
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। हरियाणा में आज से नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, जिसमें नायब सिंह सैनी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल का नेता चुना जाएगा। वे दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नायब सैनी का मुख्यमंत्री बनने का सफर उनके उत्कृष्ट कार्यों, विकास योजनाओं और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ मजबूत संबंधों से भरा हुआ है।
नायब सैनी का राजनीतिक सफर
नायब सिंह सैनी का राजनीतिक जीवन कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर से भरा हुआ है। हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के रहने वाले सैनी ने राजनीति में कदम रखा और भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बने। उन्होंने 2014 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की और मंत्री पद का कार्यभार संभाला। इसके बाद उन्होंने 2019 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सैनी ने अपने कार्यकाल के दौरान कई विकासात्मक योजनाएँ लागू कीं, जो उनकी लोकप्रियता में इजाफा करने में सहायक रही। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार के लिए कई पहल कीं।
उत्कृष्ट कार्यों की सूची
1. शिक्षा में सुधार: नायब सैनी ने शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधारों का कार्यान्वयन किया। स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं का विकास और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई योजनाएँ बनाई। उनके नेतृत्व में, राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नई पहल शुरू की, जैसे कि स्मार्ट क्लासरूम और ऑनलाइन शिक्षण सामग्री।
2. कृषि कल्याण: सैनी ने कृषि क्षेत्र में किसानों की भलाई के लिए कई योजनाएँ लागू कीं। उन्होंने फसली ऋण माफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि के लिए कई कदम उठाए। इससे किसानों के आर्थिक संकट को कम करने में मदद मिली।
3. स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार: नायब सैनी के नेतृत्व में, हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए। उन्होंने नई अस्पतालों का निर्माण, मौजूदा स्वास्थ्य केंद्रों के आधुनिकीकरण और स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार किया। इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य कैंपों का आयोजन करके ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाने पर जोर दिया।
4. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर: सैनी ने युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कई स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किए, जिससे युवाओं को काम के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने में मदद मिली।
5. महिलाओं के सशक्तिकरण: सैनी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएँ बनाई। उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष ऋण योजनाएँ, स्वरोजगार के अवसर, और उनकी सुरक्षा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के साथ संबंध
नायब सैनी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। यह संबंध उनके राजनीतिक सफर को और मजबूती प्रदान करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में नायब सैनी की कई योजनाओं की सराहना की है और राज्य के विकास में उनके योगदान को महत्वपूर्ण माना है। मोदी के नेतृत्व में, हरियाणा को कई केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिला है, जैसे कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’। सैनी ने इन योजनाओं को अपने राज्य में सफलतापूर्वक लागू किया, जिससे राज्य का विकास और तेजी से हुआ।
अमित शाह
अमित शाह और नायब सैनी के बीच एक मजबूत राजनीतिक समझदारी है। अमित शाह ने हरियाणा की राजनीति में सैनी की नेतृत्व क्षमता को मान्यता दी है और उनके द्वारा की गई विकासात्मक पहलों की सराहना की है। शाह के मार्गदर्शन में, सैनी ने भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और चुनावी रणनीतियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
नायब सैनी का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को होगा, राज्यपाल उन्हें शपथ दिलाएंगे। समारोह में कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा के अन्य नेता भी शामिल होंगे। इस अवसर पर नायब सैनी के साथ नए मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
शपथ ग्रहण के बाद की योजनाएँ
नायब सैनी के नए कार्यकाल के दौरान, उनकी प्राथमिकता विकास कार्यों को और तेज करना और हरियाणा के लोगों की भलाई के लिए नई योजनाओं का प्रारंभ करना होगा। उन्होंने पहले ही कहा है कि वह हरियाणा को एक मॉडल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हरियाणा में नायब सैनी की नेतृत्व में सरकार का गठन राज्य के लिए एक नई दिशा की शुरुआत करेगा। उनके उत्कृष्ट कार्य और विकास योजनाएँ उन्हें एक सफल मुख्यमंत्री बनाने में सहायक सिद्ध होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ उनके मजबूत संबंधों से राज्य में भाजपा की स्थिति और भी मजबूत होगी।
नायब सैनी का यह सफर न केवल हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ने का कार्य करेगा। उनके नेतृत्व में हरियाणा की नई सरकार विकास, समृद्धि और सामाजिक न्याय की दिशा में एक कदम और बढ़ेगी।