
सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी पर ऐतिहासिक पहल
गोण्डा, उत्तर प्रदेश, 11 अक्टूबर। शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में एक ऐतिहासिक पहल की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में शुरू किए गए मिशन शक्ति 5.0 के तहत, महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए एक विशेष कार्यक्रम “शक्ति सारथी” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत 1000 पिंक रंग के ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो महिलाओं के सुरक्षित और सुलभ आवागमन को सुनिश्चित करेंगे। इन ई-रिक्शा को “शक्ति सारथी” नाम दिया गया है, और यह एक क्रांतिकारी पहल मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य महिलाओं के लिए एक सुरक्षित परिवहन विकल्प प्रदान करना है।
इस अवसर पर गोण्डा के जिला प्रशासन ने 108 कन्याओं का कन्या पूजन भी किया और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम एक “जीरो वेस्ट इवेंट” के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें उत्पन्न कचरे का समुचित निस्तारण किया गया।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘शक्ति सारथी’ की पहल
मिशन शक्ति 5.0 के तहत शुरू किए गए इस “शक्ति सारथी” कार्यक्रम का उद्देश्य परिवहन के दौरान महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ई-रिक्शा की विशेषता यह है कि इनमें यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। सभी ई-रिक्शा चालकों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है, ताकि वे महिलाओं को सुरक्षित परिवहन सेवा प्रदान कर सकें। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को बिना किसी डर के यात्रा करने की सुविधा देना है।
डीएम नेहा शर्मा ने इस पहल की शुरुआत पर जोर देते हुए कहा कि यह एक अनूठी पहल है, जिसमें परिवहन सेवाओं के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। यह कार्यक्रम महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने और उनके प्रति सुरक्षा के भाव को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, “शक्ति सारथी कार्यक्रम समाज में एक सकारात्मक संदेश प्रसारित करेगा और महिलाओं को बिना किसी भय के स्वतंत्र रूप से यात्रा करने का अवसर प्रदान करेगा।”
1000 ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
गोण्डा में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में 1000 पिंक ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इन ई-रिक्शा को “शक्ति सारथी” नाम दिया गया है और इन्हें विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। ये ई-रिक्शा न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सुलभ परिवहन का साधन भी हैं।
सभी चालकों को महिला सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इस पहल के माध्यम से 90% से अधिक महिलाएं इन ई-रिक्शा का उपयोग करेंगी, जिससे महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण होगा। इस कार्यक्रम के तहत चालकों को “सारथी शक्ति” की उपाधि दी गई है, ताकि वे महिला सुरक्षा के प्रति अधिक जिम्मेदारी महसूस करें और समाज में एक नई जागरूकता फैला सकें।
108 कन्याओं का पूजन और 9 महिलाओं का सम्मान
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में गोण्डा जिले के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों से आईं 108 कन्याओं का विशेष पूजन किया गया। उन्हें उपहार भेंट किए गए और आशीर्वाद दिया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सम्मान और आदर का भाव बढ़ावा देना था।
इसके साथ ही नवदेवी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इन महिलाओं को उनके द्वारा समाज में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र, मेडल और अंग वस्त्र प्रदान किए गए। सम्मानित महिलाओं में डाक विभाग की श्रीमती किरण सिंह, औषधि निरीक्षक रजिया बानो, शिक्षा क्षेत्र से श्रीमती रेखा शर्मा, पुलिस विभाग से सुश्री रिया सिंह, स्वास्थ्य विभाग से श्रीमती अनुराधा जायसवाल, ग्राम प्रधान श्रीमती रंजना सिंह, उद्यमी श्रीमती सीमा सोनी, खेल क्षेत्र से जिया सिंह और सफाई कर्मचारी श्रीमती रमा शामिल थीं। इन महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है और उन्हें जिला प्रशासन द्वारा विशेष सम्मान दिया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य नाटिका की प्रस्तुति
कार्यक्रम में नव अंशिका फाउंडेशन की संयोजक नीशू त्यागी द्वारा ‘महिषासुर मर्दिनी’ नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति दी गई। इस नृत्य नाटिका में महिषासुर के वध और देवी कात्यायनी के अवतार का वर्णन किया गया। इस प्रस्तुति के जरिए दर्शकों को नारी शक्ति का संदेश दिया गया। गुरु सुरभी सिंह के निर्देशन में ‘रुद्राष्टकम’ के श्लोकों पर कथक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई, जिसमें शिवजी के तांडव और लास्य अंग का शानदार प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नारी ज्ञानस्थली महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने भी उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और भी भव्य और आकर्षक बना दिया।
जीरो वेस्ट इवेंट: पर्यावरण की सुरक्षा का ध्यान
गोण्डा जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम को “जीरो वेस्ट इवेंट” के रूप में आयोजित किया। कार्यक्रम स्थल पर उत्पन्न होने वाले सभी कचरे का समुचित निस्तारण किया गया, ताकि पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। यह पहल न केवल महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम था, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी एक संदेश था।
विकास कार्यों की प्रदर्शनी
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें जिले में किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों को प्रदर्शित किया गया। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आधारभूत ढांचे में हुए सुधारों को प्रमुखता से दर्शाया गया। यह प्रदर्शनी दर्शकों को यह बताने का एक प्रयास था कि सरकार और प्रशासन किस प्रकार से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार ला रहे हैं और उन्हें सशक्त बना रहे हैं।
माननीयों की उपस्थिति और समर्थन
इस भव्य कार्यक्रम में अनेक माननीय और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें मा० जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र, विधायक कटरा बाजार बावन सिंह, विधायक तरबगंज प्रेम नारायण पांडेय, विधायक करनैलगंज अजय सिंह, विधायक गौरा प्रभात वर्मा, एमएलसी अवधेश कुमार सिंह, सांसद गोंडा प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र और पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल शामिल थे। इन माननीयों ने कार्यक्रम की भव्यता को और भी बढ़ाया।
इसके अतिरिक्त, जिले के सभी संबंधित विभागों के अधिकारीगण भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
समाज के लिए एक नया संदेश
“शक्ति सारथी” कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, बल्कि समाज में उनके सशक्तिकरण के लिए एक बड़ा कदम है। इस पहल से महिलाएं बिना किसी डर के यात्रा कर सकेंगी, और समाज में महिलाओं के प्रति सुरक्षा और सम्मान का भाव और अधिक मजबूत होगा।
अगली योजनाएं और विस्तार
गोण्डा जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम के विस्तार की योजना भी बनाई है। भविष्य में और अधिक ई-रिक्शा चालकों को इस पहल में शामिल किया जाएगा, ताकि पूरे जिले में महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन का माहौल तैयार हो सके।