गोंडा 6 जनवरी। जिले के नंदनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में चार दिवसीय ग्रैंड फिनाले सुर संग्राम चैंपियनशिप का आयोजन भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन की मेजबानी कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने की। आयोजन का मुख्य उद्देश्य छुपी हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और उन्हें प्रोत्साहित करना था। इस आयोजन ने पूरे क्षेत्र में सांस्कृतिक और कलात्मक ऊर्जा का संचार किया।
फाइनल कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और गायक पवन सिंह ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। जैसे ही पवन सिंह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, उपस्थित दर्शकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने उनके स्वागत में तालियों की गूंज और उत्साह के साथ उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पवन सिंह का पारंपरिक तरीके से माला पहनाकर स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत पवन सिंह ने अपने भक्ति गीत “मिले जब राम सीता से…” से की। यह गीत सुनकर दर्शक भावविभोर हो गए। इसके बाद, जनता के विशेष अनुरोध पर उन्होंने एक लोकप्रिय भोजपुरी गीत भी प्रस्तुत किया, जिससे माहौल और भी उत्साहपूर्ण हो गया। दर्शकों की तालियों और हर्षोल्लास ने यह साबित कर दिया कि पवन सिंह की आवाज और व्यक्तित्व का जादू हर दिल पर छा गया।
फाइनल कार्यक्रम में अयोध्या से आए संतों द्वारा प्रस्तुत किए गए भक्ति गीतों ने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को भावुक कर दिया। कार्यक्रम के दौरान एक ऐसा भी क्षण आया जब भक्ति गीत सुनते-सुनते उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा, “यह आयोजन सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो छुपी हुई प्रतिभाओं को पहचान और प्रोत्साहन प्रदान करता है।”
चार दिवसीय इस प्रतियोगिता में गोंडा, बस्ती, अयोध्या, लखनऊ समेत कई जिलों के 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन फाइनल राउंड का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को सम्मानित किया गया। भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह ने विजयी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने प्रतिभागियों की मेहनत और कला की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से युवा कलाकारों को अपने हुनर को निखारने का अवसर मिलता है।
कार्यक्रम के समापन पर पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि प्रतिभाओं को निखारने का मंच है। हर साल यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है और इसमें प्रदेश के कई जिलों के लोग शामिल होते हैं। यहां किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता, बल्कि हर व्यक्ति को अपनी कला दिखाने का समान अवसर दिया जाता है। विजेताओं को सम्मानित कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है।”
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने जब भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना पर सवाल पूछा, तो बृजभूषण शरण सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा, “यह उनका व्यक्तिगत मामला है। पवन सिंह बहुत अच्छे इंसान हैं और वह कुछ भी कर सकते हैं। हो सकता है कि वह चुनाव लड़ें।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पवन सिंह ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया है।
इस आयोजन ने न केवल गोंडा जिले बल्कि पूरे प्रदेश में अपनी खास पहचान बनाई है। यह प्रतियोगिता न केवल कलाकारों को मंच प्रदान करती है, बल्कि दर्शकों को कला, संस्कृति और मनोरंजन का अद्भुत अनुभव भी कराती है। प्रतिभागियों के बीच जोश और प्रतिस्पर्धा का माहौल देखने लायक था। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बृजभूषण शरण सिंह और उनकी टीम को दर्शकों और प्रतिभागियों की ओर से प्रशंसा मिली।
चार दिनों तक चले इस आयोजन ने न केवल गोंडा जिले की सांस्कृतिक छवि को मजबूत किया, बल्कि समाज में छुपी हुई प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहन देने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भविष्य में इस तरह के आयोजनों की निरंतरता प्रतिभागियों और दर्शकों दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
ग्रैंड फिनाले सुर संग्राम चैंपियनशिप ने यह साबित कर दिया कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में गोंडा जैसे शहर भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं। पवन सिंह की उपस्थिति और बृजभूषण शरण सिंह की भावुकता ने इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया।

