गोंडा 5 नवंबर। जिले में थाना कोतवाली नगर और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त टीम ने एक बड़े मादक पदार्थ तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 101 किलो 200 ग्राम अवैध गांजे के साथ एक मादक पदार्थ तस्कर और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के दौरान तस्करी में उपयोग की गई एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देश पर यह अभियान जिले में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ चलाया गया, जो कि गोंडा में अपराध पर रोकथाम की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
घटना का संक्षिप्त विवरण
दिनांक 04 नवंबर 2024 की रात्रि को महादेवा रेलवे क्रॉसिंग ओवर ब्रिज के पास से पुलिस ने तस्करों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की। मुखबिर की सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें पुलिस की टीम ने तस्कर रवि चौहान उर्फ सुड्डू, पुत्र रामपाल चौहान निवासी मुरादीपुर हरैया, जनपद बस्ती, और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया। इनके पास से 101 किलो 200 ग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी अनुमानित कीमत 25 लाख 30 हजार रुपये बताई जा रही है।

अवैध गांजे की तस्करी की योजना
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे बिहार, उड़ीसा और असम जैसे राज्यों से कम कीमत में गांजा खरीदते हैं और फिर उसे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ऊंची कीमत पर बेचते हैं। यह गांजा स्थानीय मांग के अनुसार सप्लाई किया जाता था और इससे होने वाली आय से अभियुक्त अपने परिवार का खर्चा चलाते थे। उन्होंने बताया कि इस अवैध कारोबार से अर्जित पैसा अपने जीवन यापन के साथ-साथ अन्य भौतिक सुविधाओं पर भी खर्च किया जाता है।
पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान की भूमिका
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के नेतृत्व में जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कड़े अभियान चलाए जा रहे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत और क्षेत्राधिकारी नगर सौरभ वर्मा के निर्देशन में इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस की टीम सतर्कता के साथ काम कर रही है। थाना कोतवाली नगर और एसओजी टीम की संयुक्त कार्रवाई से यह सफलता हासिल हुई, जो जिले में नशा तस्करों के खिलाफ एक बड़ा संदेश देती है।
गिरफ्तार अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार तस्कर रवि चौहान का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। बस्ती जिले में उसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं, जिनमें एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत अपराध शामिल हैं।
तस्करी के नेटवर्क का विश्लेषण
गिरफ्तार अभियुक्तों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों का भी पता लगाने का प्रयास कर रही है। यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ है और इसमें कुछ अन्य राज्य भी शामिल हैं, जहां से ये तस्कर गांजा लाकर ऊंचे दामों में बेचते हैं। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर जांच की जरूरत है, ताकि गांजा तस्करी के इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
मादक पदार्थ तस्करी का समाज पर प्रभाव
अवैध मादक पदार्थ तस्करी का समाज पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, खासकर युवा वर्ग पर। गांजे जैसी नशीली वस्तुओं की उपलब्धता और खपत से न केवल युवाओं की सेहत खराब होती है, बल्कि इससे समाज में अपराध भी बढ़ता है। नशे की लत से जुड़े अपराधों में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे समाज का वातावरण दूषित हो रहा है।
पुलिस की जनता से अपील
गोंडा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें अपने आस-पास कहीं भी मादक पदार्थों की तस्करी या वितरण की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस का कहना है कि समाज के हर व्यक्ति को मादक पदार्थों की रोकथाम में अपना सहयोग देना चाहिए, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में जी सके।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि गोंडा पुलिस मादक पदार्थों के खिलाफ गंभीरता से काम कर रही है और इस प्रकार की तस्करी को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम केवल अपराधियों को कानूनी सजा दिलाने के लिए ही नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य समाज को नशे के खतरे से दूर रखना और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना भी है।

