
-विद्यालय के मेघावी छात्र छात्राओं को किया गया सम्मानित
बलरामपुर, 30 मार्च। नगर से सटे शंकरपुर विशुनीपुर के मदरलैंड पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। वार्षिकोत्सव के दौरान छात्र छात्राओं ने विभिन्न प्रस्तुतियां दी। आयोजन के दौरान विद्यालय के मेघावी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया।
शनिवार की देर शाम मदरलैंड पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव व पुरस्कार वितरण समारोह बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई, उसके बाद बच्चों ने चंदा मामा, स्वागत गीत, बम बम भोले, इंग्लिश ड्रामा महात्मा बुद्ध, होली सॉन्ग श्याम रंगीला रे, गलती से मिस्टेक आदि गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव को लेकर स्कूल के बच्चों ने नाटक प्रस्तुत किया जिसमें बताया गया की अभिभावक बच्चों को मोबाइल से दूर रखें और खुद भी मोबाइल से जब तक जरूरी ना हो तब तक दूर ही रहे। इसका दुष्प्रभाव बच्चों के मस्तिष्क पर कैसे पड़ता है इस नाटक के द्वारा समझाया गया।
कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा एक हास्य कवि सम्मेलन और डांडिया नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दौरान सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता व कला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वार्षिक परीक्षा फल का भी वितरण किया गया जिसमें कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को उपस्थित अतिथियों द्वारा ट्रॉफी देकर के सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के क्षेत्रीय सह संयोजक विनय मिश्रा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व ब्लाक प्रमुख चंद्र प्रकाश सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कुसुम चौहान जी, डीपी सिंह, सभासद संजय मिश्रा, रविंद्र गुप्ता कमलापुरी, रवि गुप्ता, महेश मिश्रा, बाबू मिश्रा, संतोष यादव ग्राम प्रधान रहे।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्रबंधिका मीरा कश्यप एवं प्रधानाचार्य अतुल गौरव के द्वारा सभी अतिथियों का माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह देकर के स्वागत किया। वार्षिकोत्सव के दौरान भाजपा के नगर अध्यक्ष आनंद राज श्रीवास्तव, नगर उपाध्यक्ष राजीव विश्वामोहन द्विवेदी, पूर्व सभासद रामप्यारे कश्यप, संजय शर्मा, विनय श्रीवास्तव, नगर उपाध्यक्ष भाजपा संतोष श्रीवास्तव, प्रहलाद चौहान, अखिलेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रूद्र बहादुर सिंह तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में कल्पना कश्यप, आराधना मिश्रा, सिवांगी पाठक आरती वर्मा, सुमन वर्मा, दीपक शर्मा आदि शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।