
गोंडा 14 अक्टूबर। गोण्डा मेडिकल कॉलेज में आज का दिन एक ऐतिहासिक अवसर बन गया है क्योंकि यहाँ के पहले बैच 2024-25 के छात्रों के लिए पहले क्लास की शुरुआत हो चुकी है। इस महत्वपूर्ण क्षण के उपलक्ष्य में कॉलेज में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख अतिथि के रूप में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिष्ठित प्रोफेसर ओ.पी. मिश्रा शामिल हुए। इस कार्यक्रम ने गोंडा जिले के चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का संकेत दिया है।
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के मंच पर आगमन के साथ हुई। मंच पर उपस्थित अतिथियों में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर धनंजय कोटस्थाने, विभिन्न विभागों के संकाय प्रमुख और अन्य वरिष्ठ चिकित्सक शामिल थे। सभी अतिथियों को गुलदस्ते भेंट किए गए, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। सरस्वती वंदना ने एक पवित्र और शैक्षिक वातावरण का निर्माण किया, जिससे छात्रों को ज्ञान और शिक्षा की महत्ता का अनुभव हुआ।
प्रधानाचार्य का स्वागत भाषण
कार्यक्रम के प्रारंभिक चरण में गोंडा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर धनंजय कोटस्थाने ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि यह कॉलेज न केवल गोंडा बल्कि आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए चिकित्सा शिक्षा के नए अवसर प्रस्तुत करेगा। उन्होंने सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और छात्रों का हार्दिक स्वागत किया और इस ऐतिहासिक दिन पर कॉलेज के भविष्य की दिशा के बारे में अपनी दृष्टि साझा की।
प्रधानाचार्य ने बताया कि गोंडा मेडिकल कॉलेज का उद्देश्य न केवल छात्रों को उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा प्रदान करना है बल्कि समाज में एक मजबूत चिकित्सा आधारभूत संरचना का निर्माण करना भी है। उन्होंने यह भी कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में एक डॉक्टर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, और छात्रों को अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान और समर्पित रहने की प्रेरणा दी।
एएसएमसी की झलकियाँ
इसके बाद फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉ. कुलदीप पांडे ने गोंडा मेडिकल कॉलेज की अब तक की यात्रा और उपलब्धियों की झलकियाँ प्रस्तुत की। उन्होंने कॉलेज के आधारभूत ढांचे, अनुसंधान सुविधाओं और छात्रों को प्रदान की जाने वाली अन्य सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. पांडे ने बताया कि गोंडा मेडिकल कॉलेज चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने के लिए तैयार है। यहाँ के संकाय सदस्य और चिकित्सा विशेषज्ञ छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करेंगे बल्कि उन्हें व्यावहारिक चिकित्सा कौशल में भी दक्ष बनाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का अभिनंदन
इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अनिल कुमार ने प्रमुख अतिथि और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का अभिनंदन किया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है और मेडिकल कॉलेज का यह पहला बैच न केवल इस संस्थान की बल्कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी एक नया अध्याय लिखेगा। डॉ. कुमार ने छात्रों को अपने अध्ययन और शोध के प्रति समर्पित रहने की सलाह दी और उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों से परिचित कराया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओ.पी. मिश्रा का परिचय
कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता प्रोफेसर ओ.पी. मिश्रा का परिचय डॉ. आफरीन अरशद चौधरी द्वारा दिया गया, जो प्रेरण समिति की सदस्य हैं। डॉ. चौधरी ने प्रोफेसर मिश्रा के चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में योगदान और उनके नेतृत्व में किए गए विभिन्न नवाचारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रोफेसर मिश्रा के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं।
मुख्य अतिथि का संबोधन
प्रमुख अतिथि प्रोफेसर ओ.पी. मिश्रा ने अपने संबोधन में छात्रों को एक डॉक्टर के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में सेवा भावना सबसे महत्वपूर्ण होती है, और एक डॉक्टर को अपने मरीजों के प्रति सहानुभूति और सम्मान के साथ व्यवहार करना चाहिए। प्रोफेसर मिश्रा ने चिकित्सा शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को उत्कृष्टता की दिशा में लगातार प्रयास करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि गोंडा मेडिकल कॉलेज ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है और इस कॉलेज के पहले बैच के छात्रों को देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने छात्रों को यह भी याद दिलाया कि एक डॉक्टर बनने की यात्रा कठिनाइयों से भरी हो सकती है, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ही उन्हें सफल बनाएगा।
प्रवेशित छात्रों का परिचय
कार्यक्रम के अगले चरण में नए प्रवेशित छात्रों का परिचय कराया गया। इन छात्रों ने गर्व के साथ अपनी शैक्षिक पृष्ठभूमि और मेडिकल कॉलेज में अपने चयन के अनुभवों को साझा किया। छात्रों के चेहरे पर उत्साह और खुशी झलक रही थी, और इस अवसर ने उन्हें गर्व महसूस कराया कि वे गोंडा मेडिकल कॉलेज के पहले बैच का हिस्सा बन रहे हैं।
धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान
कार्यक्रम का समापन प्रेरण समिति की अध्यक्ष डॉ. वैशाली कोटस्थाने द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, छात्रों, और मेडिकल कॉलेज के स्टाफ का धन्यवाद किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके योगदान की सराहना की। इसके बाद राष्ट्रगान गाया गया, जिसने पूरे माहौल को एकता और देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
छात्रावास विनियम और फाउंडेशन कोर्स
कार्यक्रम के बाद दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई, जिसके पश्चात छात्रों को उनके छात्रावास के नियमों और आचार संहिता से परिचित कराया गया। लड़कों और लड़कियों के छात्रावास के संबंधित वार्डनों द्वारा छात्रों को फाउंडेशन कोर्स संबोधित किया गया। इसमें उन्हें मेडिकल कॉलेज के नियमों और उनके दैनिक जीवन में अनुसरण करने वाले आचरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। छात्रों को उनके अधिकार और कर्तव्यों के बारे में बताया गया और यह भी स्पष्ट किया गया कि छात्रावास जीवन में अनुशासन का कितना महत्व है।
प्रभात भारत विशेष
गोंडा मेडिकल कॉलेज का यह पहला दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। इस अवसर ने न केवल चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं, बल्कि गोंडा जिले के छात्रों के लिए नए अवसरों का द्वार भी खोला है।