
गोंडा 13 नवंबर। जिले में एक तेज रफ्तार डबल डेकर बस के पलटने का हादसा सामने आया है, जिससे कई यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के कटरा शहबाजपुर लखनऊ रोड पर हुई। दिल्ली से गोंडा की ओर आ रही इस प्राइवेट बस में सवार यात्रियों के लिए यह हादसा एक डरावना अनुभव साबित हुआ। श्रीराम ट्रेवल्स की इस डबल डेकर बस का नियंत्रण बिगड़ जाने के बाद बस पलट गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
करनैलगंज क्षेत्र के कटरा शहबाजपुर लखनऊ रोड पर हुए इस हादसे में बताया जा रहा है कि डबल डेकर बस तेज गति से आ रही थी। अचानक अनियंत्रित होकर बस सड़क के किनारे पलट गई। हादसे के तुरंत बाद बस में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। घायल यात्री मदद के लिए चिल्लाने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस की गति बहुत तेज थी और ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह भयानक हादसा हुआ।
हादसे में कई यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायलों को बस से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में कुछ यात्री मामूली चोटों के साथ बाल-बाल बच गए, लेकिन कुछ यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को विशेष चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता है और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
बस पलटने के बाद बस में सवार यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री दुर्घटना के बाद सकते में आ गए और कुछ को समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। कुछ यात्रियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद हर कोई अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा था और चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी। आसपास के लोगों ने साहस दिखाते हुए घायलों को बस से बाहर निकाला और मौके पर राहत कार्य शुरू किया।
हादसे का शिकार हुई डबल डेकर बस श्रीराम ट्रेवल्स की बताई जा रही है। दिल्ली से गोंडा की ओर आ रही इस बस में कई यात्री सवार थे। श्रीराम ट्रेवल्स की बसें आमतौर पर लंबी दूरी के यात्रियों के लिए एक प्रमुख विकल्प होती हैं, लेकिन इस घटना ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवहन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि इस हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
इस घटना के बाद एक बार फिर से सड़कों पर तेज रफ्तार के कारण होने वाले हादसों का मुद्दा सामने आया है। बस के तेज गति से चलने के कारण यह दुर्घटना हुई, जिससे कई लोग घायल हो गए और कुछ की हालत गंभीर है। यातायात नियमों के प्रति लापरवाही और तेज गति से चलने की प्रवृत्ति अक्सर इस तरह के हादसों का कारण बनती है। ऐसे में यह हादसा बस चालकों और यात्रियों दोनों के लिए एक सीख है कि सड़कों पर सुरक्षा का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। पुलिस ने यातायात को नियंत्रित करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। करनैलगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की और दुर्घटनाग्रस्त बस को सड़क से हटाने का काम किया। प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और बस चालक के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की भी तैयारी की जा रही है।
गोंडा और आसपास के क्षेत्रों में तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यातायात नियमों की अनदेखी, ओवरस्पीडिंग और बस चालकों की लापरवाही जैसे कारणों से आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं। इस घटना से एक बार फिर यह बात स्पष्ट होती है कि यातायात नियमों का पालन न करने के कारण न केवल यात्रियों की जान खतरे में पड़ती है बल्कि स्थानीय लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
परिवहन विभाग ने इस हादसे को गंभीरता से लिया है और बस कंपनी श्रीराम ट्रेवल्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंताजनक हैं और विभाग यातायात नियमों के उल्लंघन को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। विभाग ने कहा कि वह इस घटना की विस्तृत जांच करेगा और संबंधित बस कंपनी पर सख्त कार्रवाई करेगा।
इस हादसे के बाद यात्री सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे हैं। सड़क परिवहन विभाग यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाने की योजना बना रहा है। इनमें बस चालकों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम, ओवरस्पीडिंग की निगरानी के लिए जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम और बस कंपनियों के लिए सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने जैसे उपाय शामिल हैं।
इस हादसे ने स्थानीय लोगों में भी चिंता पैदा कर दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि गोंडा में तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वह यातायात नियमों को सख्ती से लागू करे और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाए। कई लोगों ने इस हादसे को एक चेतावनी के रूप में लिया और सड़कों पर सावधानी बरतने की आवश्यकता पर बल दिया।
गोंडा में हुए इस सड़क हादसे ने एक बार फिर से यातायात नियमों के पालन और यात्री सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। तेज गति के कारण होने वाले हादसों में हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं, और यह हादसा भी एक ऐसा ही दुखद उदाहरण है। स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग को मिलकर यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति न हो।