
मुख्यमंत्री से मिले निर्देश के क्रम में अधिकारियों का ठोस कदम: नगर की स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने की कवायद
गोंडा 5 दिसंबर। नगर में आज सुबह का नजारा अलग था। सुबह 5:00 बजे से प्रशासनिक अधिकारी नगर की सड़कों पर निकल पड़े। देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशि भूषण लाल, डीआईजी अमित पाठक, पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल और जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस तरह की कार्यवाही से प्रशासनिक सक्रियता और जनता की समस्याओं को सीधे तौर पर समझने की मंशा स्पष्ट नजर आई।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा का निरीक्षण
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए पुरानी सब्जी मंडी, सरकारी हाउसिंग कॉलोनी और पूरे शिव बख्तावर इलाके का दौरा किया। इन क्षेत्रों में गंदगी और कूड़ा प्रबंधन को लेकर उनकी गंभीरता स्पष्ट थी। उन्होंने मौके पर नगर पालिका के ईओ को कड़े निर्देश दिए कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने की प्रक्रिया को सख्ती से लागू किया जाए और नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि नगर में किसी भी स्थान पर कूड़ा जलता हुआ न दिखे। उन्होंने इस प्रथा को पर्यावरण और स्वच्छता के लिए हानिकारक बताया। स्थानीय लोगों से संवाद करते हुए उन्होंने अपील की कि वे भी स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें और कूड़ा प्रबंधन के नियमों का पालन करें।
स्वच्छता अभियान को लेकर सख्ती
नेहा शर्मा ने साफ कहा कि स्वच्छता केवल प्रशासनिक प्रयासों से संभव नहीं है, इसके लिए नागरिकों की भागीदारी अनिवार्य है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उन इलाकों का भी दौरा किया, जहां नगर पालिका की ओर से साफ-सफाई में लापरवाही पाई गई। उन्होंने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी और कूड़ा प्रबंधन के नियमों का पालन सुनिश्चित करने को कहा।
पुलिस अधीक्षक ने किया भोर गस्त
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने भी नगर क्षेत्र में भोर गश्त करते हुए सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस पिकेट और विभिन्न चौकियों का निरीक्षण कर वहां तैनात कर्मियों से संवाद किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को सतर्कता और चौकसी बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गश्त के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहें।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से भी संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस हर समय उनकी सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर है। उन्होंने यह भी कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और जनता के बीच सहयोग अत्यंत आवश्यक है। नगर क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक के इस निरीक्षण और सक्रियता से आम जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्वस्थ्य सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन
स्वच्छता के अलावा, नगर के स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी अधिकारियों ने ध्यान केंद्रित किया। कमिश्नर शशि भूषण लाल और डीआईजी अमित पाठक ने नगर के प्रमुख इलाकों और मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया
मेडिकल कॉलेज में मिली खामियां
मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में गंदगी और कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर कमिश्नर ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को तुरंत व्यवस्था सुधारने के सख्त निर्देश दिए। कमिश्नर ने स्पष्ट कहा कि मरीजों की सुरक्षा और देखभाल में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अस्पताल के निरीक्षण में साफ-सफाई की कमी और संसाधनों की अव्यवस्था देखकर अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग को फटकार लगाई। कमिश्नर ने निर्देश दिया कि सफाई कर्मियों की उपस्थिति और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए।
सुरक्षा व्यवस्था की जांच
डीआईजी अमित पाठक ने नगर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए तैनात पुलिसकर्मियों और उनकी मोटरसाइकिलों का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस बल की उपस्थिति और उनकी तैयारियों को परखा। डीआईजी ने कहा कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की ढिलाई गंभीर परिणाम ला सकती है, इसलिए पुलिसकर्मियों को हर समय सतर्क रहना चाहिए।
रात्रि गश्त पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि रात्रि गश्त को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि नागरिकों के साथ सकारात्मक संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें।
स्थानीय लोगों के साथ संवाद
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर और डीआईजी ने स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत की। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रशासन उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसमें नागरिकों का सहयोग भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
कूड़ा जलाने की घटना पर कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान एक स्थान पर कूड़ा जलाने की घटना सामने आई। इसे लेकर कमिश्नर ने कड़ी चेतावनी दी और नगर पालिका को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि डोर-टू-डोर कूड़ा प्रबंधन समय पर हो। उन्होंने कहा कि यदि कूड़ा समय पर उठाया जाएगा, तो नागरिक इसे जलाने या इधर-उधर फेंकने के बजाय जिम्मेदारी से निपटेंगे।
प्रभात भारत विशेष
गोंडा में सुबह-सवेरे हुए इस विशेष निरीक्षण ने न केवल नगर की स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को उजागर किया, बल्कि इन समस्याओं को दूर करने की दिशा में ठोस कदम उठाने का संदेश भी दिया। प्रशासनिक अधिकारियों की इस पहल ने साबित किया कि यदि नेतृत्व सक्रिय और प्रतिबद्ध हो, तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है।
यह निरीक्षण नगर के नागरिकों को भी जागरूक करने में सफल रहा। स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों से गोंडा के विकास की दिशा में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है। अन्य जिलों के लिए भी यह एक मिसाल बन सकता है कि प्रशासनिक सक्रियता से कैसे व्यवस्था में सुधार लाया जा सकता है।
इस निरीक्षण ने यह भी साबित किया कि स्वच्छता और सुरक्षा के लिए केवल सरकारी प्रयास काफी नहीं हैं। जब नागरिक और प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव आना तय है। गोंडा का यह अभियान आने वाले समय में नगर के विकास की कहानी को और बेहतर तरीके से लिखने का आधार तैयार करेगा।