
आजमगढ़। मौसम सर्द का है फिर भी प्रदेश का सियासी तापमान अचानक बढ़ गया है, मुख्यमंत्री के गढ़ गोरखपुर में मंगलवार को पीएम की आयोजित रैली में पीएम नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर खूब बरसे लेकिन निशाने पर केवल समाजवादी पार्टी रही। पीएम के लाल टोपी वाले बयान पर जहां मंगलवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पलटवार किया था, वहीं सांसद अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ बुधवार को सपा नेताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा नेताओं ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री लाल टोपी वालों से घबरा गये हैं, लेकिन प्रदेश की जनता लाल टोपी वालों को लाना चाह रही है।
बुधवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय से सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव के नेतृत्व में नेताओं व सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने जूलूस निकाला। पार्टी के नेता व कार्यकर्ता हाथों में उत्तर प्रदेश के विकास व खुशहाली का प्रतीक, किसानों, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने का प्रतीक है लाल टोपी। जैसे नारे लिखे हुए तख्तियां लिए हुए थे। जुलूस के दौरान पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। जूलूस पार्टी कार्यालय से कुंवर सिंह उद्यान, कलेक्ट्रेट चौराहे, नेहरूहाल तिराहा होते हुए पुनः पार्टी कार्यालय पर पहुंचकर समाप्त हो गया। इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि लाल टोपी आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई, डॉ. लोहिया, जयप्रकाश नारायण सहित तमाम समाजवादियों की पहचान रही है लाल टोपी। लेकिन आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल टोपी से घबरा गये है। प्रदेश की जनता लाल टोपी वालों को लाना चाह रही है और सरकार बनाना चाह रही है।
प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से परेशान है, प्रधानमंत्री को भी लग रहा है कि उत्तर प्रदेश अब नहीं बचेगा, इसलिए वे लाल टोपी वालों को निशाना बना रहे है। लेकिन लाल टोपी वाले इससे घबराने वाले नहीं है और आने वाले समय में प्रदेश में लाल टोपी वालों की सरकार बन रही है, लाल टोपी के साथ अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे।