रहा है। राजस्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार, गंडारा गांव में धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम के पास जमीन और मकान के अलावा कुछ और संपत्तियों का भी रिकॉर्ड है। प्रशासन इन संपत्तियों की जांच में जुटा हुआ है और इसके दस्तावेजों को खंगाल रहा है। अगर संपत्ति के कागजात में कोई भी गड़बड़ी पाई जाती है, तो आरोपियों की इन संपत्तियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की आगे की योजना
मुंबई और बहराइच पुलिस इस मामले में पूरी तरह से सक्रिय है और शिवकुमार की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर दबिश दे रही है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही शिवकुमार को पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस धर्मराज कश्यप से पूछताछ कर रही है और उससे कई अहम जानकारियां मिली हैं, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। पुलिस इस हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है, जिनका संबंध इस साजिश से हो सकता है।
सियासी प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ही राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है। एनसीपी के प्रमुख नेताओं ने इस हत्याकांड की निंदा की है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अपराधियों के खिलाफ प्रदेश सरकार की नीति बेहद सख्त है और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और दोषियों के खिलाफ हरसंभव कार्रवाई की जाएगी।
गांव में सन्नाटा
बहराइच के गंडारा गांव में अब सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव के लोग इस हत्याकांड से हैरान और डरे हुए हैं। स्थानीय लोग आरोपियों के परिवारों से दूरी बना रहे हैं, और कोई भी इस मामले में खुलकर कुछ कहने से बच रहा है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के गांव में आने के बाद से गांव के लोगों में खौफ का माहौल है।
मुंबई के सिद्दीकी बाबा मर्डर केस ने न केवल मुंबई बल्कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले को भी झकझोर कर रख दिया है। आरोपियों के खिलाफ अब बहराइच प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, जिसमें उनकी संपत्तियों की जांच और अवैध संपत्ति पर बुलडोजर की कार्रवाई भी शामिल है। जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

