
शिक्षा की ओर कदम, महेशपुर और बुटाहनी वनटांगिया ग्रामों को मिले प्राथमिक विद्यालय
सीएम योगी के मार्गदर्शन में जिलाधिकारी की पहल से वनटांगिया बच्चों का भविष्य होगा उज्ज्वल
वनटांगिया ग्रामों में शिक्षा की नई रोशनी, वनटांगिया समुदाय को मिली नई पहचान
गोंडा 30 मार्च। वनटांगिया समुदाय भारत में एक विशेष श्रेणी के श्रमिकों का समूह है, जो ब्रिटिश काल में वनों की देखभाल और वृक्षारोपण के लिए बसाए गए थे। इन्हें लंबे समय तक भूमि और बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया। दशकों तक सरकारी योजनाओं से दूर रहने के कारण यह समुदाय बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों से वंचित रहा। हालांकि, हाल के वर्षों में, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इनकी स्थिति में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसी क्रम में गोण्डा प्रशासन द्वारा महेशपुर और बुटाहनी वनटांगिया ग्रामों में प्राथमिक विद्यालय स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
प्रशासन की ऐतिहासिक पहल: शिक्षा के नए द्वार
गोण्डा प्रशासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में एक ऐतिहासिक पहल की है। वनटांगिया समुदाय के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से जोड़ने के लिए महेशपुर और बुटाहनी में प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना को मंजूरी दी गई है। शिक्षा के इस अभाव को दूर करने के लिए सरकार ने प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय के लिए 29.45 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। यह विद्यालय इन समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेंगे। यह कदम न केवल बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल करेगा, बल्कि पूरे वनटांगिया समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने में सहायक होगा।
जिलाधिकारी की सक्रियता: शिक्षा को प्राथमिकता
गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ही वनटांगिया समुदाय की बेहतरी के लिए कार्य किया है। उन्होंने 2023 में इन गांवों का दौरा कर वहां की स्थिति को देखा और शिक्षा की आवश्यकता को समझा। स्थानीय लोगों से संवाद करने के बाद, उन्होंने पाया कि शिक्षा की अनुपलब्धता इस समुदाय की सबसे बड़ी समस्या है। उनकी पहल पर शासन तक यह प्रस्ताव पहुंचा और इसे मंजूरी मिल गई। उनकी संवेदनशीलता और प्रशासनिक सक्रियता का परिणाम यह रहा कि वर्षों से शिक्षा से वंचित यह समुदाय अब शिक्षित होने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड को मिली जिम्मेदारी
शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, छपिया के ग्राम पंचायत महुलीखोरी के वन ग्राम बुटहनी और नवाबगंज के ग्राम हरदवा के वन ग्राम महेशपुर में प्राथमिक विद्यालय स्थापित किए जाएंगे। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा और आगामी कुछ महीनों में विद्यालयों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है। इस पहल से यह सुनिश्चित होगा कि वनटांगिया ग्रामों के बच्चों को शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और वे अपने गांव में ही शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
स्थानीय लोगों की खुशी: शिक्षा से नया सवेरा
विद्यालयों की स्थापना की घोषणा के बाद से वनटांगिया ग्रामों में खुशी की लहर दौड़ गई है। समुदाय के लोगों ने शासन और प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। स्थानीय निवासी रामलाल ने कहा, “यह हमारे लिए एक सपना था, जो अब साकार हो रहा है। हमारे बच्चों को अब शिक्षा के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।” वहीं, एक अन्य निवासी, गीता देवी, जिन्होंने खुद शिक्षा से वंचित रहकर जीवन बिताया है, ने कहा, “हम चाहते थे कि हमारे बच्चे पढ़ें और आगे बढ़ें, लेकिन संसाधनों की कमी थी। अब हमें सरकार की मदद से यह अवसर मिल रहा है।” प्रशासन के इस कदम से वनटांगिया समुदाय की एक नई पहचान बन रही है।
वनटांगिया समुदाय के उत्थान में शिक्षा की भूमिका
शिक्षा किसी भी समाज के विकास की नींव होती है। वनटांगिया समुदाय के बच्चों को जब शिक्षा मिलेगी, तो वे आगे बढ़कर अपने समुदाय और समाज के विकास में योगदान देंगे। सरकार और प्रशासन की यह पहल केवल विद्यालयों के निर्माण तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इनके सुचारू संचालन के लिए शिक्षकों की भर्ती, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भी कार्य किया जाएगा।
शिक्षा के माध्यम से इस समुदाय को सरकारी योजनाओं और आर्थिक अवसरों से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।
भविष्य की दिशा: शिक्षा से सामाजिक सशक्तिकरण
वनटांगिया समुदाय को लंबे समय तक समाज से अलग-थलग रखा गया था, लेकिन अब शिक्षा की रोशनी इन गांवों तक पहुंचने लगी है। यह कदम बच्चों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करेगा। इसके साथ ही, यह निर्णय स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा, क्योंकि शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई इस पहल से यह स्पष्ट है कि शिक्षा को हर समाज तक पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। यह निर्णय केवल विद्यालयों के निर्माण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके दूरगामी प्रभाव वनटांगिया समुदाय के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में देखने को मिलेंगे।