बलरामपुर, 21 नवंबर। तुलसीपुर स्थित तहसील सभागार में गुरुवार को मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील की अध्यक्षता में सिंचाई विभाग एवं उससे संबंधित अन्य विभागों की एक अहम बैठक संपन्न हुई। बैठक में फसल बुवाई के दौरान किसानों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और नहरों के माध्यम से सिंचाई व्यवस्था में सुधार के विषयों पर चर्चा की गई। मंडलायुक्त ने इस दौरान क्षेत्रीय समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई अहम निर्देश दिए।
नहरों से पानी पहुंचाने का निर्देश
मंडलायुक्त ने बताया कि देवीपाटन मंडल में चार विकास खंड—पचपेड़वा, हरैया सतघरवा, तुलसीपुर, और गैसड़ी—हार्ड एरिया घोषित हैं। इन क्षेत्रों में बोरिंग कार्य अधिकतर असफल होता है, जिससे किसानों को सिंचाई में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिया कि नहरों में पूरी क्षमता से पानी छोड़ा जाए, जिससे खेतों तक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।

तालाब और जलाशयों का उपयोग
मंडलायुक्त ने बड़े तालाबों और जलाशयों को सिंचाई के लिए उपयोग में लाने की योजना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नहरों से इन जलाशयों को भरा जाए ताकि जल स्रोतों का अधिकतम उपयोग किया जा सके। इसके अलावा, चित्तौड़गढ़ बांध जैसे बड़े जलाशयों की सिल्ट सफाई की कार्ययोजना तैयार करने का भी निर्देश दिया गया। यह कार्य जलाशयों की जलधारण क्षमता बढ़ाने में सहायक होगा।
हार्ड एरिया में बोरिंग की योजना
हार्ड एरिया ब्लॉकों में बोरिंग कार्य को सफल बनाने के लिए मंडलायुक्त ने सहायक अभियंता, लघु सिंचाई और हाइड्रोलॉजी विभाग को सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में ऐसे स्थानों की पहचान की जाए जहां बोरिंग सफल हो सके। इसके लिए विशेष तकनीकी उपायों का भी सुझाव दिया गया।
नए बैराज निर्माण की योजना
सिंचाई के लिए नए बैराज बनाए जाने पर भी चर्चा हुई। मंडलायुक्त ने अधिकारियों से इस संबंध में कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नए बैराज निर्माण से क्षेत्र में जल समस्या का समाधान किया जा सकता है और किसानों को राहत मिलेगी।
सिंचाई की व्यवस्था में सुधार की प्राथमिकता
बैठक के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सिंचाई व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। इसके लिए सभी संबंधित विभागों—सिंचाई विभाग, नलकूप विभाग, विद्युत विभाग, और कृषि विभाग—को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए।
अधिकारियों की भागीदारी और निर्देश
बैठक में बलरामपुर के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्त, एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, और मंडलीय सिंचाई अधिकारियों के साथ-साथ नलकूप विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। मंडलायुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि फसल बुवाई के इस समय में किसानों को पानी की कोई समस्या न हो।
मुख्य बिंदु:
- हार्ड एरिया ब्लॉकों में पानी की समस्या हल करने के लिए नहरों का उपयोग।
- तालाबों और जलाशयों को सिंचाई के लिए भरने की योजना।
- चित्तौड़गढ़ बांध की सिल्ट सफाई के निर्देश।
- बोरिंग की सफलता के लिए सर्वेक्षण और तकनीकी उपाय।
- नए बैराज निर्माण की कार्ययोजना।
मंडलायुक्त की अपील
मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने किसानों और अधिकारियों से अपील की कि वे जल संरक्षण के उपायों को अपनाएं और सिंचाई के हर स्रोत का जिम्मेदारी से उपयोग करें। उन्होंने कहा कि नहरों और जलाशयों का सही प्रबंधन क्षेत्र में जल संकट को दूर करने में मदद करेगा।
सिंचाई और जल प्रबंधन के मुद्दों पर यह बैठक क्षेत्र के किसानों के लिए उम्मीद की एक किरण साबित हो सकती है। मंडलायुक्त के निर्देशों और विभागीय समन्वय से देवीपाटन मंडल के हार्ड एरिया ब्लॉकों में सिंचाई व्यवस्था को सुधारने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

