
10 वर्षीय आध्यात्मिक वक्ता अभिनव अरोड़ा को मिली जान से मारने की धमकी: परिवार में चिंता
नई दिल्ली 29 अक्टूबर। मात्र 10 साल के आध्यात्मिक सामग्री निर्माता अभिनव अरोड़ा, जो देशभर में अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक सामग्री के लिए लोकप्रिय हैं, को हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। अभिनव के परिवार ने सोमवार को बताया कि उन्हें अज्ञात नंबर से एक कॉल आई, जिसमें कहा गया कि अभिनव को जान से मार दिया जाएगा। परिवार ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं समझ आ रहा है कि यह धमकी क्यों दी गई है, क्योंकि अभिनव ने किसी के खिलाफ कुछ नहीं किया है। वह तो सिर्फ भक्ति में लीन एक बालक है।
अभिनव की माँ की प्रतिक्रिया
अभिनव की माँ ने कहा, “हमें रविवार की रात एक कॉल आई थी, परंतु हम उसे उठा नहीं पाए। फिर आज सुबह हमें उसी नंबर से एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें साफ-साफ कहा गया कि अभिनव को जान से मार दिया जाएगा। यह हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता की बात है।” उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “अभिनव ने ऐसा कुछ नहीं किया है जिसके लिए उसे ऐसी धमकियाँ मिल रही हों। वह तो अपनी भक्ति में ध्यान केंद्रित किए हुए है और इस उम्र में भी उसे अत्यधिक सहन करना पड़ रहा है।”
अभिनव की माँ ने धमकी भरे कॉल और संदेश को लेकर संबंधित पुलिस अधिकारियों से भी संपर्क किया और उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है और मामले की जाँच शुरू कर दी है।
सोशल मीडिया पर बढ़ते विवाद और धमकियों का सिलसिला
अभिनव पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर विवादों में घिरा हुआ है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उसे स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा डांटा गया दिखाया गया था। यह घटना 2023 में वृंदावन के एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी, जिसमें अभिनव मंत्रोच्चार कर रहा था और इसी दौरान रामभद्राचार्य ने उसे चुप रहने के लिए कहा था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से ही लोग अभिनव की निंदा कर रहे थे।
अभिनव की माँ ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह कोई इतनी बड़ी बात नहीं थी जितनी इसे बनाया गया है। बड़ों की डांट भी आशीर्वाद के समान होती है। रामभद्राचार्य जी ने भी उसे आशीर्वाद दिया था और उस समय की घटना को आज इंटरनेट पर गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।”
अभिनव का बयान
इंस्टाग्राम पर 900 हजार से अधिक फॉलोअर्स वाले इस युवा आध्यात्मिक वक्ता ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उसने कहा, “हर कोई डांट पर ध्यान दे रहा है, न कि उस आशीर्वाद पर जो मुझे बाद में दिया गया। रामभद्राचार्य जी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और आशीर्वाद दिया था। जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह 2023 का है और वृंदावन का है, न कि प्रतापगढ़ का जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं।”
अभिनव ने यह भी कहा कि उसे और उसके परिवार को लगातार धमकियाँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा, “हमारे घर के बाहर अराजकता मची हुई है, मेरी जान को खतरा है। आखिर हम कब तक यह सब बर्दाश्त करेंगे?”
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ी धमकियाँ और पुलिस की प्रतिक्रिया
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का नाम आपराधिक गतिविधियों में लगातार सामने आता रहा है। यह गिरोह कई हाई-प्रोफाइल मामलों में संलिप्त पाया गया है, और अब अभिनव को भी इसी गिरोह से जान से मारने की धमकी मिली है।
दिल्ली पुलिस ने इस धमकी को गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे और जल्द से जल्द धमकी देने वालों को गिरफ्तार करेंगे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “अभिनव अरोड़ा के मामले में हम पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का नाम आने से मामला और भी संवेदनशील हो गया है। हम अभिनव की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं और जल्द ही इस मामले में दोषियों को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर बढ़ता समर्थन और विवाद
अभिनव के फॉलोअर्स और प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर उसके समर्थन में आवाज उठाई है। कई लोग इसे एक बालक के खिलाफ बेवजह का विवाद मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे धार्मिक मुद्दों से जोड़कर देख रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि इस मामले में बच्चे के प्रति संवेदनशीलता दिखाई जानी चाहिए और उसे धमकियों से बचाया जाना चाहिए।
इस मामले को लेकर देशभर के कई धर्मगुरुओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने कहा कि अभिनव जैसे बालक को धार्मिक कार्यों में आगे बढ़ाना चाहिए, जबकि कुछ ने विवाद को शांत करने की अपील की है।
धमकियों के पीछे कारण: बालक या प्रचार?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला केवल धमकी तक सीमित नहीं है। कई बार सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसिद्धि पाने वाले लोग विवादों में घिर जाते हैं, और कुछ लोग उन्हें अपनी शक्ति दिखाने के लिए निशाना बनाते हैं। अभिनव एक बालक है और उसकी धार्मिक गतिविधियाँ उसे अन्य बच्चों से अलग बनाती हैं, जो संभवतः कुछ लोगों को असहज कर सकता है।
हालांकि, परिवार का कहना है कि अभिनव को जान से मारने की धमकियाँ मिलना अत्यंत दुखद है और वे इस मामले को लेकर चिंतित हैं।
अधिकारियों की अपील
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से बचें और किसी भी जानकारी के लिए पुलिस से संपर्क करें। अधिकारियों ने यह भी कहा कि पुलिस की टीमें हर जरूरी कदम उठा रही हैं ताकि अभिनव और उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
एक मासूम बालक, जो अपनी भक्ति और धार्मिक सामग्री के माध्यम से लोगों के बीच अपनी पहचान बना रहा है, उसे इस प्रकार की धमकियाँ मिलना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि समाज के लिए भी एक चिंता का विषय है। अभिनव की माँ के अनुसार, उनका बच्चा सिर्फ अपनी भक्ति में लीन है और ऐसे में उसे निशाना बनाना किसी भी तरह से उचित नहीं है।
इस मामले में पुलिस की जाँच और सुरक्षा उपायों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी और किस प्रकार इस मामले को सुलझा पाती है ताकि एक 10 वर्षीय मासूम की जान को किसी भी प्रकार का खतरा न हो और वह फिर से अपनी भक्ति और अध्यात्म की यात्रा को निर्भीक होकर जारी रख सके।