
वाशिंगटन, 14 नवंबर। अमेरिका के राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को अपनी प्रशासनिक टीम का हिस्सा बनाते हुए “डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी” (DOGE) नामक एक नए विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। इस कदम का उद्देश्य सरकारी कार्यप्रणालियों में सुधार करना, अपव्यय को कम करना और पारदर्शिता बढ़ाना है। यह नियुक्ति मस्क की प्रभावशाली स्थिति और उनकी कंपनियों को अमेरिकी सरकार से जुड़ी नीतियों में विशेष लाभ दिलाने का संकेत भी मानी जा रही है।
एलन मस्क, जो वर्तमान में टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के सीईओ हैं, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं। मस्क ने ट्रम्प के चुनावी अभियान में आर्थिक सहयोग किया था और कई मौकों पर उनके साथ सार्वजनिक कार्यक्रमों में दिखाई दिए हैं। वहीं विवेक रामास्वामी, जो एक दवा कंपनी के संस्थापक और रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रह चुके हैं, ने भी ट्रम्प को समर्थन दिया है। ट्रम्प ने उन्हें एक खास भूमिका सौंपी है, जिसमें वे अमेरिकी प्रशासनिक प्रक्रियाओं में बदलाव लाने में मस्क का साथ देंगे।
विभाग का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
ट्रम्प ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि इस विभाग का मुख्य उद्देश्य संघीय सरकार में “सरकारी नौकरशाही को समाप्त करना, अनावश्यक नियमों में कटौती करना, अपव्ययी खर्चों को कम करना और संघीय एजेंसियों का पुनर्गठन करना” होगा। डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी को पारंपरिक सरकारी एजेंसियों से स्वतंत्र रूप से कार्य करने की शक्ति दी जाएगी। यह विभाग व्हाइट हाउस और ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (ओएमबी) के साथ मिलकर सरकारी संरचना में सुधार की दिशा में काम करेगा।
ट्रम्प का मानना है कि यह नया विभाग उनकी रिपब्लिकन पार्टी की पुरानी आकांक्षाओं को साकार करेगा। उन्होंने इस विभाग को “सरकारी कार्यों के लिए एक उद्यमशील दृष्टिकोण” अपनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम कहा। ट्रम्प के अनुसार, यह विभाग 4 जुलाई 2026 तक अपने कार्य को पूरा करेगा, जो अमेरिका की स्वतंत्रता की घोषणा की 250वीं वर्षगांठ का प्रतीक होगा।
एलन मस्क के लिए नई भूमिका का महत्व
एलन मस्क, जो दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में गिने जाते हैं, उनके लिए यह भूमिका न केवल उनके व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाली है, बल्कि उनके व्यापारिक हितों के लिए भी लाभकारी हो सकती है। फोर्ब्स के अनुसार, मस्क का अमेरिकी सरकार में बढ़ता प्रभाव उन्हें अपनी कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत फायदे दिला सकता है। मस्क का ट्रम्प प्रशासन में शामिल होना उनकी प्रिय परियोजनाओं, जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्रिप्टोकरेंसी, के भविष्य के लिए भी सकारात्मक साबित हो सकता है।
शेयर बाजार के विशेषज्ञ डेनियल इव्स का मानना है कि मस्क का यह कदम एक “कुशल चाल” है, जो उन्हें विभिन्न संघीय एजेंसियों में व्यापक प्रभाव प्रदान कर सकता है। इव्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि मस्क और टेस्ला के लिए इस नई भूमिका में लाभकारी अवसर होंगे, जो उनके व्यवसायों की बाजार स्थिति को मजबूत करने में सहायक होंगे। इव्स का कहना है कि इस कदम से मस्क के प्रभाव का विस्तार होगा और यह उनका “एतिहासिक दांव” होगा, जिसमें उन्होंने ट्रम्प पर भरोसा जताया है।
“DOGE” – विभाग का नया नाम और पारदर्शिता की रणनीति
इस नए विभाग का नाम “DOGE” रखा गया है, जो मस्क की प्रिय क्रिप्टोकरेंसी ‘डॉजकॉइन’ को संदर्भित करता है। मस्क ने पारदर्शिता का आश्वासन देते हुए कहा कि विभाग की सभी कार्रवाइयों को ऑनलाइन पोस्ट किया जाएगा ताकि जनता उन्हें देख सके और सुझाव दे सके। उन्होंने घोषणा की कि DOGE विभाग एक ऐसा लीडरबोर्ड तैयार करेगा, जिसमें “असाधारण रूप से मूर्खतापूर्ण सरकारी खर्चों” को दर्शाया जाएगा। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि यह लीडरबोर्ड न केवल ट्रैजिक होगा बल्कि अत्यंत मनोरंजक भी होगा।
