
रवि, बलरामपुर। लावारिस लाशों के मसीहा फैजाबाद के निवासी मोहम्मद शरीफ को कौन नहीं जानता, 25000 से ज्यादा लावारिस लाशों को दफनाकर उनको एक नई पहचान मिली है उन्हें कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। ऐसे ही एक समाज सेवक बलरामपुर के शाबान अली है जो लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार अपने खर्चे से करते हैं। मोहल्ला नई बाजार मे एक मानसिक विछिप्त व्यक्ति की मृत्यु हो गई जिसकी सूचना वार्ड सभासद अंशु मिश्रा ने शाबान अली को दिया। शाबान अली ने मौके पर पहुंच कर उस लावारिस व्यक्ति का पुलिस व सभासद के सहयोग से कफन कराया और अंतिम संस्कार के लिए राप्ती घाट पर रवाना किया शाबान अली ने बताया की वो लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार अपने निजी खर्चे से कराते हैं। शाबान अली तथा सभासद अंशु मिश्रा के इस कार्य की सराहना मोहल्लेवासियों ने किया और पुलिस के योगदान की भी सराहना की।