
अयोध्या की एक ऐसी होनहार बेटी दीपिका अग्रहरि ने राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (NEET) की परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त कर चयनित होकर जिले का मान बढ़ाया है। पिता की मौत से लगभग टूट चुकी थी लेकिन परिवार से मिल रहे सहारे से जिसका हौसला नहीं टूटा और आखिरकार होनहार बेटी डॉक्टर बन गई। दीपिका के पिता जिनका करीब डेढ़ वर्ष पूर्व लंबी बीमारी के बाद निधन हो चुका है। अभिभावक के तौर पर परिवार में अकेली मां है जिनके ऊपर दीपिका सहित चार बेटियों के पालन पोषण व शिक्षा दीक्षा सहित अन्य जिम्मेदारियां है। गत दिनों संपन्न हुई नीट की परीक्षा में दीपिका ने 720 में से 605 अंक प्राप्त किया है जिसके बाद अब उनका सरकारी चिकित्सक के रूप में चयनित होना तय हो चुका है। एक मुलाकात के दौरान दीपिका ने बताया कि जिले में उनकी शुरुआती शिक्षा मणि पर्वत स्थित अयोध्या एकेडमी विद्यालय में हुई है जिसके बाद से वह लगातार तैयारी में लगी रही। परिवार के मुखिया पिता डॉ गुप्ता के निधन के बाद परिवार लगभग टूट सा गया था लेकिन उस दौर में भी उनकी मां की ओर से लगातार मिलती रही प्रेरणा व अन्य पारिवारिक सदस्यों द्वारा दिए जाते रहे सहारे से उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कम समय में ही एक निजी कोचिंग संस्थान में तैयारी करके उन्होंने यह सफलता हासिल की है। दीपिका अपनी इस सफलता का श्रेय भी अपने पिता और मां को ही देती हैं।मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए दीपिका का केवल इतना ही कहना है कि किसी भी सफलता को हासिल करने के लिए लगन और एकाग्रता जरूरी है जिससे बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।