
डीएम नेहा शर्मा और विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने दी शुभकामनाएं
गोंडा, 9 मार्च 2025: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गोंडा जिले में तीसरे चरण का भव्य आयोजन एक निजी पैलेस ‘पैराडाइज’ में किया गया, जहां हिंदू और मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार 489 गरीब कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में चार ब्लॉकों की गरीब कन्याओं ने भाग लिया, जिनमें 450 हिंदू और 39 मुस्लिम जोड़ो का विवाह विधि-विधान से कराया गया। इस अवसर पर गोंडा की जिला अधिकारी (DM) नेहा शर्मा और सदर भाजपा विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। साथ ही सीडीओ अंकिता जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्रा और गोंडा सांसद प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्रा ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उपहार भेंट किए।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: गरीब परिवारों के लिए वरदान
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए एक बड़ी सहायता साबित हो रही है। इस योजना के तहत शादी का संपूर्ण खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत मिलती है। गोंडा जिले में इस योजना के तहत हजारों कन्याओं की शादी कराई जानी है और यह तीसरा चरण था, जिसमें सैकड़ों जोड़े विवाह सूत्र में बंधे।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में गरीब कन्याओं को समाज कल्याण विभाग की ओर से वस्त्र, आभूषण, बर्तन, नकदी और अन्य घरेलू सामान दिए गए। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को संबल प्रदान कर रही है बल्कि सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द का भी प्रतीक बन रही है। इस कार्यक्रम में विशेष बात यह रही कि हिंदू जोड़ों का विवाह वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ संपन्न हुआ, वहीं मुस्लिम समाज की बेटियों का निकाह काजी द्वारा मुस्लिम रीति-रिवाजों से कराया गया।
वैवाहिक जोड़ों के लिए शुभकामनाएं और प्रशासनिक भागीदारी
कार्यक्रम में गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे गरीब परिवारों की बेटियों को सम्मानपूर्वक विदा करने का अवसर मिल रहा है। यह एक सामाजिक सरोकार का कार्यक्रम है, जिसमें सरकार के साथ समाज भी योगदान दे रहा है।”
सीडीओ अंकिता जैन और जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्रा ने भी इस आयोजन की सराहना की और नवविवाहितों के सुखद जीवन की कामना की।
सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने दिया वैवाहिक जीवन में सुख-शांति का संदेश
गोंडा सदर से भाजपा विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने इस अवसर पर कहा, “आज यहां भव्य तरीके से सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया है, जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समाज के जोड़ों का विवाह जिला प्रशासन की देखरेख में संपन्न हुआ है। इस कार्यक्रम में सभी नवविवाहितों को उपहार दिए गए हैं। मैं सभी वर-वधु को शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे आपसी प्रेम और सहयोग से अपना जीवन व्यतीत करें। मैंने नवविवाहितों को यह सलाह भी दी है कि पति-पत्नी के बीच कोई भी विवाद हो तो उसे आपस में बातचीत से हल करें, किसी तीसरे व्यक्ति को अपने वैवाहिक जीवन में दखल देने की अनुमति न दें।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति के साथ काम कर रही है और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ रही है।
सामूहिक विवाह की भव्यता और समाज में जागरूकता
यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम न केवल एक सरकारी योजना के कार्यान्वयन का उदाहरण था बल्कि यह सामाजिक सौहार्द, परंपरा और आधुनिकता का संगम भी दिखा। शादी समारोह में वर-वधु को पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार तैयार किया गया था।
हिंदू दूल्हों ने शेरवानी और साफा पहना था, जबकि दुल्हनों ने लाल साड़ी, चूड़ा और गहनों से श्रृंगार किया।
मुस्लिम निकाह में शरीयत के अनुसार दूल्हों ने कुर्ता-पायजामा और सिर पर टोपी पहनी, जबकि दुल्हनों ने हिजाब और पारंपरिक परिधान पहने।
विवाह संपन्न होने के बाद वर-वधु को समाज कल्याण विभाग द्वारा एक उपहार पैकेज प्रदान किया गया, जिसमें बर्तन, गद्दे, कंबल, आभूषण, और नगद राशि शामिल थी।
कार्यक्रम में मौजूद समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि सामूहिक विवाह योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र परिवारों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके बाद अधिकारियों द्वारा आवेदन की जांच और पात्रता सत्यापन किया जाता है। केवल योग्य परिवारों की कन्याओं का विवाह इस योजना के तहत कराया जाता है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस भव्य आयोजन को देखकर स्थानीय लोगों ने सरकार की इस पहल की सराहना की। कार्यक्रम में उपस्थित कई माता-पिता ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना उनके लिए एक वरदान साबित हुई है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी बेटियों के विवाह के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ा।
रामलाल वर्मा (एक कन्या के पिता) ने कहा, “हमारी बेटी की शादी बिना किसी परेशानी के हो गई, इसके लिए हम सरकार का धन्यवाद करते हैं।”
सलीम अहमद (निकाह कराने आए एक पिता) ने कहा, “इस योजना के तहत हमारी बेटी का निकाह धूमधाम से हुआ। हमें दहेज की चिंता नहीं करनी पड़ी।”
भविष्य में और भी होंगे सामूहिक विवाह कार्यक्रम
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गोंडा जिले में इस योजना के तहत कई और चरणों में विवाह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अब तक हजारों गरीब कन्याओं की शादी इस योजना के तहत कराई जा चुकी है और भविष्य में भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत बनकर उभरी है। इस योजना के तहत सरकार न केवल कन्याओं का विवाह करा रही है बल्कि उन्हें उपहार और आर्थिक सहयोग भी दे रही है। यह पहल सामाजिक एकता, समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द का एक उदाहरण है, जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों की बेटियों की शादी एक ही मंच पर कराई गई।
इस आयोजन से स्पष्ट है कि सरकार की यह योजना जरूरतमंदों के जीवन में एक नई रोशनी लेकर आई है और समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही है। गोंडा जिले में हुए इस सामूहिक विवाह ने न केवल नवविवाहित जोड़ों के चेहरे पर खुशी बिखेरी, बल्कि उनके परिवारों को भी बड़ी राहत दी।