पुलिस और साइबर बदमाश के बीच मुठभेड़, फैजल खान गिरफ्तार
मथुरा, 9 अक्टूबर। मथुरा जिले के थाना गोवर्धन क्षेत्र में पुलिस और साइबर ठगी के आरोपित बदमाश के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। इस मुठभेड़ में पुलिस ने साइबर बदमाश फैजल खान, निवासी मेवाती मोहल्ला, को गिरफ्तार किया है। फैजल के पैर में गोली लगने के बाद उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह मुठभेड़ थाना गोवर्धन के नीमगांव रोड पर देर रात हुई। पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि साइबर अपराध में शामिल एक बदमाश इलाके में सक्रिय है और लोगों को ठगने की योजना बना रहा है। पुलिस ने जब संदिग्ध व्यक्ति को रोकने की कोशिश की, तो उसने भागने का प्रयास किया। पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के बाद बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ के दौरान बदमाश फैजल खान के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया और मौके पर ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
बदमाश के कब्जे से बरामद सामान
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने फैजल खान के पास से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं। उसके कब्जे से 13 एटीएम कार्ड, ₹90,000 नकद, एक बाइक, एक अवैध तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। यह सबूत इस बात की पुष्टि करते हैं कि फैजल एक संगठित साइबर गिरोह का हिस्सा था, जो भोले-भाले लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाता था।
ऑनलाइन ठगी का जाल
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि फैजल खान और उसका गिरोह कई महीनों से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से लोगों को निशाना बना रहा था। वे एटीएम कार्ड की क्लोनिंग, फिशिंग (फर्जी वेबसाइटों के जरिए निजी जानकारी चुराने), और अन्य साइबर अपराधों के जरिए लोगों से पैसे ठगते थे। फैजल और उसके गिरोह के अन्य सदस्य भोले-भाले लोगों को तकनीकी जानकारी की कमी का फायदा उठाकर उनका पैसा हड़पने का काम करते थे।
गिरोह द्वारा इस्तेमाल किए गए तरीके बेहद परिष्कृत थे। ये लोग लोगों को फर्जी बैंक कॉल्स या संदेशों के जरिए यह विश्वास दिलाते थे कि उनके बैंक खातों में कोई समस्या है और उन्हें अपनी निजी जानकारी साझा करनी होगी। इस जानकारी के माध्यम से वे पीड़ितों के बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे। इसके अलावा, वे एटीएम कार्ड क्लोनिंग और फर्जी एप्स का भी इस्तेमाल करते थे, जिनसे लोगों की बैंकिंग जानकारी चुराई जाती थी।
फैजल खान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। मथुरा पुलिस की टीम ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और अन्य संभावित संदिग्धों को पकड़ने के लिए अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द ही पकड़े जाएंगे, जिससे इस साइबर अपराध के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सकेगा।
इस मामले की जांच में पुलिस को साइबर अपराध के नए तरीकों की भी जानकारी मिली है, जिनका इस्तेमाल बदमाशों द्वारा किया जा रहा था। मथुरा पुलिस की साइबर सेल भी इस मामले में सक्रिय रूप से शामिल है और फैजल खान के मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों की जांच कर रही है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके आपराधिक नेटवर्क के बारे में और अधिक जानकारी हासिल की जा सके।
मथुरा पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान फोन कॉल, संदेश या ईमेल पर अपनी बैंकिंग जानकारी साझा न करें। पुलिस ने जनता को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक रहने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को देने का आग्रह किया है।
इसके अलावा, पुलिस ने यह भी सलाह दी है कि लोग अपने बैंक खातों की नियमित रूप से निगरानी करें और किसी भी अनधिकृत लेनदेन की स्थिति में तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें। आजकल साइबर अपराधों का दायरा तेजी से बढ़ रहा है, और ऐसे में लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
प्रभात भारत विशेष
फैजल खान की गिरफ्तारी मथुरा पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि इससे साइबर अपराध के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस की तत्परता और तेजी से कार्रवाई ने एक खतरनाक अपराधी को पकड़ने में मदद की, जो लंबे समय से भोले-भाले लोगों को ठग रहा था।
हालांकि, इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि साइबर अपराध तेजी से फैल रहे हैं, और आम जनता को इसके प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस और साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता और सावधानी बरतने से ऐसे अपराधों से बचा जा सकता है।
मथुरा पुलिस ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अपनी टीम को और भी मजबूत किया है और साइबर अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखने की योजना बनाई है। उम्मीद है कि इस घटना के बाद मथुरा और आस-पास के इलाकों में साइबर अपराधों में कमी आएगी और पुलिस की कार्रवाई से अन्य अपराधियों को भी सबक मिलेगा।

