
( रवि गुप्ता ) बलरामपुर 26 मार्च। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज बलरामपुर जिले का दौरा किया और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया। इस अवसर पर उन्होंने 200 आंगनबाड़ी केंद्रों को आंगनबाड़ी किट, 498 भूमि पट्टे, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत 100 लाभार्थियों को चेक, आयुष्मान भारत योजना के तहत 100 लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड तथा 100 टीबी मरीजों को पोषण किट वितरित की। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें ताकि जरूरतमंदों तक इनका लाभ पहुंच सके।
कार्यक्रम में बाल विवाह रोकथाम पर जागरूकता बढ़ाने के लिए “शिवानी की कहानी, शिवानी की जुबानी” प्रस्तुत की गई, जिसे राज्यपाल जी ने सराहा। इस नाटकीय प्रस्तुति के माध्यम से बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला गया। बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी इस विषय पर जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। इसके अलावा, एम.एल.के. पी.जी. कॉलेज के छात्रों द्वारा दिए गए प्रेरणादायक उद्बोधन और आंगनबाड़ी के बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी राज्यपाल जी ने अवलोकन किया और उनकी प्रशंसा की।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही सही संस्कार और शिक्षा देने से वे आत्मनिर्भर बनेंगे और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं, और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हों। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि शिक्षा और स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचे और कोई भी व्यक्ति इनसे वंचित न रहे।
राज्यपाल जी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने पर विशेष बल दिया और कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा और अशिक्षा जैसी समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब समाज के सभी वर्ग मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि बाल विवाह से बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास बाधित होता है, जिससे उनके भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे इन बुराइयों के उन्मूलन में सहयोग करें और इसके लिए जन-जागरूकता को बढ़ावा दें।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की समृद्धि, युवाओं के रोजगार, महिलाओं के सशक्तिकरण और गरीबों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग को इसका सीधा लाभ मिल सके। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे देश के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं और स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए कार्य करें।
राज्यपाल जी ने बलरामपुर के स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से योजनाओं के सफल संचालन में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने पर विशेष बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं और अपने क्षेत्र के विकास में योगदान दें। कार्यक्रम के अंत में, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नियमित रूप से योजनाओं की समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि लाभार्थियों तक सुविधाएं सुचारू रूप से पहुंचें।