
गोंडा 3 दिसंबर। ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन की सक्रियता जारी है। गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने मंगलवार देर रात गोंडा जिला मेडिकल कॉलेज (जिला अस्पताल) में ठंड से बचाव के लिए बनाए गए रैन बसेरे का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैन बसेरे में रुके लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली और सुनिश्चित किया कि किसी को भी किसी प्रकार की परेशानी न हो। डीएम नेहा शर्मा ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि रैन बसेरे में ठहरने वाले लोगों को हर सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराई जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।
रैन बसेरे में मौजूद बुजुर्गों और अन्य जरूरतमंदों ने डीएम से बातचीत के दौरान उन्हें अपनी समस्याएं बताईं। डीएम ने तुरंत आश्वासन दिया कि ठंड से बचने और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान डीएम ने ठंड से ठिठुरते लोगों को अपने हाथों से कंबल वितरित किए। इस मानवीय पहल ने वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। कंबल पाकर कई बुजुर्गों ने डीएम नेहा शर्मा को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके इस प्रयास से वे सर्द रातों में राहत महसूस करेंगे।
इस निरीक्षण में डीएम के साथ आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, एडीएम आलोक कुमार और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. आदित्य वर्मा भी मौजूद थे। डीएम ने निर्देश दिया कि रैन बसेरे में रहने वाले लोगों के लिए गर्म कपड़े, कंबल और पर्याप्त भोजन जैसी आवश्यक चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही उन्होंने एसीएमओ को निर्देश दिया कि जो भी मरीज के तीमारदार ठंड के कारण रैन बसेरे में रुकना चाहें, उन्हें रुकने की अनुमति दी जाए। किसी भी तीमारदार या जरूरतमंद को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।
सुविधाओं की स्थिति पर अधिकारियों को सख्त निर्देश
डीएम ने निरीक्षण के दौरान रैन बसेरे की साफ-सफाई, बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि ठंड के मौसम में किसी भी व्यक्ति को सड़कों पर रात गुजारने के लिए मजबूर न होना पड़े। रैन बसेरे में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलनी चाहिए। डीएम ने स्पष्ट किया कि जो भी व्यक्ति रैन बसेरे में शरण लेना चाहता है, उसे गर्म बिस्तर और अन्य बुनियादी सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि ठंड के मौसम में समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों की सहायता करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम नेहा शर्मा ने यह भी सुनिश्चित किया कि रैन बसेरे में रहने वाले लोगों के लिए हर समय गर्म पानी और भोजन की व्यवस्था हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि रैन बसेरे के पास मेडिकल सुविधाओं को सक्रिय रखा जाए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल उपचार उपलब्ध हो सके।
जरूरतमंदों को मिला सहारा
डीएम के इस निरीक्षण और कंबल वितरण से रैन बसेरे में रुके लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। वहां मौजूद बुजुर्गों ने डीएम को बताया कि उन्हें ठंड के कारण काफी परेशानी हो रही थी, लेकिन प्रशासन की इस पहल ने उनकी समस्या को काफी हद तक हल कर दिया है। एक बुजुर्ग महिला ने कहा, “डीएम मैडम खुद यहां आईं और हमारी परेशानी सुनी। यह देखकर हमें बहुत खुशी हुई। हमें यकीन है कि अब हमें ठंड से राहत मिलेगी।”
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “रैन बसेरे में अब सुविधाएं बेहतर हो रही हैं। हमें गर्म कंबल और रहने की जगह मिली है। डीएम मैडम का यह प्रयास सराहनीय है।”
रैन बसेरों की निगरानी पर जोर
डीएम नेहा शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रैन बसेरों की स्थिति की नियमित निगरानी की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि रैन बसेरे का मुख्य उद्देश्य समाज के गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को ठंड के दौरान सुरक्षित आश्रय प्रदान करना है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे रैन बसेरों का निरीक्षण करते रहें और लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान करें। डीएम ने जोर देकर कहा कि प्रशासन का उद्देश्य हर जरूरतमंद को राहत देना है और इसके लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करना होगा।
सामाजिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता
डीएम नेहा शर्मा का यह दौरा जिला प्रशासन की संवेदनशीलता और सामाजिक कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ठंड के मौसम में रैन बसेरों का संचालन और जरूरतमंदों को कंबल वितरण जैसे प्रयास समाज के कमजोर वर्गों को बड़ी राहत प्रदान करते हैं। डीएम ने यह भी कहा कि गोंडा जिले में कहीं भी किसी को ठंड के कारण परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
प्रभात भारत विशेष
डीएम नेहा शर्मा का देर रात रैन बसेरे का यह निरीक्षण ठंड से जूझ रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया। उनके प्रयास से रैन बसेरों में सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। उनके निर्देशों से साफ है कि प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि हर जरूरतमंद को सुरक्षित आश्रय और बुनियादी सुविधाएं मिलें। उनकी यह पहल समाज के गरीब और वंचित वर्गों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।