
अफ्रीकी हाथी शंकर के स्वास्थ्य और चिड़ियाघर की व्यवस्था पर चर्चा
नई दिल्ली 9 अक्टूबर। केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन तथा विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने दिल्ली चिड़ियाघर का निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य चिड़ियाघर में रह रहे अफ्रीकी हाथी शंकर की सेहत और उसकी देखभाल से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेना था। इसके साथ ही, उन्होंने चिड़ियाघर में पर्यटकों और जानवरों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की भी समीक्षा की। इस निरीक्षण के दौरान मंत्री ने हाथी शंकर के बाड़े का गहन निरीक्षण किया और उसके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जरूरी उपायों पर विस्तृत चर्चा की।
अफ्रीकी हाथी शंकर दिल्ली चिड़ियाघर का एक प्रमुख आकर्षण है, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। शंकर का स्वास्थ्य और उसकी देखभाल हमेशा से चिड़ियाघर प्रशासन और सरकार की प्राथमिकता रही है। इस दौरे के दौरान, केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने शंकर के बाड़े का निरीक्षण किया और उसके महावतों और पशु चिकित्सकों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने शंकर को खुद अपने हाथों से फल खिलाए और उसकी भलाई का जायजा लिया।
विशेषज्ञों की उपस्थिति में, मंत्री महोदय ने हाथी शंकर की देखभाल के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस दौरान वनतारा जामनगर, गुजरात के विशेषज्ञ और दक्षिण अफ्रीका से आए हाथी विशेषज्ञ डॉ. एड्रियन भी मौजूद थे। इन विशेषज्ञों ने शंकर के स्वास्थ्य की जांच की और उसे और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए। उन्होंने चिड़ियाघर प्रशासन और महावतों को हाथी के खान-पान और बाड़े की संरचना में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी।
शंकर की देखभाल को और बेहतर बनाने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई। इस योजना के तहत वनतारा, जामनगर से आए विशेषज्ञों को महावतों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि वे हाथी की देखभाल में और अधिक कुशलता से कार्य कर सकें। इसके साथ ही, शंकर के लिए एक उपयुक्त डाईट प्लान बनाने पर भी चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि हाथी के खानपान में बदलाव करके उसकी सेहत को और बेहतर किया जा सकता है। इसके अलावा, शंकर के बाड़े में भी बदलाव लाने की योजना बनाई गई, ताकि वह अपने प्राकृतिक वातावरण से अधिक मिलते-जुलते माहौल में रह सके।
विशेषज्ञों ने बताया कि हाथियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए उन्हें पर्याप्त गतिविधियों और एक बड़ा, प्राकृतिक वातावरण चाहिए। इसी दिशा में, चिड़ियाघर प्रशासन ने शंकर के बाड़े को और अधिक विस्तृत और प्राकृतिक बनाने की योजना बनाई है, जिससे वह स्वतंत्र रूप से घूम सके और मानसिक रूप से सक्रिय रह सके।
केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने दिल्ली चिड़ियाघर के वैश्विक मानकों के स्तर पर उन्नयन और आधुनिकीकरण पर भी चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चिड़ियाघर को न केवल पर्यटकों के लिए एक बेहतर अनुभव स्थल बनाना चाहिए, बल्कि इसे जानवरों के लिए भी एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में बदलना चाहिए।
चिड़ियाघर के आधुनिकीकरण की दिशा में सरकार की कई योजनाएँ हैं, जिनमें बाड़ों को अधिक प्राकृतिक और जानवरों की जरूरतों के हिसाब से अनुकूल बनाना, कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना, और चिड़ियाघर की संरचना को और अधिक सुसज्जित और सुरक्षित बनाना शामिल है।
निरीक्षण के दौरान, केंद्रीय राज्यमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की वन्यजीव संबंधित नीतियों के चलते लोगों का प्रकृति और वन्य जीवन के साथ जुड़ाव बढ़ा है। आज के समय में लोग वन्यजीवों के संरक्षण के महत्व को समझने लगे हैं और इसमें अपनी भागीदारी बढ़ा रहे हैं। वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं पर कार्य कर रही है, जिनमें लोगों को वन्यजीवों के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है।
इस दिशा में वन्यजीव सप्ताह की गतिविधियों का आयोजन भी किया गया है, जिसमें वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से सरकार और वन विभाग जनता के बीच वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
अफ्रीकी हाथी शंकर के लिए एक और साथी हाथी लाने के प्रयास भी जारी हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि अफ्रीकी हाथी शंकर के साथी के लिए दक्षिण अफ्रीका के देशों से संपर्क किया गया है। साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे, युगांडा, जांबिया, तंजानिया, नामीबिया, केन्या, और बोत्सवाना के देशों को इस संबंध में पत्र भेजे गए थे। सकारात्मक प्रतिक्रिया के रूप में बोत्सवाना और जिम्बाब्वे ने हाथी देने का वादा किया है। इस संबंध में सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और जल्द ही शंकर को एक नया साथी मिलने की उम्मीद है।
इस निरीक्षण के दौरान मंत्री महोदय ने वन्यजीव सप्ताह के तहत चल रही गतिविधियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। वन्यजीव सप्ताह के दौरान चिड़ियाघर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य वन्यजीव संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यटकों और बच्चों को वन्यजीवों के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है और उन्हें यह समझाया जा रहा है कि वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कितनी महत्वपूर्ण है।
इस दौरे के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र सरकार वन्यजीव संरक्षण के प्रति गंभीर है और चिड़ियाघरों को अधिक आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। अफ्रीकी हाथी शंकर की देखभाल को और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें विशेषज्ञों की सलाह और नए कार्य योजनाओं का क्रियान्वयन शामिल है।
दिल्ली चिड़ियाघर को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएँ बनाई जा रही हैं। इन योजनाओं में बाड़ों को और अधिक प्राकृतिक बनाना, कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना, और चिड़ियाघर के आधुनिकीकरण पर जोर देना शामिल है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन तथा विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह का दिल्ली चिड़ियाघर का दौरा न केवल अफ्रीकी हाथी शंकर की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस दौरे के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ चिड़ियाघर के आधुनिकीकरण और उन्नयन पर भी चर्चा की गई।
शंकर की सेहत को लेकर विशेषज्ञों के साथ की गई चर्चा और तैयार की गई कार्य योजना से यह सुनिश्चित किया गया है कि शंकर को सर्वोत्तम संभव देखभाल मिलेगी। इसके अलावा, उसके साथी के लिए किए जा रहे प्रयास भी जल्द ही सफल होने की उम्मीद है, जिससे शंकर को एक नया साथी मिल सकेगा।
सरकार और चिड़ियाघर प्रशासन वन्यजीवों की भलाई के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, और आने वाले समय में चिड़ियाघर को और भी अधिक सुरक्षित और आधुनिक बनाने की दिशा में कई नए कदम उठाए जाएंगे।