पिछले महीने न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर गार्डन में आयोजित एक ट्रम्प रैली में, मस्क ने संघीय बजट को “कम से कम” दो ट्रिलियन डॉलर तक घटाने की योजना की बात कही थी। उन्होंने जनता से कहा, “आपका पैसा व्यर्थ जा रहा है और सरकार की दक्षता विभाग इसे ठीक करेगा। हम सरकार को आपके सिर से हटाने और आपकी जेब से दूर करने वाले हैं।”
विवेक रामास्वामी की भूमिका और उनका योगदान
विवेक रामास्वामी, जो एक सफल उद्यमी हैं और फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण अनुभव है, ने इस पद को स्वीकार कर लिया है। रामास्वामी, जो पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, ने अपनी राजनीतिक यात्रा को एक नया मोड़ देने के लिए इस अवसर को स्वीकार किया। उन्होंने ओहायो के अमेरिकी सीनेट की दौड़ से अपने नामांकन को वापस ले लिया है ताकि वे इस भूमिका में अपने समय का निवेश कर सकें।
रामास्वामी का कहना है कि यह नया विभाग उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है और वे इसे अपने करियर का “उत्कर्ष” मानते हैं। रामास्वामी का अनुभव और ज्ञान इस विभाग के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, और उनका मानना है कि उनकी उपस्थिति सरकार को अधिक कुशल, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में सहायक होगी।
ट्रम्प की सरकार के लिए महत्वपूर्ण कदम
ट्रम्प का यह कदम उनकी “मैनहटन प्रोजेक्ट” के समान है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के समय परमाणु बम के निर्माण के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा किया गया एक गुप्त और महत्वाकांक्षी परियोजना थी। ट्रम्प का मानना है कि यह विभाग अमेरिकी सरकार के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाने का काम करेगा और इसे “सरकार के हर पहलू में सुधार और दक्षता लाने” का एक महत्वपूर्ण प्रयास मानते हैं।
इससे पहले, विभिन्न रिपब्लिकन नेताओं ने सरकारी कार्यप्रणालियों को अधिक उत्पादक और अनावश्यक खर्चों को कम करने की आवश्यकता को बताया है। ट्रम्प के इस कदम को रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों द्वारा एक साहसिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो पार्टी की पुरानी आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में है।
जनता की भागीदारी और सुझावों का स्वागत
मस्क और रामास्वामी का यह विभाग न केवल सरकारी खर्चों में कटौती करेगा बल्कि आम जनता को सरकार की गतिविधियों में भाग लेने का मौका भी देगा। यह निर्णय लेना कि सरकार के कौन से खर्च अनावश्यक हैं और किस तरह की नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है, जनता को सीधे तौर पर शामिल करने का एक तरीका होगा।
मस्क ने अपने बयान में कहा, “सरकार की दक्षता विभाग की सभी कार्रवाइयों को ऑनलाइन पोस्ट किया जाएगा ताकि अधिकतम पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।” उन्होंने लोगों को सुझाव देने के लिए आमंत्रित भी किया है और कहा कि “असाधारण रूप से मूर्खतापूर्ण सरकारी खर्चों” की एक लीडरबोर्ड जनता के लिए तैयार किया जाएगा।
इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि सरकार का खर्च जनता की नजर में रहेगा और लोगों को पता चलेगा कि उनका टैक्स का पैसा कहां जा रहा है। मस्क के इस कदम को पारदर्शिता बढ़ाने और जनता की आवाज़ को सरकार तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का निर्माण अमेरिकी प्रशासनिक प्रक्रिया में एक ऐतिहासिक कदम है। ट्रम्प द्वारा मस्क और रामास्वामी को दी गई यह जिम्मेदारी न केवल उनकी सरकार को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में है, बल्कि यह मस्क के व्यावसायिक प्रभाव को भी बढ़ाने में सहायक हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विभाग पारदर्शिता, जनता की भागीदारी और सरकारी खर्चों में कटौती के लिए नई दिशा प्रदान करेगा।
विभाग की ओर से पारदर्शिता बढ़ाने, जनता को शामिल करने और सरकारी खर्चों में कटौती के प्रयास भविष्य में सरकार की कार्यप्रणाली को एक नया आयाम दे सकते हैं।