
गोंडा, 28 दिसंबर। शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चल रही योजनाओं की प्रगति, बाधाएं, और क्रियान्वयन की स्थिति का बारीकी से आकलन किया गया। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि शासन की मंशा के अनुरूप जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
राष्ट्रीय योजनाओं की प्रगति पर जोर
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके), कुष्ठ नियंत्रण, अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण, और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। नवंबर 2024 के दौरान आरबीएसके के अंतर्गत हुए भ्रमण और एनआरसी में भर्ती बच्चों के आंकड़ों की समीक्षा की गई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी योजनाओं की फीडिंग समय पर की जाए और आरसीएच पोर्टल अपडेट रखा जाए।
सीएचसी अधीक्षकों को चेतावनी और सख्त निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे सीएचसी परिसर में ही निवास करें और संस्थागत प्रसव एवं टीकाकरण जैसे कार्य समय से पूरा कराएं। डीएम ने कहा कि सीएचसी स्तर पर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, ताकि जनसामान्य को समय पर लाभ मिल सके।समीक्षा के दौरान, सीएचसी रुपईडीह और बभनजोत की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनों सीएचसी अधीक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए।
आयुष्मान योजना और ई-कवच पर विशेष ध्यान
जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र मरीजों को समुचित लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि अधिक से अधिक मरीज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से भर्ती हों। ई-कवच पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट रखने और एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए, ताकि सब-सेंटरों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकें।
टीवी मुक्त गोंडा अभियान की शुरुआत
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान बताया कि जिले में टीवी मुक्त गोंडा अभियान को शहर से गांव तक व्यापक रूप से लागू किया जाएगा। प्रत्येक घर की स्क्रीनिंग की जाएगी और टीवी रोगियों को मिलने वाली सहायता राशि में वृद्धि की गई है। अब टीवी मरीजों को हर छह महीने में 3000-3000 रुपये की धनराशि दी जाएगी। इस अभियान को स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों का सहयोग मिलेगा। डीएम ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी अधिकारियों को समन्वित प्रयास करने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार
बैठक में प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति का जायजा लिया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि सीएचसी और पीएचसी पर बेड ऑक्यूपेंसी की स्थिति बेहतर बनाई जाए। इसके अलावा, प्रसव केंद्रों पर प्रसव की संख्या बढ़ाने और सभी प्रकार के टीकाकरण समय पर सुनिश्चित करने को कहा गया।
झंझरी ब्लॉक में एएनसी फीडिंग की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। इस पर डीएम ने समय से फीडिंग न करने वाली एएनएम के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बचे हुए कार्यों को समय पर पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ हो।
समीक्षा बैठक का व्यापक स्वरूप
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा, एसीएमओ डॉ. आदित्य वर्मा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी बैठक में उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी सीएचसी अधीक्षकों को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समय-समय पर अपने कर्मचारियों से समीक्षा करने का निर्देश दिया गया।
प्रभात भारत विशेष
जिला स्वास्थ्य समिति की इस समीक्षा बैठक ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। डीएम ने स्पष्ट किया कि जिले में सभी स्वास्थ्य योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। टीवी मुक्त गोंडा अभियान और स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार से जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का मार्ग प्रशस्त होगा।