मुख्य विकास अधिकारी महोदया का जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय का निरीक्षण: पत्रावलियों के रखरखाव और साफ-सफाई को लेकर दिए कड़े निर्देश
गोण्डा, 08 अक्टूबर। आज मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) महोदया ने जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय पंतनगर का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण अपराह्न 2:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें कार्यालय की व्यवस्थाओं, पत्रावलियों के रखरखाव और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (डीबीईओ) और अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य कार्यालय में प्रशासनिक कार्यों की दक्षता बढ़ाना और वहां की समग्र व्यवस्था को सुव्यवस्थित करना था। सीडीओ महोदया ने इस मौके पर कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए, जिनका पालन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को तत्पर रहने का आदेश दिया गया।
निरीक्षण के मुख्य बिंदु
1. पत्रावलियों के रखरखाव पर विशेष जोर
निरीक्षण के दौरान सबसे पहले पत्रावलियों के रखरखाव पर जोर दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने पत्रावलियों की स्थिति देखकर असंतोष व्यक्त किया और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी दस्तावेजों को सही तरीके से व्यवस्थित किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यालय की पत्रावलियां किसी भी समय निरीक्षण के लिए तैयार होनी चाहिए, ताकि कोई भी जानकारी तुरंत उपलब्ध करवाई जा सके। इसके लिए अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि सभी पत्रावलियों का उचित तरीके से रिकॉर्ड रखा जाए और दस्तावेजों की श्रेणीबद्ध तरीके से फाइलिंग की जाए।
2. पटल सहायकों की पहचान के लिए नाम पट्टिका लगाने के निर्देश
सीडीओ महोदया ने पाया कि कार्यालय के अधिकांश पटल सहायकों के सामने नाम पट्टिका नहीं लगी हुई थी, जिससे किसी भी कर्मचारी की पहचान करने में दिक्कत हो रही थी। इस पर उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी पटल सहायकों के नाम की पट्टिकाएं उनके डेस्क पर स्पष्ट रूप से लगाई जाएं, ताकि किसी भी आगंतुक या अधिकारी को यह जानने में सुविधा हो कि कौन सा कर्मचारी किस कार्य के लिए जिम्मेदार है। यह कदम कार्य की पारदर्शिता बढ़ाने और कार्यालय में जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने के लिए महत्वपूर्ण है।
3. अनुभाग बोर्ड लगाने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान यह भी देखा गया कि कई कक्षों के सामने अनुभाग बोर्ड नहीं लगे थे। इससे यह पता लगाना मुश्किल हो रहा था कि कौन-सा कक्ष किस अनुभाग का है। इस समस्या को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी कक्षों के सामने अनुभाग बोर्ड लगाए जाएं, ताकि कार्यालय में आने वाले किसी भी व्यक्ति को सही विभाग और कक्ष की पहचान करने में कोई कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि इससे कार्यालय के कार्यप्रवाह में सुधार होगा और समय की भी बचत होगी।

4. स्वच्छता और साफ-सफाई की व्यवस्था पर निर्देश
निरीक्षण के दौरान सीडीओ महोदया ने कार्यालय परिसर में साफ-सफाई की स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने साफ-सफाई की कमी पर चिंता व्यक्त की और इसे प्राथमिकता से सुधारने के निर्देश दिए। सीडीओ महोदया ने कहा कि कार्यालय में साफ-सफाई का सही प्रबंधन होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि एक स्वस्थ और सुरक्षित कार्य वातावरण तैयार किया जा सके। इसके लिए उन्होंने कार्यालय में नियमित साफ-सफाई और परिसर की उचित देखरेख के लिए एक टीम गठित करने के निर्देश दिए।
साफ-सफाई से संबंधित निर्देशों में यह भी शामिल था कि कार्यालय परिसर के भीतर कूड़े के ढेरों को हटाया जाए और नियमित अंतराल पर सफाईकर्मियों द्वारा पूरी जगह की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके अतिरिक्त, कार्यालय के अंदर और बाहर की दीवारों को साफ रखने और फर्श पर किसी भी प्रकार की गंदगी या धूल जमा न होने देने के निर्देश दिए गए।
5. अनुशासन और कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश
निरीक्षण के दौरान सीडीओ महोदया ने यह भी देखा कि कुछ कर्मचारियों में कार्य के प्रति अनुशासन की कमी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। समय पर उपस्थिति, सही समय पर कार्यों का निष्पादन, और प्रत्येक कर्मचारी की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए गए।
सीडीओ महोदया ने यह भी कहा कि कार्यालय में कार्य के प्रति लापरवाही किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी और सभी कर्मचारियों को अपने कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करना होगा। इसके लिए उन्होंने डीबीईओ को सख्त निर्देश दिए कि कार्य की नियमित समीक्षा की जाए और सभी कर्मचारियों के प्रदर्शन का आकलन किया जाए।
6. जनता से जुड़ी शिकायतों के समाधान पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान यह भी निर्देश दिया गया कि जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में जनता से जुड़ी समस्याओं और शिकायतों के समाधान को प्राथमिकता दी जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी व्यक्ति की शिकायत लंबित न रहे और उसका शीघ्र समाधान हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कार्यालय में आए किसी भी व्यक्ति के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार किया जाए और उसकी समस्याओं को त्वरित रूप से सुना और हल किया जाए।
7. कार्यालय की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटल रिकॉर्ड रखने के निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने पारंपरिक पत्रावलियों के अलावा डिजिटल रिकॉर्ड रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समय के साथ प्रशासनिक प्रक्रियाओं को डिजिटल करना आवश्यक है, ताकि दस्तावेजों की सुरक्षा और पहुंच में सुधार हो। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि जितनी जल्दी हो सके, कार्यालय के सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों और पत्रावलियों का डिजिटल रूप से संधारण किया जाए। इससे न केवल काम की गति तेज होगी, बल्कि भविष्य में निरीक्षण और जांच के दौरान जानकारी प्राप्त करने में भी सहूलियत होगी।
अगले निरीक्षण में अपेक्षित सुधार
निरीक्षण के अंत में सीडीओ महोदया ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि उपरोक्त सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अगले निरीक्षण में वे इन सभी सुधारों का जायजा लेंगी और यह देखा जाएगा कि कितने निर्देशों का पालन हुआ है। उन्होंने डीबीईओ से अपेक्षा की कि इन सभी सुधारात्मक कदमों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए, ताकि कार्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार हो सके और जनता को बेहतर सेवाएं प्राप्त हो सकें।
प्रभात भारत विशेष
मुख्य विकास अधिकारी महोदया का जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय का निरीक्षण यह दर्शाता है कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुचारू बनाने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस निरीक्षण से न केवल कार्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार की उम्मीद है, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों में जवाबदेही और जिम्मेदारी का भी एहसास होगा। सीडीओ महोदया द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कार्यालय के सभी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा, जिससे गोण्डा जिले की प्रशासनिक व्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।

