
गोंडा (अतुल यादव) 14 अगस्त। एटीएम हैकिंग और धोखाधड़ी के खुलासे तो इससे पहले बहुत हुए लेकिन यह एक नया तरीका है एटीएम से पैसा निकालते समय मनी विंडो के शटर को हाथ से रोक लेते हैं और कुछ देर रुकने के बाद ऑटोमेटिक ट्रांजैक्शन फेल बैंक में दिखाई देने लगता है इस प्रकार बैंक उस खाते में दोबारा पैसे खाते से कटी हुई राशि डाल देता है इस तरह से यह लोग एक चेन बनाते हैं जिसमें लोगों को जोड़ते हैं इस स्कीम के तहत और उनसे यह कहते हैं अपना एटीएम कार्ड और पिन दे दो आपको बैठे-बिठाए ₹5000 दिया जाएगा
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इस ग्रुप के मास्टरमाइंड उस एटीएम धारक के खाते में अपने पास से पैसा डालते हैं और एटीएम से निकालते हैं एटीएम से पैसा निकल जाता है और एटीएम मशीन के मनी विंडो के सटर को रोककर पैसा निकालते हैं जिससे ट्रांजैक्शन फेल दिखाता है बैंक में और बैंक वाले दोबारा उस खाते में उतनी राशि डाल देते हैं इस तरह से इस ग्रुप में काम करने वाले लोगों को लाखों लाख रुपए महीने की इनकम हो रही थी बैंक के कंप्लेंट पर नागालैंड पुलिस ने एक्शन लिया और आखिरकार उसकी जड़ गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र में मिली जिसको आज गोंडा पुलिस और नागालैंड पुलिस के द्वारा खुलासा किया गया और 2 अपराधियों को पकड़ कर नागालैंड जेल में डालने की कार्रवाई हो रही है