
गोण्डा 8 दिसंबर। पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय शातिर चोर को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। यह चोर न केवल भारत में अवैध रूप से दाखिल हुआ था, बल्कि उसने आवास विकास कॉलोनी में एक घर में घुसकर सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए थे। चोरी के जेवरात को नेपाल में बेचकर प्राप्त 20,000 रुपये नकद के साथ इसे गिरफ्तार किया गया।
इस सफलता को पुलिस अधीक्षक गोण्डा, विनीत जायसवाल के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत हासिल किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, मनोज कुमार रावत और क्षेत्राधिकारी नगर, सौरभ वर्मा के मार्गदर्शन में कोतवाली नगर पुलिस टीम ने इस घटना का खुलासा किया।
घटना का विस्तृत विवरण
चोरी की घटना और प्रारंभिक जांच
मामला 25/26 नवंबर 2024 की रात का है, जब गोण्डा के आवास विकास कॉलोनी में रहने वाले गुरु प्रसाद तिवारी के घर में चोरी हुई। वादी ने अपनी तहरीर में उल्लेख किया कि अज्ञात चोर ने घर में घुसकर सोने-चांदी के कीमती जेवरात चुरा लिए। कोतवाली नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों, गुप्त सूत्रों और सटीक निगरानी के आधार पर 8 दिसंबर 2024 को सतईपुरवा रोड के पास रेलवे स्टेशन से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी किए गए आभूषणों को बेचकर प्राप्त 20,000 रुपये नकद और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए।
अभियुक्त की पहचान और पूछताछ
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान डालिम पुत्र तजम्मुल के रूप में हुई, जो बांग्लादेश के गमस्तापुर साहिब ग्राम, चापाई नवाबगंज का निवासी है। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह 6 नवंबर 2024 को अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ। सबसे पहले उसने हावड़ा रेलवे स्टेशन पर पांच दिन बिताए और फिर कानपुर पहुंचा।
कानपुर में काम नहीं मिलने पर वह गोण्डा आया, जहां उसने प्रेरणा पार्क के पास एक बंद मकान देखा। मकान का ताला तोड़कर उसने 25/26 नवंबर की रात चोरी को अंजाम दिया। चोरी के जेवरात वह नेपाल ले गया और वहां बेचकर 20,000 रुपये कमाए। इसके बाद वह फिर से गोण्डा लौट आया और दूसरी चोरी की योजना बना रहा था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
बरामद सामान और दस्तावेज
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने अभियुक्त के पास से निम्नलिखित सामान बरामद किया:
1. चोरी के माल को बेचकर प्राप्त 20,000 रुपये नकद।
2. फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी, जो उसने पहचान छुपाने के लिए बनवाए थे।
अवैध गतिविधियों में संलिप्तता
अभियुक्त ने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी अन्य क्षेत्रों में चोरी कर चुका है। भारत में उसकी अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों के उपयोग से यह स्पष्ट होता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध से जुड़ा हुआ है।
दर्ज मुकदमे और कानून कार्रवाई
अभियुक्त के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 305(ए), 331(4), 317(2) और विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभियुक्त को अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस का संदेश और अपील
गोण्डा पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इस मामले से यह स्पष्ट है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
समाज के लिए संदेश
यह घटना पुलिस की सतर्कता और अपराधियों के खिलाफ उनकी मजबूत कार्रवाई का प्रतीक है। अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की गिरफ्तारी से यह भी साफ होता है कि कानून की नजरों से कोई बच नहीं सकता। इस कार्रवाई ने न केवल क्षेत्र में सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि संगठित अपराध को समाप्त करने में पुलिस पूरी तरह सक्षम है।
गोण्डा पुलिस का यह कदम अपराधियों के लिए एक सख्त चेतावनी है और जनता के लिए सुरक्षा का भरोसा।