
गोंडा (अतुल कुमार यादव)- भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भगवान श्रीराम को अपना आदर्श मानकर उनकी पूजा करती है।और मर्यादा पुरुषोत्तम राम जिनके नाम पर बड़े- बड़े राजनैतिक परिवार अपनी राजनैतिक विरासत चला रहे हैं। लेकिन अब उनकी वरासत में भी गोंडा के जमीन माफियाओं ने सेंध लगा दी और भगवान राम अयोध्या के राजा थे उनके वंशज राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप व शैलेंद्र मोहन प्रताप के फर्जी दस्तखत बनाकर जमीन माफियाओं ने जमीन हड़प ली थी अब सरकार और अधिकारियों के जागने के बाद भगवान राम के वंशजों को इंसाफ मिल पाया है। जी हां फर्जी दस्तावेजों की मदद से कई जमीनों का बैनामा और रजिस्ट्री कराने वाले जालसाज ने राजा अयोध्या को भी नहीं बक्शा। राजा अयोध्या की गोंडा में स्थित बेशकीमती जमीन का 22 साल पहले फर्जी बैनामा करा दिया गया था जिसको लेकर अब एसआईटी ने मुकदमा दर्ज किया है। राजा अयोध्या के वकील श्याम सुंदर मिश्रा की ओर से गोंडा में दर्ज कराए गए मुकदमे को एसआईटी ने टेकओवर करते हुए नई एफ आई आर दर्ज की है। जिसमें गोंडा निवासी माधवी सिंह, जगत नारायण सिंह, धर्मजीत सिंह, मनोज कुमार एडवोकेट, बृजेश कुमार अवस्थी एवं उनके कुछ सहयोगी, रजिस्ट्री ऑफिस के पूर्व प्रभारी सौरभ सिंह और अज्ञात को नामजद किया गया है।
एफआईआर में उल्लेख है कि अयोध्या रियासत के मालिक विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा व शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा की तरफ से दस्तावेज बैनामा सब रजिस्ट्री ऑफिस, गोण्डा में 23 अगस्त 2000 को पंजीकृत किया गया। इसमें विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा और शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा के हस्ताक्षर फर्जी बनाए गये है। यह बैनामा माधवी सिंह के नाम से है जिसमें गवाह जगत नारायन सिंह और धर्मजीत सिंह है। इनकी पहचान एडवाकेट मनोज कुमार द्वारा की गयी थी। विक्रय पत्र मृतक व्यक्ति के नाम से उनके वारिसान ने लाभ लेने व जमीन हड़पने के लिए बृजेश कुमार अवस्थी व उनके कुछ सहयोगी तथा रजिस्ट्री दफ्तर के पूर्व प्रभारी सौरभ सिंह व अज्ञात कर्मचारियों की मदद से तैयार कराया गया था।
(भगवान राम के वंशज राजा अयोध्या विमलेंद्र मोहन प्रताप)
वादी श्याम सुंदर मिश्रा ने एफआईआर में यह उल्लेख भी किया है कि रियासत के बैनामे केवल मुख्तार आम की मदद से ही कराए जाते हैं और विमलेंद्र मोहन प्रताप व शैलेंद्र मोहन प्रताप कभी बैनामा आदि करने खुद नहीं जाते हैं। फर्जी दस्तावेजों की मदद से निजी और सरकारी जमीनों को हड़पने के 25 मुकदमों को एसआईटी ने टेकओवर किया है। जिसमें राजा अयोध्या का मामला भी शामिल हैं। इस प्रकरण में कुछ दिन पूर्व एसआईटी छह से ज्यादा मुकदमों को भी टेकओवर कर चुकी है। इस फर्जीवाड़े को लेकर 47 मामलों में करीब 33 मुकदमे दर्ज किए गए थे।
(आरोपी अधिवक्ता बृजेश अवस्थी)
जमीन फर्जीवाड़े को लेकर के गोंडा नगर कोतवाली और एसओजी टीम ने जमीन घोटाले के मास्टरमाइंड अधिवक्ता बृजेश अवस्थी को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है वहीं दूसरे मास्टरमाइंड सालिक राम सिंह को भी कल पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जिनकी आज जेल में तबीयत बिगड़ने के दौरान जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई है।