
बहराइच 13 अक्टूबर। मुंबई में नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया है। इस हत्याकांड ने न केवल मुंबई बल्कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले को भी हिला कर रख दिया है, जहां से दो संदिग्ध हमलावरों की पहचान हुई है। बहराइच पुलिस अधीक्षक (एसपी) वंदा शुक्ला ने इस बात की पुष्टि की है कि दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं। एक आरोपी धर्मराज कश्यप को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा अभी फरार है।
हमलावरों की पहचान और पृष्ठभूमि
पुलिस ने बताया कि धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा, दोनों बहराइच जिले के गंडारा गांव के निवासी हैं। दोनों की उम्र करीब 18-19 साल है और उनका कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। एसपी वंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों आरोपी सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके घर एक-दूसरे के पास ही हैं। यह जानकारी भी सामने आई है कि दोनों परिवार के संपर्क में रहते थे और पुलिस अब उनके परिवारों से बातचीत कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि परिवार को इस घटना के बारे में क्या जानकारी है।
मुंबई में हत्या की घटना
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुंबई पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड को तीन बदमाशों ने अंजाम दिया था, जिनमें से दो की पहचान यूपी के बहराइच के रहने वाले धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा के रूप में की गई है। तीसरे आरोपी की पहचान हरियाणा के गुरमैल बलजीत सिंह (23 वर्ष) के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि गुरमैल पिछले 6 साल से पुणे में काम कर रहा था।
साजिश और रेकी
पुलिस की शुरुआती जांच से यह पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश काफी समय पहले रची गई थी। सूत्रों के अनुसार, हत्यारे पिछले 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। 2 सितंबर से वे कुर्ला में एक किराए के कमरे में ठहरे हुए थे। उन्होंने बाबा सिद्दीकी के घर और उनके बेटे के ऑफिस की रेकी की थी ताकि सही वक्त पर हत्या को अंजाम दिया जा सके। गिरफ़्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ के दौरान इस बात की पुष्टि की कि वे पिछले कई दिनों से सिद्दीकी की दिनचर्या और उनके घर के बारे में जानकारी जुटा रहे थे।
शिवकुमार और धर्मराज का मुंबई में काम
बहराइच पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शिवकुमार गौतम पिछले 6 सालों से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था। करीब दो महीने पहले ही उसने अपने पड़ोसी धर्मराज कश्यप को भी काम के लिए पुणे बुलाया था। पुलिस के मुताबिक, हत्या की साजिश रचने वाले व्यक्ति ने शिवकुमार और धर्मराज की मुलाकात गुरमैल से कराई थी। इस मुलाकात के बाद ही तीनों ने मिलकर बाबा सिद्दीकी की हत्या की योजना बनाई थी।
कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का शक
मुंबई पुलिस ने इस हत्याकांड को कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का मामला बताया है। पुलिस का कहना है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या सुपारी देकर करवाई गई है। हालांकि, इस बात की जांच अभी जारी है कि सुपारी किसने दी और कितनी राशि में यह सौदा हुआ। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए सघन जांच कर रही है। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस हत्याकांड में किसी राजनीतिक दुश्मनी का हाथ है या फिर इसके पीछे कोई अन्य मकसद था।
शूटर्स की गिरफ्तारी और आगे की जांच
धर्मराज कश्यप को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा अभी भी फरार है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं और मुंबई से लेकर बहराइच तक कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है। शिवकुमार की गिरफ्तारी से हत्याकांड से जुड़े कई और राज खुलने की संभावना है। वहीं, पुलिस को उम्मीद है कि वह जल्द ही हत्या के मास्टरमाइंड तक पहुंचने में कामयाब होगी।
परिवार की भूमिका की जांच
बहराइच पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी सामान्य परिवार से हैं और घरवालों के संपर्क में रहते थे। हालांकि, पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके परिवार को इस हत्याकांड के बारे में क्या जानकारी थी। पुलिस ने दोनों के परिवारों से बातचीत शुरू कर दी है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या परिवार के किसी सदस्य को इस योजना के बारे में पहले से कोई जानकारी थी या नहीं।
सिद्दीकी के परिवार का हाल
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके परिवार के सदस्य और समर्थक इस नृशंस हत्या से सदमे में हैं। सिद्दीकी के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह हमेशा सामाजिक कार्यों और गरीबों की मदद के लिए जाने जाते थे, और उनकी हत्या ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस ने सिद्दीकी के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई है और मामले की जांच में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
सियासी जगत की प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राजनीतिक जगत में भी हलचल मच गई है। एनसीपी के प्रमुख नेताओं ने इस हत्या की निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और इसे एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताया है। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने भी इस हत्याकांड की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया है और जल्द से जल्द सच्चाई सामने लाने का वादा किया है।
पुलिस की आगे की योजना
मुंबई और बहराइच पुलिस इस हत्याकांड की जांच में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। पुलिस ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और सच्चाई को सामने लाया जाएगा। जांच के दौरान मिले तथ्यों और आरोपियों के बयानों के आधार पर पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा करने के करीब पहुंच सकती है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल मुंबई बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना बताती है कि राजनीति और अपराध का गठजोड़ किस हद तक खतरनाक हो सकता है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने आएगी।