
गोंडा 18 दिसंबर। जिले के इमामबाड़ा मोहल्ले में स्थित ऐतिहासिक बड़ी संगत मंदिर, जो 200 वर्षों से अधिक पुराना है और हनुमान जी को समर्पित है, को जिलाधिकारी नेहा शर्मा के नेतृत्व में बुधवार को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। इस मंदिर का महत्व न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक भी है। हाल के वर्षों में स्थानीय दबंगों ने मंदिर परिसर और मुख्य द्वार के आसपास टिन शेड लगाकर अपनी गाड़ियां खड़ी करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, परिसर में कबाड़ और कचरे का ढेर भी जमा हो गया था, जिससे मंदिर की पवित्रता और सुंदरता प्रभावित हो रही थी।
मंदिर के पुजारी और श्रद्धालुओं ने इस अवैध कब्जे और गंदगी की शिकायत जिलाधिकारी से की। उनकी शिकायत का संज्ञान लेते हुए, डीएम नेहा शर्मा ने इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई का आदेश दिया। बुधवार सुबह जिला प्रशासन, नगर पालिका और पुलिस बल के संयुक्त प्रयासों से यह कार्रवाई की गई। डीएम ने स्वयं स्थल पर मौजूद रहकर इस कार्रवाई का नेतृत्व किया।
अवैध कब्जा हटाने के लिए जेसीबी मशीन की सहायता ली गई। टिन शेड और अन्य अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया गया, और मंदिर परिसर को पूरी तरह से साफ कराया गया। यह कार्रवाई करीब एक घंटे तक चली, जिसमें नगर पालिका और जिला प्रशासन की टीम ने समन्वय से काम किया।
डीएम का निरीक्षण और निर्देश
कार्रवाई के बाद डीएम नेहा शर्मा ने मंदिर परिसर का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मंदिर परिसर और उसके आसपास किसी भी प्रकार का अतिक्रमण दोबारा न हो। डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर भविष्य में किसी ने मंदिर की भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही डीएम ने मंदिर की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए ठोस उपाय अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि नगर पालिका नियमित रूप से मंदिर परिसर की सफाई सुनिश्चित करे।
इस कार्रवाई में डीएम नेहा शर्मा के साथ नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी सौरभ वर्मा, अधिशासी अधिकारी संजय कुमार मिश्र, और नगर कोतवाल संतोष कुमार मिश्र सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।
स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
बड़ी संगत मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराने की इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने जिलाधिकारी और जिला प्रशासन की जमकर सराहना की। स्थानीय निवासियों ने कहा कि यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक पहचान भी है।
श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन की सख्त कार्रवाई से मंदिर की पवित्रता और गरिमा बनी रहेगी। इस अभियान ने मंदिर को साफ-सुथरा बनाने के साथ ही क्षेत्र में अनुशासन का भी संदेश दिया है।
इमामबाड़ा मोहल्ले के निवासी रमेश गुप्ता ने कहा, “हमने पहले कई बार अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन इस बार डीएम ने त्वरित और प्रभावी कदम उठाए। इससे मंदिर की पवित्रता और श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित हुई है।”
एक अन्य निवासी, पूजा सिंह ने कहा, “यह मंदिर हमारे इलाके की ऐतिहासिक पहचान है। डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में इसे अतिक्रमण मुक्त कराना हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बचाने की दिशा में बड़ा कदम है।”
मंदिर के पुजारी महंत ने भी प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब श्रद्धालु बिना किसी बाधा के भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना कर सकेंगे। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि मंदिर की देखरेख और संरक्षण के लिए आगे भी ऐसे प्रयास जारी रहें।
स्थानीय प्रशासन की ओर से अपील
जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे मंदिर परिसर को स्वच्छ और अतिक्रमण मुक्त बनाए रखने में सहयोग करें। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मंदिर की नियमित सफाई और सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
प्रभात भारत विशेष
जिलाधिकारी नेहा शर्मा के इस साहसिक कदम से न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर को बचाया गया है, बल्कि प्रशासन की सख्ती का संदेश भी आम जनता तक पहुंचा है। इस कार्रवाई ने गोण्डा जिले में प्रशासन और जनता के बीच एक सकारात्मक संवाद स्थापित किया है।