गोण्डा, 31 दिसंबर। जिला प्रशासन ने शीतलहर और कड़ाके की ठंड से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बस स्टेशन पर बने रैन बसेरे का निरीक्षण किया और वहां मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने रैन बसेरे में ठहरने वाले लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को जाना। इसके साथ ही उन्होंने ठंड से बचाव के लिए लगाए गए अलाव और गैस हिटर की स्थिति का भी निरीक्षण किया।
रैन बसेरों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश
जिलाधिकारी ने बताया कि गोंडा नगर के विभिन्न स्थानों पर रैन बसेरे बनाए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड के कारण परेशान न हो। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर अस्थायी रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि द्वारा एक स्थायी रैन बसेरा संचालित किया जा रहा है, जहां लोगों के ठहरने और भोजन की सुविधा उपलब्ध है।

नगरपालिका और नगर पंचायत स्तर पर भी अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अलाव के लिए लकड़ी और अन्य सामग्री की उपलब्धता में कोई कमी न हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि रैन बसेरों में साफ-सफाई और आवश्यक सुविधाओं की निरंतर देखरेख की जाए।
ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरण
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने जरूरतमंद लोगों के लिए कंबल वितरण का कार्य भी शुरू किया है। जिन स्थानों पर रैन बसेरे नहीं हैं, वहां अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। विशेष रूप से सड़क किनारे या खुले में रहने वाले लोगों के लिए राहत उपाय तेज किए जा रहे हैं।

स्कूलों में छुट्टियों पर भी ध्यान
जिलाधिकारी ने कहा कि ठंड के कारण बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित स्कूलों में पहले ही छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं। हालांकि, कई निजी स्कूल अब भी खुले हैं। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि निजी स्कूलों में भी छुट्टियां सुनिश्चित की जाएं, ताकि बच्चों को शीतलहर के प्रभाव से बचाया जा सके।
रैन बसेरे में लोगों से बातचीत
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने रैन बसेरे में ठहरे लोगों से उनकी जरूरतों और समस्याओं के बारे में पूछा। लोगों ने रैन बसेरे में उपलब्ध सुविधाओं की सराहना की और प्रशासन के प्रयासों को धन्यवाद दिया। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि अलाव और गैस हिटर की व्यवस्था ठंड से बचने में काफी मददगार साबित हो रही है।

जगह-जगह अलाव की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने अलाव व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि अलाव की व्यवस्था में कोई भी लापरवाही न हो। उन्होंने कहा कि ठंड के कारण किसी भी व्यक्ति को असुविधा नहीं होनी चाहिए। अलाव के लिए नगर पालिका और नगर पंचायत की टीमों को नियमित रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।

जिला प्रशासन की तत्परता
जिला प्रशासन ने ठंड के प्रकोप से बचाव के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। विभिन्न विभागों के समन्वय से गोंडा नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका, और नगर पंचायत की टीमें निरंतर निगरानी में जुटी हैं।
जिलाधिकारी का निर्देश और अपील
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगर कहीं भी किसी व्यक्ति को ठंड से परेशानी हो रही है, तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए और किसी भी व्यक्ति को ठंड के कारण असुविधा न हो।

प्रभात भारत विशेष
जिला प्रशासन के प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया है कि गोंडा में ठंड से राहत के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्था, कंबल वितरण, और स्कूलों की छुट्टियां जैसे उपाय ठंड से निपटने में सहायक होंगे। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की तत्परता और समर्पण ने गोंडा में प्रशासनिक मशीनरी को सक्रिय रखा है। इससे न केवल शीतलहर के प्रभाव को कम किया जा सकेगा, बल्कि जरूरतमंदों को भी समय पर सहायता मिल सकेगी।

