
सीतापुर, 9 मार्च। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में सोमवार शाम को हुए एक दिल दहला देने वाले अपराध ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी। दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना इमलिया सुल्तानपुर हाईवे के हेमपुर ओवरब्रिज पर हुई, जहां अज्ञात बदमाशों ने उनकी बाइक को रोका और पीठ पर गोली मार दी। घायल होकर गिरने के बाद भी अपराधियों ने उन्हें छोड़ने के बजाय सिर में सटाकर गोली मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह नृशंस हत्या प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। घटना के तुरंत बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि राघवेंद्र को 12 बोर और 15 बोर के तमंचों से चार गोलियां मारी गईं।
हत्या के पहले का घटनाक्रम: फोन कॉल से जुड़ा रहस्य
स्थानीय लोगों के अनुसार, हत्या से कुछ समय पहले राघवेंद्र के मोबाइल पर एक कॉल आया था, जिसके बाद वह अचानक घर से निकल गए। अब पुलिस इस फोन कॉल की जांच कर रही है, क्योंकि यह हत्या के पीछे के कारणों को उजागर कर सकता है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
35 वर्षीय राघवेंद्र बाजपेयी के परिवार पर यह त्रासदी गहरा आघात बनकर टूटी है। उनके पिता पहले से ही बीमार हैं, पत्नी और दो छोटे बच्चे अब बेसहारा हो गए हैं। 15 साल पहले उनके बड़े भाई की एक दुर्घटना में मौत हो चुकी थी, जिससे परिवार पहले ही गहरे सदमे में था।
पुलिस जांच और कार्रवाई
हत्या की सूचना मिलते ही नगर कोतवाली, महोली और इमलिया थाना पुलिस के साथ एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन, सीओ सिटी अमन सिंह और महानिरीक्षक (IG) प्रशांत कुमार द्वितीय मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और जल्द ही संदिग्धों की गिरफ्तारी का दावा किया है।
पत्रकारिता पर हमले और बढ़ते अपराध
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में पत्रकारों पर हमले बढ़े हैं। इस हत्या के बाद प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और यूपी पत्रकार संघ ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता अजय राय ने भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए सरकार से अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हत्या पर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस को 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और दोषियों को जल्द पकड़ने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर नए नियम बनाने की भी बात कही जा रही है।
गोंडा में भी पत्रकारों ने इस घटना पर शोक जताया है और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार को गंभीर होना चाहिए। ज़ी न्यूज़ के संवाददाता अतुल कुमार यादव एबीपी न्यूज़ के संवाददाता कृष्ण कुमार न्यूज़ इंडिया के संवाददाता प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रभात भारत के संवाददाता मनोज कुमार न्यूज़ स्टेट के संवाददाता अंबिकेश्वर प्रताप पांडे जनतंत्र के संवाददाता राज मंगल सिंह सहित कई पत्रकारों ने 2 मिनट का मौन रखकर शोक जताया।
इस हत्याकांड ने पत्रकारिता की स्वतंत्रता और प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि क्या अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे, या यह मामला भी अन्य हत्याओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?