जिलाधिकारी के निर्देश पर वनटांगिया ग्राम अशरफाबाद के सभी परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण, स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम
गोण्डा, 25 अक्टूबर। गोंडा के वनटांगिया ग्राम अशरफाबाद में शुक्रवार को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की विशेष पहल के अंतर्गत एक महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से ग्राम पंचायत अशरफाबाद के सभी निवासियों को उनके घरों के पास ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं, ताकि वे स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
वनटांगिया समुदाय, जो मुख्यतः जंगलों के निकट के क्षेत्रों में बसा है, अक्सर स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाता है। इस पहल के माध्यम से जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और नागरिकों की स्वास्थ्य देखभाल में सुधार करने का संकल्प लिया है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत, मनकापुर की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग की एक समर्पित टीम ने पूरे गांव के प्रत्येक परिवार का स्वास्थ्य परीक्षण किया और ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की।

वनटांगिया समुदाय और स्वास्थ्य चुनौतियां
वनटांगिया समुदाय को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना हमेशा से एक चुनौती रही है। ये समुदाय जंगलों के आसपास बसे होते हैं और बुनियादी सुविधाओं, जैसे चिकित्सा सुविधाओं, स्वच्छता, और शिक्षा तक उनकी पहुँच सीमित होती है। इस कारण से बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और अन्य संवेदनशील समूहों के लिए कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
वनटांगिया समुदायों के बीच स्वास्थ्य शिविर के आयोजन का उद्देश्य इन्हीं समस्याओं का समाधान करना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर के दौरान ग्रामीणों का न केवल स्वास्थ्य परीक्षण किया बल्कि उन्हें जागरूक भी किया। शिविर के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कुपोषण, संक्रामक रोग, हृदय रोग, मधुमेह, और बच्चों के विकास से संबंधित समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया गया।
स्वास्थ्य शिविर में दी गई सेवाएं
स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीणों के लिए व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान निम्नलिखित सेवाएं दी गईं:
1. बेसिक चेकअप: ब्लड प्रेशर, शुगर, और हिमोग्लोबिन की जांच कराई गई।
2. टीकाकरण: बच्चों के नियमित टीकाकरण और अन्य आवश्यक टीकों की भी व्यवस्था की गई।
3. महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण: गर्भवती महिलाओं, प्रसवोत्तर माताओं और वृद्ध महिलाओं के लिए विशेष जांचें की गईं।
4. स्वास्थ्य शिक्षा: ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और स्वच्छता का महत्व समझाने के लिए स्वास्थ्य शिक्षा सत्र आयोजित किए गए।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाव के तरीके भी बताए, जैसे नियमित रूप से हाथ धोना, साफ पानी का उपयोग, पौष्टिक आहार, और नियमित स्वास्थ्य जांच। साथ ही, स्वास्थ्य कर्मियों ने यह भी जानकारी दी कि किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर वे तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुँच सकते हैं।
डीएम का योगदान और दृष्टिकोण
जिलाधिकारी के नेतृत्व में गोंडा प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने के प्रयास में जुटा हुआ है। डीएम ने इस शिविर के आयोजन का निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य शिविर से न केवल ग्रामीणों की स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान हो सकेगी बल्कि उनकी समय पर चिकित्सा भी की जा सकेगी। वनटांगिया गांवों को लेकर डीएम ने विशेष संवेदनशीलता दिखाई और यह निर्देश दिया कि किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किए बिना शिविर का समापन नहीं होना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य है कि किसी भी नागरिक को स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कष्ट न उठाना पड़े। उन्होंने बताया कि वनटांगिया समुदायों को मुख्यधारा में लाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने आगे कहा कि वनटांगिया समुदाय को जागरूक बनाना और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना समाज कल्याण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीणों की भागीदारी
स्वास्थ्य शिविर में अशरफाबाद ग्राम के सभी परिवारों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। शिविर में बच्चों, महिलाओं, और बुजुर्गों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। सहायक विकास अधिकारी पंचायत मनकापुर के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को शिविर की महत्त्वता समझाई और उनकी चिंताओं को ध्यान से सुना। शिविर में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और आवश्यक दवाइयां भी दीं।
ग्रामीणों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया और कहा कि प्रशासन का यह प्रयास उनके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। ग्रामीणों ने कहा कि नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि उन्हें स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी और सेवाएं नियमित रूप से मिल सकें।
स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और प्राथमिक चिकित्सा
स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान की गई। उदाहरण के लिए, उच्च रक्तचाप, शुगर, कुपोषण और अन्य बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान की गई और उन्हें आगे की जांच के लिए जिला अस्पताल में भेजने की सलाह दी गई। साथ ही, जिन लोगों को प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता थी, उन्हें मौके पर ही चिकित्सा दी गई।
शिविर में उपस्थित डॉक्टरों ने बताया कि कई लोग स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं, जो कि उनके लिए गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीण समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण करवाते हैं तो वे कई बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं।
भविष्य के लिए प्रशासन की योजनाएं
जिलाधिकारी ने कहा कि यह शिविर एक पहल मात्र है और भविष्य में इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन पूरे जिले के वनटांगिया और दूरस्थ क्षेत्रों में किया जाएगा। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि वे वनटांगिया गांवों में नियमित स्वास्थ्य शिविर का आयोजन सुनिश्चित करें ताकि सभी ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
डीएम ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयास से वनटांगिया समुदाय के लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाई जाएगी और उन्हें बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अन्य विकास कार्यों के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी ताकि प्रत्येक नागरिक स्वस्थ जीवन जी सके।
प्रभात भारत विशेष
जिला प्रशासन द्वारा वनटांगिया ग्राम अशरफाबाद में आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर ने यह साबित कर दिया है कि प्रशासन जनसामान्य के कल्याण के लिए गंभीर है और नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति समर्पित है। शिविर का सफल आयोजन न केवल एक स्वास्थ्य पहल है, बल्कि एक सामाजिक समर्पण का उदाहरण भी है, जिसने ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा दिया है।
इस शिविर ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के साथ-साथ उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं के महत्त्व को समझने का अवसर भी दिया है। यह पहल प्रशासन के ग्रामीणों के प्रति सच्ची सेवा भावना का परिचायक है और उम्मीद की जाती है कि इसी प्रकार के शिविर भविष्य में अन्य क्षेत्रों में भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे ग्रामीण जनता का स्वास्थ्य और जीवनस्तर सुधारा जा सके।

