
गोंडा 17 जनवरी। जिले में प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। गोंडा जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनता से सीधे संवाद और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए “नागरिक संगम नागरिक संवाद” नामक एक अभिनव कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम चेतन पार्क से शुरू हुआ, जहां नगर पालिका और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। इस मौके पर जिलाधिकारी ने न केवल लोगों की समस्याएं सुनीं बल्कि मौके पर ही कई समस्याओं का निस्तारण किया और अधिकारियों को शेष समस्याओं के समाधान के लिए स्पष्ट निर्देश दिए।
नागरिक संगम संवाद की अनूठी शुरुआत
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने चेतन पार्क से इस पहल का शुभारंभ किया। संवाद कार्यक्रम में नगर पालिका और अन्य विभागीय अधिकारी भी शामिल हुए। इसका उद्देश्य जनता की शिकायतों को सीधे सुनना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करना था। संवाद के दौरान सबसे अधिक शिकायतें साफ-सफाई, जलनिकासी, और स्ट्रीट लाइटों की खराबी को लेकर आईं। इन शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए डीएम ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
डीएम ने कहा, “इस कार्यक्रम का मकसद न केवल समस्याओं को सुनना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि अधिकारी सक्रिय होकर इनका समाधान करें। यह पहल नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए है।”
साफ-सफाई और जलनिकासी बनी मुख्य समस्या
कार्यक्रम के दौरान अधिकतर शिकायतें साफ-सफाई और जलनिकासी को लेकर आईं। वार्ड के नागरिकों ने बताया कि कई इलाकों में नियमित साफ-सफाई नहीं हो रही है और जलनिकासी की व्यवस्था भी अव्यवस्थित है। इस पर डीएम ने नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी वार्डों और मोहल्लों में त्वरित रूप से सफाई अभियान चलाया जाए। साथ ही जलनिकासी की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।
डीएम ने खुद क्षेत्र का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “सफाई और जलनिकासी की शिकायतें आम समस्याएं हैं, जिन्हें नियमित प्रयासों से सुलझाया जा सकता है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे इन मामलों को गंभीरता से लें और हर मोहल्ले में स्वच्छता सुनिश्चित करें।”
हाई मास्ट लाइट की खराबी पर तुरंत कार्रवाई
कार्यक्रम में कई लोगों ने शिकायत की कि वार्डों में हाई मास्ट लाइटें खराब पड़ी हैं, जिससे रात में अंधेरे की समस्या हो रही है। डीएम ने इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां-जहां लाइटें खराब हैं, उन्हें जल्द से जल्द ठीक कराया जाए। उन्होंने कहा, “प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था न केवल सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि यह नागरिक सुविधा का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।”
काशीराम कॉलोनी में अवैध कब्जे पर सख्त कार्रवाई
कार्यक्रम के दौरान काशीराम कॉलोनी के निवासियों ने जिलाधिकारी को बताया कि सरकारी आवासों पर कुछ लोग अवैध रूप से कब्जा कर रह रहे हैं। इन लोगों के नाम आवंटन सूची में भी नहीं हैं। डीएम ने इसे गंभीर मामला मानते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि एक अभियान चलाकर अवैध कब्जे हटाए जाएं और आवास उन लोगों को दिए जाएं जिनका अधिकार बनता है।
डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण पर जोर
कार्यक्रम के दौरान हाउसिंग कॉलोनी के पास कूड़ा डंपिंग की शिकायत आई। नागरिकों ने बताया कि कूड़े के ढेर से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा है। डीएम ने तत्काल नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिया कि कूड़ा डंपिंग को तुरंत हटाया जाए। साथ ही नियमित डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा, “सफाई और कूड़ा प्रबंधन का सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नगर पालिका इस पर सख्ती से काम करे।”
ग्रामीण चौपाल से नागरिक संगम तक
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि पहले ग्रामीण इलाकों में ग्राम चौपाल के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया। अब इसी तरह शहर के नागरिकों की समस्याओं को सुनने और हल करने के लिए “नागरिक संगम नागरिक संवाद” की शुरुआत की गई है। इस पहल के तहत अधिकारी खुद नागरिकों के पास जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।
डीएम ने कहा, “इस कार्यक्रम के जरिए न केवल समस्याएं हल होंगी, बल्कि अधिकारियों और नागरिकों के बीच संवाद का एक नया मंच भी बनेगा। इससे शासन-प्रशासन में पारदर्शिता आएगी और जनता का विश्वास भी बढ़ेगा।”
ओपन जिम बनाने की मांग पर आश्वासन
कार्यक्रम के दौरान चेतन पार्क में उपस्थित लोगों ने वहां ओपन जिम बनाए जाने की मांग की। डीएम ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि विधायक निधि से इस मांग को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ओपन जिम एक अच्छी पहल है। इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।”
समस्याओं के समाधान की प्रतिबद्धता
जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम के दौरान कई समस्याओं का मौके पर समाधान कराया। उन्होंने कहा कि नागरिक संगम नागरिक संवाद नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि हर व्यक्ति की समस्या सुनी जाए और उसे समयबद्ध तरीके से हल किया जाए। प्रशासन का काम जनता की सेवा करना है, और यह पहल उसी दिशा में एक कदम है।”
अधिकारियों की जिम्मेदारी तय
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नागरिक संगम कार्यक्रम का उद्देश्य केवल समस्याएं सुनना नहीं, बल्कि उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लें और हर समस्या का समाधान समय पर करें। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम प्रशासन की जिम्मेदारी और जनता की उम्मीदों के बीच एक पुल का काम करेगा। हमारी प्राथमिकता जनता को राहत पहुंचाना है।”
नागरिक संगम: एक नई सोच
इस कार्यक्रम ने गोंडा में प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक नया अध्याय लिखा है। इससे न केवल नागरिकों की समस्याएं हल होंगी, बल्कि प्रशासन के प्रति जनता का विश्वास भी मजबूत होगा। डीएम ने कहा, “हमारा उद्देश्य एक ऐसा तंत्र बनाना है जहां हर व्यक्ति की आवाज सुनी जाए और समस्याओं का समाधान हो।”
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की इस पहल ने गोंडा में प्रशासनिक कामकाज को एक नई दिशा दी है। यह उम्मीद की जा रही है कि इस पहल से नागरिकों की समस्याओं का समाधान त्वरित और प्रभावी ढंग से होगा। “नागरिक संगम नागरिक संवाद” कार्यक्रम न केवल गोंडा में प्रशासनिक सुधार का प्रतीक बनेगा, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत साबित हो सकता है।
अगला नागरिक संगम संवाद
जिलाधिकारी ने बताया कि इस पहल के तहत हर हफ्ते नए वार्ड और मोहल्लों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे सुनिश्चित होगा कि हर नागरिक तक प्रशासन की पहुंच हो। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि गोंडा को एक ऐसा जिला बनाया जाए जहां हर व्यक्ति की समस्या सुनी जाए और उसका समाधान किया जाए।”
प्रभात भारत विशेष
“नागरिक संगम नागरिक संवाद” कार्यक्रम न केवल समस्याओं के समाधान का माध्यम है, बल्कि यह प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक सेतु भी है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल न केवल गोंडा में प्रशासनिक कार्यप्रणाली को बेहतर बनाएगी, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी एक आदर्श स्थापित करेगी।