
गोण्डा 12 जनवरी । लघु प्रयाग के नाम से प्रसिद्ध पसका में मौनी अमावस्या को लगने वाला मेला कोरोना के बढ़ते हुए मामले के चलते स्थगित कर दिया गया है कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर जिलाधिकारी के आदेश पर मेले को स्थगित कर दिया गया है लेकिन वहां कल्पवास करने आए साधु संत जनों और अन्य लोग जिनका 1 महीने का कल्पवास होता है वह पहले से ही आकर वहां कल्पवास कर रहे हैं। पृथ्वी की रक्षा के लिए विष्णु भगवान ने बाराह भगवान का अवतार लिया था। उस क्षेत्र में मां बाराही देवी का भव्य मंदिर है। रामचरित मानस के लेखक महाकवि तुलसीदास का जन्म वहीं सूकर क्षेत्र में ही हुआ था। पसका मेले में लाखों लोग आते हैं और यहां मौनी अमावस्या को स्नान करते हैं। मान्यता यह है कि यहां स्नान करने वाले लोगों के सारे पाप धुल जाते हैं। यहां दो नदियों का मिलन होता है इसीलिए इसे संगम यानी लघु प्रयाग कहते हैं। कल्पवास करने वाले लोगों से बात किया तो उन्होनें बताया कि हम लोगों को जानकारी मिली है कि कोरोना लगातार बढ़ रहा है, और जिलाधिकारी का आदेश जारी हो गया है मेले को स्थगित करने के लिए। हम लोग कल्पवास कोरोना के गाइडलाइंस के अनुसार करेगें, मास्क और सेनिटाइजर का प्रयोग करे करेंगे।