गोण्डा, प्रभात भारत 06 सितंबर।
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अट्ठारह सौ सत्तावन क्रांति के महानायक महाराजा देवी बक्श सिंह एवं उनके सहयोगी साथियों का जो देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे आज दिनांक 6 अक्टूबर को पित्र पक्ष के अमावस्या तिथि पर उनका पिंडदान एवं श्राद्ध का कार्यक्रम क्षत्रिय युवा वाहिनी द्वारा उनके पैतृक ग्राम एवं जन्मस्थली जिगना कोट पर उनके द्वारा निर्मित पंचमुखी शिवाला पर किया गया। जिसमें क्षेत्र के हजारों लोग मौजूद रहे। पिंड दान हवन ब्राह्मण भोज द्वारा श्राद्ध का कार्यक्रम विधि विधान से किया गया क्षत्रिय युवा वाहिनी के इस पहल को क्षेत्र की जनता ने काफी सराहा और आए हुए लोग काफी भावनात्मक दिखे अपने महाराजा के लिए शासन प्रशासन द्वारा हो रही उपेक्षा से लोग मायूस दिखे महाराजा देवी बक्स सिंह ने गुलामी को ना स्वीकार करते हुए अंग्रेजों से लड़े और अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्हीं की रियासत में गोंडा शहर बसा हुआ है।
संगठन शासन प्रशासन से यह मांग करता है की महाराजा देवी बक्स सिंह की बची हुई धरोहर को संरक्षित किया जाए और उसका सुंदरीकरण करके दर्शकों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में विकसित किया जाए। उनकी बची हुई स्मृतियों का संयोजन एवं संरक्षण किया जाए।

